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आपके मन में भी है बाबा केदार के दर्शन की चाह तो चले आइए, पांच से छह दिन की Kedarnath Road Trip देगी नया अहसास

Kedarnath Road Trip 22 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का श्रीगणेश हुआ। विगत वर्ष की ही तरह इस वर्ष भी बाबा केदार के दर्शनों के लिए खासा उत्‍साह देखने को मिल रहा है। Photos Credit Istock

By Nirmala BohraEdited By: Nirmala BohraUpdated: Tue, 09 May 2023 02:22 PM (IST)
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Kedarnath Road Trip : इस वर्ष 25 अप्रैल को खुले केदारनाथ धाम के कपाट
टीम जागरण, देहरादून: Kedarnath Road Trip : देश और दुनिया में प्रसिद्ध उत्‍तराखंड चारधाम यात्रा का उत्‍साह जोरों पर हैं। इस वर्ष 22 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का श्रीगणेश हुआ। इसके बाद 25 अप्रैल को केदारनाथ और 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट आम दर्शनार्थ खोल दिए गए। तब से श्रद्धालुओं का उत्‍साह देखते ही बन रहा है।

दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य

विगत वर्ष की ही तरह इस वर्ष भी बाबा केदार के दर्शनों के लिए खासा उत्‍साह देखने को मिल रहा है। घंटों कई किमी लंबी लाइन में खड़े होकर भक्‍त अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि इस बार मौसम में आया बदलाव श्रद्धालुओं की परीक्षा भी ले रहा है।

कपाट के खुलने के समय से ही केदारनाथ धाम में बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है, जिससे वहां का तापमान माइनस से नीचे पहुंच रहा है। ऐसे में भक्‍त कड़ाके की सर्दी में घंटों अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।

प्रसिद्ध द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम में भगवान शिव लिंग रूप में विराजमान हैं। मंदिर के भीतर एक नुकीली सी चट्टान की पूजा भगवान शिव के रूप में की जाती है। हर साल भाईदूज पर धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए जाते हैं।

इस बार भी चारधाम यात्रा में आने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। अगर आप भी केदारनाथ यात्रा पर जाना चाहते हैं तो रूट प्लान, खर्च, यात्रा में लगने वाला समय और यात्रा की पूरी डिटेल यहां जान सकते हैं।

कितने दिन की केदारनाथ रोड ट्रिप

  • केदारनाथ रोड ट्रिप पर जाने के लिए आपको पांच से छह दिन का समय लग सकता है। वहीं अगर मौसम अनुकूल न हो तो दिन ज्‍यादा भी लग सकते हैं।
  • पहले दिन दिल्ली से हरिद्धार पहुंचें। दिल्‍ली से हरिद्वार की दूरी 242 किमी है। यहां आप एक दिन रुक कर गंगा आरती के लिए शाम को हर की पैड़ी पर जा सकते हैं।
  • दूसरे दिन हरिद्वार से रुद्रप्रयाग पहुंचें। हरिद्वार से रुद्रप्रयाग की दूरी 165 किमी है। सुबह सीधे जोशीमठ के लिए निकलें। यहां रास्ते में होटल में ठहर कर प्रकृति के बीच समय बिता सकते हैं।
  • रुद्रप्रयाग से केदारनाथ की दूरी 75 किमी है। तीसरे दिन यहां के लिए चलें। यहां से गौरीकुंड के 14 किमी ट्रैक के लिए पैदल, डांडी कांडी और डोली से निकल सकते हैं। केदारनाथ पहुंच कर आप शाम की आरती में भाग ले सकते हैं।
  • चौथे दिन सुबह भगवान केदारनाथ के दर्शन करें और फिर गौरीकुंड के लिए निकलें। यहां नाइट स्‍टे करें।
  • पांचवें दिन रुद्रप्रयाग से हरिद्वार के लिए निकलें और रात को यहीं विश्राम करें।
  • छठवें दिन हरिद्वार के स्थानीय स्थलों की यात्रा कर दिल्ली के रवाना हो सकते हैं।

दिल्ली से केदारनाथ के लिए रोड मैप

दिल्ली- हरिद्वार - ऋषिकेश- देवप्रयाग - श्रीनगर - रुद्रप्रयाग - गौरीकुंड (तिलवाड़ा-अगस्तमुनि-चंद्रपुरी-कुंड-गुप्तकाशी- फाटा-सीतापुर-सोनप्रयाग के माध्यम से) - केदारनाथ (ट्रैक द्वारा) 14 किमी

केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर की बुकिंग

अगर आप के पास अधिक समय नहीं है और गौरीकुंड से केदारनाथ की 14 किमी की पैदल चढ़ाई में सक्षम नहीं हैं तो हेली सेवा के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर हेली सेवा टिकटों की बुकिंग की जा रही है।

केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए खर्च

  • ट्रेन या बस से दिल्ली से देहरादून का टिकट 300 से 1000 रुपये
  • देहरादून से गौरीकुंड की बस का टिकट 300 से 500 रुपये
  • दिल्ली से गौरीकुंड से सीधे भी बस का टिकट 500 से 1000 रुपये
  • हेली सेवा ले रहे हैं तो सिरसी से प्रति व्यक्ति 5498 रुपये राउंड ट्रिप
  • फाटा से केदारनाथ धाम का हेली टिकट 5500 रुपये
  • गुप्तकाशी से 7740 रुपये का हेली टिकट
  • आप हेलीकॉप्‍टर की बजाए गौरीकुंड से केदारनाथ के लिए पालकी या घोड़े भी बुक कर सकते हैं।
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