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केदारनाथ पैदल मार्ग पर तीर्थयात्रियों के लिए सौगात, रामबाड़ा में संग्रहालय व छोटी लिनचोली में बनेगा चिंतन स्थल

Kedarnath Dham Yatra केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर रामबाड़ा में संग्रहालय और छोटी लिनचोली में चिंतन स्थल का निर्माण कराया जाएगा। इससे केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होगी। वहीं रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

By Jagran NewsEdited By: Nirmala BohraUpdated: Sun, 11 Dec 2022 09:00 AM (IST)
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Kedarnath Dham Yatra : रामबाड़ा में संग्रहालय व छोटी लिनचोली में बनेगा चिंतन स्थल

राज्य ब्यूरो, देहरादून : Kedarnath Dham Yatra : केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर रामबाड़ा में संग्रहालय और छोटी लिनचोली में चिंतन स्थल का निर्माण कराया जाएगा। इस संबंध में क्षेत्रीय पुरातत्व इकाई के 0.089 हेक्टेयर वन भूमि हस्तांतरण के प्रस्ताव को राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में अनुमोदित कर दिया गया।

अब इसे राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड को भेजा जाएगा। कहा गया कि इस पहल के आकार लेने से जहां योग एवं पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं स्थानीय निवासियों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

साथ ही केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होगी। यही नहीं, प्राकृतिक आपदा की स्थिति में उनकी सुरक्षा भी हो सकेगी।

दो सड़कों के लिए मिलेगी वन भूमि

उत्तरकाशी जिले के अंतर्गत 12.9 किमी लंबे धौला-सेवरी सेवा-डोखरी मार्ग और पौड़ी जिले में पुलिंडा-तच्छाली-स्यालिंगा मार्ग (पांच किमी) के निर्माण की राह आसान होगी।

इन मार्गों के लिए वन भूमि हस्तांतरण के प्रस्ताव भी बोर्ड की बैठक में अनुमोदित कर दिए गए। उत्तरकाशी का मार्ग वर्ष 2018 व पौड़ी का मार्ग वर्ष 2016 से लंबित है। पूर्व में इनके संबंध में मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमक बिखेरेगी चौरासी कुटी

राजाजी टाइगर रिजर्व में स्थित चौरासी कुटी अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमक बिखेरेगी। वन कानूनों के दायरे में इस रमणीक स्थली को संवारने के साथ ही विश्व स्तर पर इसके प्रचार-प्रसार को पर्यटन विभाग के सहयोग से कार्ययोजना तैयार की जाएगी।

वन्यजीव बोर्ड ने इस प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी। चौरासी कुटी की स्थापना भावातीत ध्यान योग के प्रणेता महर्षि महेश योगी ने की थी। विश्व प्रसिद्ध पाप बैंड बीटल्स ने यहां कई धुनें तैयार की थीं।

जीवंत होंगी जिम कार्बेट से जुड़ी यादें

प्रसिद्ध शिकारी एवं संरक्षणवादी जिम कार्बेट की उत्तराखंड से जुड़ी यादें फिर से जीवंत होंगी। वन्यजीव बोर्ड की बैठक में इसके लिए जिम कार्बेट ट्रेल बनाने को हरी झंडी दे दी।

राज्य में चंपावत, तल्लादेश, बुम, कालाढुंगा, कालागर, चुका, थाक, मुक्तेश्वर, दुर्गा, पीपल, पवलगढ़, देवीधुरा, लध्या, कालाढूंगी, मोहान, गर्जिया, कांडा, दूनाघाट, चौगड़, रुद्रप्रयाग समेत कई स्थल हैं, जिनसे कार्बेट की यादें जुड़ी हैं।

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निर्णय लिया गया कि इन स्थलों की ब्रांडिंग की जाएगी। वहां ट्रैक मार्गों का जीर्णाेद्धार, पट्टिका निर्माण, होम स्टे को बढ़ावा जैसे कदम उठाए जाएंगे। पर्यटन विभाग इसकी कार्ययोजना बनाएगा।

विशेष अधिवक्ता की नियुक्ति का निर्णय

राज्य के उच्च हिमालयी क्षेत्र के 8524 वर्ग किलोमीटर हिस्से में 82 बुग्याल चिह्नित हैं। इनका निकटतम संबंध उच्च हिमालयी क्षेत्र में रहने वालों और चरवाहों से हैं। बुग्याल (हरी घास के मैदान) हमेशा से आकर्षण का केंद्र रहे हैं, लेकिन वर्ष 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने इनमें रात्रि विश्राम पर रोक लगा दी थी।

बोर्ड की बैठक में बताया गया कि इसे लेकर वन विभाग ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल की है। अब इस रोक से छूट पाने के मद्देनजर प्रभावी पैरवी के लिए विशेष अधिवक्ता नियुक्त करने का निर्णय लिया गया।

हाथियों के संरक्षण में आएगी तेजी

राज्य में यमुना से लेकर शारदा नदी तक के क्षेत्र में फैले हाथियों के बसेरे में अब इनके संरक्षण के प्रयासों में और तेजी आएगी। बोर्ड ने शिवालिक एलीफेंट रिजर्व को विलोपित करने के पिछले बोर्ड के निर्णय को वापस लेते हुए इसकी पुनर्स्थापना के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी।

कीटनाशकों के प्रयोग को बने नीति

कृषि एवं औद्यानिकी फसलों में कीटनाशकों के बढ़ते प्रयोग पर बैठक में चिंता जताई गई। बोर्ड के सदस्य अनूप शाह ने इस संबंध में प्रस्ताव रखते हुए कहा कि कीटनाशकों के प्रयोग को नियंत्रित करने को सरकार के स्तर पर नीति बननी चाहिए। निर्णय लिया गया कि इस बारे में कृषि विभाग से विमर्श कर कदम बढ़ाए जाएंगे।

सीडीआर पर मुख्य सचिव लेंगे निर्णय

बोर्ड के सदस्य फैज आफताब ने प्रस्ताव रखा कि वन एवं वन्यजीवों से जुड़े अपराधों की सही ढंग से विवेचना के मद्देनजर वन विभाग के अधिकारियों को काल डिटेल रिकार्ड (सीडीआर) उपलब्ध कराया जाना चाहिए। तय हुआ कि मुख्य सचिव के स्तर पर होने वाली बैठक में इस बारे में निर्णय लिया जाएगा।

इन उपलब्धियों पर थपथपाई पीठ

  • राजाजी टाइगर रिजर्व में चीला-मोतीचूर गलियारे की पुनस्र्थापना, बाघ की चहलकदमी शुरू
  • प्रदेश में बढ़ी हिम तेंदुओं की संख्या, ताजा गणना में इनकी अनुमानित संख्या 121 पाई गई, जो 2016 में 86 थी
  • केदारनाथ धाम और हेमकुंड साहिब रोपवे के लिए राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की स्थायी समिति से मिली सहमति
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