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Uttarakhand: केदारनाथ भूस्‍खलन में 16 लापता, 1000 यात्री धाम में फंसे; गृह मंंत्री अमित शाह ने जाना हाल

Uttarakhand Weather केदारनाथ पैदल मार्ग पर बुधवार रात बादल फटने और भारी बारिश से हुए भूस्‍खलन में 16 लोगों के लापता होने की सूचना है। मौसम विभाग ने आज उत्‍तरकाशी में तेज बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। चमोली रुद्रप्रयाग देहरादून बागेश्‍वर व नैनीताल में गर्जन के साथ तेज बारिश हो सकती है। वहीं बुधवार रात की वर्षा ने दून में जमकर आफत बरसाई।

By Vijay joshi Edited By: Nirmala Bohra Updated: Fri, 02 Aug 2024 12:04 PM (IST)
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Uttarakhand Weather: केदारनाथ पैदल मार्ग पर भारी बारिश से हुए भूस्‍खलन में 16 लोगों के लापता
जागरण संवाददाता, देहरादून: Uttarakhand Weather: केदारनाथ पैदल मार्ग पर बुधवार रात बादल फटने और भारी बारिश से हुए भूस्‍खलन में 16 लोगों के लापता होने की सूचना है। एक हजार यात्री अब भी केदारनाथ धाम में फंसे हुए हैं।

गृह मंंत्री अमित शाह ने जाना हाल

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शा ने मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी से फोन पर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर आई आपदा के विषय में जानकारी ली। इस दौरान उन्हें प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्‍होंने प्रदेशवासियों व श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।

विभिन्‍न पड़ावों पर फंसे 4000 से अधिक तीर्थयात्रियों को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व पुलिस ने निकालकर सुरक्षित स्‍थानों पर पहुंचाया गया। इनमें से 700 का हेलीकॉप्‍टर रेस्‍क्‍यू किया गया। बाकी फंसे यात्रियों को रेस्‍क्‍यू किया जा रहा है।

फिलहाल, राज्य के किसी भी हिस्से में भारी बारिश नहीं हो रही है। उत्तरकाशी में कल के लिए अलर्ट है। राज्य में केवल गौरीकुंड और केदारनाथ के बीच का रास्ता अवरुद्ध है। कल हम 2300 लोगों को गौरीकुंड से सोनप्रयाग लाए और 700 लोगों को भिम्बोली और लिनचोली से गुप्तकाशी लाया गया। केदारनाथ में 1000 लोग सुरक्षित हैं। केदारनाथ में बारिश या किसी आपदा की स्थिति नहीं है। चार हेलीकॉप्टरों द्वारा लिनचोली और भिम्बोली से राहत बचाव कााार्य चल रहा है। मुख्‍यमंत्री द्वारा भारत सरकार से बचाव कार्यों के लिए एक एमआई-17 विमान और एक चिनूक हेलीकॉप्टर मिला है। मौसम साफ होते ही बचाव कार्य फिर से शुरू किया जाएगा, जिससे सभी तीर्थयात्रियों को बचाया जा सकेगा। रुद्रप्रयाग से केदारनाथ तक यात्रा मार्ग पर किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। अब तक केवल एक की मौत और एक के घायल होने की सूचना है। केदारनाथ यात्रा अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई है। यमुनोत्री, गंगोत्री और बदरीनाथ यात्राएं चल रही हैं।

- वीके सुमन, आपदा प्रबंधन सचिव

पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग डा विशाखा भदाणे ने बताया कि उनकी खोजबीन जारी है। वहीं पिछले 24 घंटे में राज्‍यभर में बारिश से हुए हादसों में 11 लोगों की मौत हुई है।

श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग पर फंसे यात्रियों को रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ उत्तराखण्ड के जवानों ने देर रात्रि तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए मुनकटिया क्षेत्र से 450 यात्रियों को सकुशल सोनप्रयाग पहुंचाया। आज भी रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी रहेगा।

रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ द्वारा किया जा रहा ड्रोन का उपयोग

सोनप्रयाग गौरीकुंड पहाड़ी मार्ग में अचानक मालवा और बोल्डर गिरने से, रेस्क्यू हेतु उपयोग किए जा रहे 02 किलोमीटर लंबे वैकल्पिक मार्ग को क्षति पहुंची है। इस विषम परिस्थिति में मौके पर पहुंचे एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिवादन बल) के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने ड्रोन के माध्यम से आगे की कार्य योजना तैयार की।

रेस्‍क्‍यू वीडियो देखें यहां-

मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी तेज बारिश से एक दो दौर होने की संभावना जताई है। उत्‍तरकाशी में तेज बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून, बागेश्‍वर व नैनीताल में गर्जन के साथ तेज बारिश हो सकती है।

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दून में रिकार्ड वर्षा से आफत, कई जगह आपदा जैसे हालात

वहीं बुधवार रात की वर्षा ने दून में जमकर आफत बरसाई। भारी वर्षा के कारण नदी-नाले तो उफान पर रहे ही, सड़क से लेकर चौक-चौराहे जलमग्न हो गए। कहीं घरों में पानी और मलबा घुस गया तो कहीं गलियों में जलभराव के कारण आवाजाही ठप हो गई। सड़कें उधड़ने से लेकर पुस्ते व मकानों को नुकसान पहुंचा और कई जगह बिजली के खंभे और पेड़ गिरने से भी व्यवस्था चरमरा गई।

हिमाद्री एवेन्यू लेन नंबर एक में दीवार ढह गई। लाडपुर क्षेत्र में भू-कटाव होने से एक मकान के गिरने का खतरा पैदा हो गया। केशरवाला में ढांग दरकने से कालोनी के पास मलबा आ गया। सरस्वती विहार ई-ब्लाक में पुलिया क्षतिग्रस्त होने से विजय कुमार पासवान और अभिलाषा प्रभा के मकान को खतरा पैदा हो गया। वहीं, मियांवाला में राजेंद्र बड़थ्वाल के मकान में वर्षा का पानी और मलबा घुसने से सामान खराब हो गया।

हरिद्वार रोड स्थित चौधरी कालोनी में भारी जलभराव हुआ और हरिद्वार बाईपास के निकट शांति विहार में गलियां जलमग्न रहीं। चंद्रबनी चोयला में रपटे में जंगल से बहकर आया मलबा सड़क पर पसर गया, जिससे वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बना हुआ है।

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मालदेवता क्षेत्र में भू-कटाव के कारण सड़क को नुकसान पहुंचा, कुछ बिजली के खंभे भी बह गए। नवादा के वैभव विहार क्षेत्र में एक पुलिया ढह गई। जिसका मलबा सड़क पर फैल गया। उधर, नवादा वार्ड के गंगोत्री एनक्लेव में भी पुलिया बहने से रास्ता बाधित हो गया। नवादा पंचायत भवन की दीवार भी भारी वर्षा में ढह गई।

धर्मपुर विधायक ने किया प्रभावित क्षेत्रों का दौरा

धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने मोथरोवाला, डकोटा, दौड़वाला, नौका आदि क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण हुए नुकसान का जायजा लिया। क्षेत्रवासियों से नुकसान की जानकारी लेते हुए विधायक ने तहसील के अधिकारियों को प्रभावितों के नाम की सूची तैयार कर आर्थिक सहयोग दिलाने के निर्देश दिए।

इस बीच मोथरोवाला से नौका के बीच हुए जलभराव और सड़क के क्षतिग्रस्त होने के कारण दो जेसीबी लगाकर मार्ग को ठीक कराया गया। एक नाले पर किसी कांप्लेक्स संचालक की ओर से ईंटें लगाकर निकासी बंद किए जाने पर विधायक ने मौके पर जेसीबी लगाकर नाले की निकासी खुलवाई और संबंधित कांप्लेक्स संचालक के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एमडीडीए को पत्र लिखने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

चौधरी कालोनी बनी तालाब

हरिद्वार बाईपास के निकट चौधरी कालोनी में भारी वर्षा के कारण जलभराव हो गया। यहां गुरुवार को भी गलियां तालाब बनी रहीं। अपर नगर आयुक्त बीर सिंह बुदियाल ने क्षेत्र का निरीक्षण कर कई स्थान पर नाले को खुलवाया। सुबह नगर आयुक्त गौरव कुमार भी मौके पर पहुंचे और तीन जेसीबी की मदद से कालोनी में स्लैब डलवाए। साथ ही नालियों के निर्माण से लेकर सफाई के निर्देश दिए।

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