Kanwar Yatra Route Plan: नीलकंठ जाने वाले श्रद्धालु ध्यान दें, ऋषिकेश में वनवे होंगे रामझूला व जानकी सेतु
Kanwar Yatra Route Plan कांवड़ व्यवस्था के लिए पुलिस अधीक्षक देहात कमलेश उपाध्याय को कांवड़ मेला व्यवस्था के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है। वहीं आगामी चार जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा के लिए ऋषिकेश पुलिस ने कमर कस ली है। टिहरी जनपद पुलिस की ओर से नीलकंठ महादेव मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को रामझूला पुल से भेजा जाएगा और जानकी सेतु से इनकी वापसी होगी।
By Harish chandra tiwariEdited By: Nirmala BohraUpdated: Sun, 02 Jul 2023 09:56 AM (IST)
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: Kanwar Yatra Route Plan: लक्ष्मणझूला पुल बंद होने के बाद इस बार भी कांवड़ यात्रा में जानकी सेतु विकल्प बनने जा रहा है। टिहरी जनपद पुलिस की ओर से नीलकंठ महादेव मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को रामझूला पुल से भेजा जाएगा और जानकी सेतु से इनकी वापसी होगी।
कांवड़ व्यवस्था के लिए पुलिस अधीक्षक देहात कमलेश उपाध्याय को कांवड़ मेला व्यवस्था के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है। वह देहरादून, टिहरी तथा पौड़ी जनपद के कांवड़ मेला क्षेत्र में समन्वय बनाने का काम करेंगी। नोडल अधिकारी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि थ्रीलेन जानकी सेतु में मध्य लाइन कांवड़ यात्रियों के लिए और किनारे की दोनों लाइन स्थानीय व्यक्तियों के दोपहिया के आवागमन के प्रयोग में लाई जाएगी।
रुड़की में कांवड़ यात्रा में विशेष प्वाइंट पर बाहरी पुलिसकर्मियों के साथ ही स्थानीय पुलिसकर्मी की तैनाती होगी। जिससे की यातायात से लेकर सुरक्षा व्यवस्था की बागडोर स्थानीय पुलिसकर्मी संभाल सकें। पूर्व के सालों में यह बात सामने आई थी कि बाहरी जिलों से आने वाले पुलिसकर्मियों को इस तरह की व्यवस्था संभाल पाने में काफी मुश्किलें आई। दो जुलाई से पुलिसकर्मी अपने निधार्रित प्वाइंट पर ड्यूटी करेंगे।
कांवड़ यात्रा में ट्रैफिक प्लानः
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कांवड़ मेला के दौरान हरिद्वार से आने वाला ट्रैफिक नेपाली फार्म श्यामपुर से नटराज होते हुए वाया ढालवाला-भद्रकाली-ब्रह्मानंद मोड-तपोवन तिराहा- ब्रह्मपुरी से नीलकंठ जाएंगे। -
नीलकंठ से वापसी के दौरान कांवड़ यात्री व वाहन गरुडचट्टी से वाया बैराज से होते हुए अपने गंतव्य के लिए प्रस्थान करेंगे। -
कांवड़ यात्रियों के वाहनों (ट्रक, ट्रैक्टर, छोटा हाथी) को चंद्रभागा पुल पार्किंग ढालवाला मे खड़ा किया जाएगा तथा वाहनों का अधिक आवागमन होने पर खारास्रोत पार्किंग मे खड़ा किया जाएगा। पार्किंग क्षमता पूर्ण होने के उपरांत वाहनों को आइडीपीएल पार्किंग ऋषिकेश में खड़ा कराया जाएगा। -
दोपहिया पर आने वाले कांवड़ यात्री अपने वाहन को कैलाश गेट पार्किंग में खड़ा करेंगे। -
विक्रम-आटो आदि क्रांति चौक कैलाश गेट से आगे नहीं आएंगे। -
श्रीनगर-देवप्रयाग से आने वाले बड़े वाहनों के अतिरिक्त सभी वाहन पूर्व की भांति ब्रह्मपुरी तिराहा-तपोवन तिराहा- बाईपास मार्ग होते हुए नटराज चौक से गंतव्य को भेजे जाएंगे। -
दिन के समय बड़े वाहन पूर्व की भांति गूलर, शिवपुरी तथा व्यासी पर रोके जाएंगे। बड़े व भारी वाहनों का आवागमन रात्रि दस से सुबह चार बजे तक रहेगा।
कांवड़ मेला के दौरान वापस जाने वाले ट्रैफिक के लिए व्यवस्था
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नीलकंठ से गरुड़चट्टी-बैराज-हरिद्वार -
पैदल कांवड़ियों की रवानगी व्यवस्था पीडब्ल्यूडी तिराहा से शिवानंद गेट- रामझूला-गरुड़चट्टी- नीलकंठ -
पैदल यात्रियों की वापसी व्यवस्था - नीलकंठ से गरुडचट्टी-जानकी सेतु-मधुबन तिराहा