Move to Jagran APP

केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा कर रहे थे PM Narendra Modi, अचानक अधिकारियों से पूछ डाला ये सवाल

Kedarnath dham Reconstruction प्रधानमंत्री मोदी ने समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव व अन्य अधिकारियों से केदारनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं के आदि शंकराचार्य की समाधि स्थल के दर्शन को लेकर फीडबैक लिया। वहीं मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी के दौरे की संभावना से इन्कार नहीं किया।

By Nirmala BohraEdited By: Updated: Fri, 23 Sep 2022 08:16 AM (IST)
Hero Image
Kedarnath dham Reconstruction : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा। फाइल फोटो
रविंद्र बड़थ्वाल, देहरादून : Kedarnath dham Reconstruction : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आपदा से तहस-नहस केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों से गहरे जुड़े हुए हैं। केदारनाथ समेत चारधाम में श्रद्धालुओं की आमद पर भी वह बराबर नजर रखे हुए हैं।

आदि शंकराचार्य की समाधि स्थल के दर्शन को लेकर फीडबैक लिया

गुरुवार को केदारनाथ धाम के पुननिर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान उनकी यह जिज्ञासा फिर दिखाई। प्रधानमंत्री मोदी ने समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव व अन्य अधिकारियों से केदारनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं के आदि शंकराचार्य की समाधि स्थल के दर्शन को लेकर फीडबैक लिया। उन्होंने पूछा, आदि शंकराचार्य की समाधि स्थल के दर्शन को कितने यात्री पहुंच रहे हैं। उन्हें जवाब मिला, शत-प्रतिशत।

केदारनाथ के साथ अब बदरीनाथ धाम का मास्टर प्लान के अनुसार तेजी से विकास प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट का हिस्सा है। दरअसल, उत्तराखंड की आर्थिकी को सशक्त बनाने की राह धार्मिक पर्यटन विशेष रूप से चारधाम यात्रा से होकर जाती है।

इस सच से भली-भांति परिचित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी आस है कि पहाड़ का पानी और जवानी के यहीं काम नहीं आने की प्रचलित कहावत को उलटने और इस पलायन की दिशा मोडऩे में हिमालय का आध्यात्मिक पर्यावरण बड़ी भूमिका निभा सकता है।

चारधाम और इनके आसपास के क्षेत्रों का कायाकल्प इसी कारण मोदी संकल्प बन चुका है। इसी संकल्प को सिद्धि तक पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री केदारनाथ के साथ ही बदरीनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा तो नियमित कर ही रहे हैं, साथ में प्रदेश की भाजपा सरकार को भी इन कार्यों में ढील बरतने का अवसर नहीं देना चाहते।

उत्तराखंड से गहरे लगाव को प्रदर्शित करते रहे है पीएम मोदी

मोदी उत्तराखंड के साथ अपने गहरे लगाव को प्रदर्शित करते रहे हैं। बाबा केदारनाथ की साधना के समय से शुरू हुआ उनका उत्तराखंड प्रेम अब उसे आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से सशक्त बनाने के अभियान में परिवर्तित हो चुका है।

प्रधानमंत्री गुरुवार को मौसम की खराबी के कारण केदारनाथ के पुनर्निर्माण कार्यों का ड्रोन के माध्यम से स्थलीय निरीक्षण नहीं कर पाए। उन्हें मौसम ठीक रहने के दौरान दो दिन पहले की वीडियो रिकार्डिंग दिखाई गई तो उसका भी उन्होंने ध्यान से निरीक्षण किया। आदि शंकराचार्य की समाधि स्थल और मूर्ति के लोकार्पण के मौके पर मोदी केदारनाथ पहुंचे थे।

समाधि स्थल की रिकार्डिंग देखकर प्रधानमंत्री ने पूछा, यहां कितने यात्री आते हैं। उन्हें बताया गया कि केदारनाथ धाम आने वाले सभी यात्री समाधि स्थल का भी दर्शन करते हैं। मोदी यहीं नहीं रुके।

उन्होंने आस्था पथ, रेन शेल्टर से लेकर जंगल चट्टी, वासुकीताल और लिंचोली को लेकर भी जानकारी ली। प्रधानमंत्री की इस तरह रुचि लेने के बाद उनके केदारनाथ के भावी दौरे को लेकर अटकलें प्रारंभ हो गई हैं।

मुख्यमंत्री धामी बोले, केदारनाथ आ सकते हैं पीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस बारे में पूछने पर उनके दौरे की संभावना से इन्कार नहीं किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को उनकी ओर से पहले ही केदारनाथ व बदरीनाथ धाम के दर्शन करने के लिए आमंत्रण दिया जा चुका है।

धामों में पुनर्निर्माण कार्यों में प्रधानमंत्री मोदी की रुचि को देखते हुए उन्होंने कहा कि सरकार इन कार्यों को तेजी से पूरा कर रही है। बीते वर्षों की तुलना में दस गुना तेजी से काम का दावा भी उन्होंने कर डाला।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।