हर मुसाफिर की चाहत Kedarnath Road Trip, 5 से 6 दिन में यहां होगा कभी न भूल पाने वाला अहसास
Kedarnath Road Trip केदारानाथ मंदिर उत्तराखंड (Kedarnath Temple Uttarakhand) में चार धाम और पंच केदार का एक हिस्सा है। हर मुसाफिर अपने जीवन में एक बार जरूर यहां आने की चाहत रखता है। पांच से छह दिन में केदारनाथ रोड ट्रिप पूरी हो जाएगी।
By Nirmala BohraEdited By: Updated: Sun, 28 Aug 2022 01:20 PM (IST)
टीम जागरण, देहरादून : Kedarnath Road Trip : समुद्र तल से 3585 मीटर की ऊंचाई पर स्थित केदारानाथ मंदिर उत्तराखंड (Kedarnath Temple Uttarakhand) में चार धाम और पंच केदार का एक हिस्सा है। यह मंदिर 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक है और भगवान शिव को समर्पित है।
भगवान शिव का इस धाम तक पहुंचने के दौरान रास्ते में भरपूर प्राकृतिक सौन्दर्य बिखरा पड़ा है। यहां की हरी-भरी वादियां दुनियाभर के श्रद्धालुओं को लुभाती है। इसलिए हर मुसाफिर अपने जीवन में एक बार जरूर यहां आने की चाहत रखता है।
पांच से छह दिन में पूरी हो जाएगी केदारनाथ रोड ट्रिप
केदारनाथ की रोड ट्रिप (Kedarnath Road Trip) को तरोताजा कर देगी। पांच से छह दिन में केदारनाथ रोड ट्रिप पूरी हो जाएगी। हरिद्वार से केदारनाथ मंदिर तक पहुंचने के लिए पांच से छह हजार तक का खर्च आएगा।हर साल केदारनाथ धाम में लाखों श्रद्धालु दिल्ली के रास्ते केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) पहुंचते हैं। रास्ते में पड़ने वाली नदियां और बर्फ व हरियाली से ढके सफेद पहाड़ केदारनाथ रोड ट्रिप का आनंद और ज्यादा बढ़ा देते हैं।इस साल तीन मई को चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) शुरू हुई और छह मई को केदारनाथ धाम के कपाट आम दर्शनों के लिए खोले गए। तब से लेकर लगातार भक्तों का उत्साह बढ़ा।
अब तक धाम में 10 लाख 38 हजार 554 भक्त दर्शन कर चुके हैं। हर साल भाईदूज पर धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए जाते हैं। प्रसिद्ध द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम में भगवान शिव लिंग रूप में विराजमान हैं। मंदिर के भीतर एक नुकीली सी चट्टान की पूजा भगवान शिव के रूप में की जाती है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।केदारनाथ रोड ट्रिप (Kedarnath Road Trip) पर कैसे जाएं
- पहले दिन दिल्ली से हरिद्धार पहुंचें। दिल्ली से हरिद्वार की दूरी 242 किमी है। यहां आप एक दिन रुक कर गंगा आरती के लिए शाम को हर की पैड़ी पर जा सकती है।
- दूसरे दिन हरिद्वार से रूद्रप्रयाग पहुंचें। हरिद्वार से रूद्रप्रयाग की दूरी 165 किमी है। सुबह सीधे जोशीमठ के लिए निकलें। यहां रास्ते में देवप्रयाग और रूद्रप्रयाग के होटल में ठहर कर प्रकृति के बीच समय बिता सकते हैं।
- तीसरे दिन रूद्रप्रयाग से केदारनाथ की दूरी 75 किमी है। यहां से गौरीकुंड के 14 किमी ट्रेक के लिए पैदल, डांडी कांडी और डोली से निकल सकते हैं। केदारनाथ पहुंच कर आप शाम की आरती में भाग ले सकते हैं।
- चौथे दिन सुबह भगवान केदारनाथ जी के दर्शन करें और फिर गौरीकुंड के लिए निकलें। यहां नाइट स्टे करें।
- पांचवें दिन रूद्रप्रयाग से हरिद्वार के लिए निकलें। रास्ते में ऋषिकेश जा सकते हैं।
- छठवें दिन हरिद्वार से दिल्ली के लौट सकते हैं। हरिद्वार के स्थानीय स्थलों की यात्रा कर दिल्ली के रवाना हो सकते हैं।