कर्णप्रयाग के अभिलाष को मिला राष्ट्रीय रत्न अवार्ड
कर्णप्रयाग के अभिलाष सेमवाल राष्ट्रीय रत्न अवार्ड से नवाजे गए है। यह सम्मान उन्हें सबसे कम उम्र में विज्ञान के तीन बड़े अविष्कारों की उपलब्धि के लिए मिला है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Fri, 08 Dec 2017 08:57 PM (IST)
देहरादून, [जेएनएन]: अपने विज्ञान के अविष्कारों से देश ही नहीं दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने वाले कर्णप्रयाग (चमोली) के अभिलाष सेमवाल राष्ट्रीय रत्न अवार्ड से नवाजे गए है। यह सम्मान उन्हें सबसे कम उम्र में विज्ञान के तीन बड़े अविष्कारों की उपलब्धि के लिए मिला है। इससे उन्होंने एक बार फिर उत्तराखंड का नाम रोशन किया है।
बुधवार को हरियाणा में आयोजित एक कार्यक्रम में मिस यूनिवर्स अनुपमा शर्मा ने अभिलाष सेमवाल को राष्ट्रीय रत्न पुरस्कार सम्मान प्रदान किया। कार्यक्रम में अभिलाष के बॉम्ब डिटेक्टर, रिस्ट बैंड (कंट्रोल टू ड्रंकन ड्राइव) व माइंस फाइंडर जैसे अविष्कारों को विज्ञान के क्षेत्र में उपलब्धि बताया है। इस पुरस्कार के लिए देशभर के 125 प्रतिभाशाली व्यक्तियों का चयन किया था। इनमें राजनीति, खेल, विज्ञान, समाजसेवा, लाइफ स्टाइल, कृषि समेत कईं अन्य क्षेत्र शामिल थे।अभिलाष सेमवाल कर्णप्रयाग के चूलाकोट गांव के रहने वाले हैं। वह वर्तमान में ग्र्राफिक एरा विश्वविद्यालय में एम.टेक प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहे हैं। अभिलाष सेमवाल के ड्रंकन ड्राइव को नियंत्रण लगाने वाले रिस्ट बैंड के अविष्कार की खबर को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है।
नाइजीरिया सरकार ने की सराहनानाइजीरिया सरकार अभिलाष के मोबाइल बॉम्ब डिटेक्टर का प्रयोग कर चुकी है। यह डिटेक्टर एक किलोमीटर की दूरी के दायरे में बॉम्ब से निकलने वाली विषैली गैसों को पहचान लेती है। इसकी खासियत है कि मोबाइल में एप के जरिए उसकी लोकेशन को भी पता किया जा सकता है। अपने इस पहले अविष्कार से ही अभिलाष चर्चाओं में आ गए थे।
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