जानिए मैती आंदोलन के प्रणेता कल्याण सिंह रावत के बारे में, आज नवाजा गया पद्मश्री सम्मान से
आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मैती आंदोलन के प्रणेता जीव विज्ञान के रिटायर्ड प्रवक्ता कल्याण सिंह रावत को पद्मश्री सम्मान से नवाजा। डा. अनिल प्रकाश जोशी को पद्मभूषण सम्मान और डा योगी ऐरन को पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 08 Nov 2021 10:58 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। मैती आंदोलन के प्रणेता जीव विज्ञान के रिटायर्ड प्रवक्ता कल्याण सिंह रावत को आज दिल्ली में राष्ट्रपति भवन के दरबार हाल में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्मश्री सम्मान से नवाजा। वहीं, प्रख्यात पर्यावरणविद डा. अनिल प्रकाश जोशी को पद्मभूषण सम्मान और डा योगी ऐरन को पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया।
ग्वालदम कस्बे से शुरू की थी मैती आंदोलन की शुरुआत
कल्याण सिंह रावत ने मूल रूप से उत्तराखंड के चमोली जनपद के कर्णप्रयाग ब्लॉक निवासी हैं और वर्तमान में देहरादून के नथुवावाला में रहते है। उन्होंने मैती आंदोलन की शुरुआत चमोली जिले के ग्वालदम कस्बे से वर्ष 1995 में की थी। उस दौरान वह वहां जीव विज्ञान के शिक्षक थे। कल्याण सिंह रावत शुरुआत से ही पर्यावरण के प्रति चिंतित रहते थे।
उनके मन में विवाह समारोह के दौरान पौधे रोपने के अभियान को शुरू करने का विचार आया। ग्वालदम में ही उन्होंने मिठाई के डिब्बों पर मैती आंदोलन का संदेश प्रकाशित करना शुरू किया। उनके ही प्रयास से कर्णप्रयाग ब्लाक में पांच-पांच हेक्टेयर के बांज के दो हरे-भरे जंगल भी विकसित किए जा चुके हैं।
पर्यावरण संरक्षण की नई चुनौतियों से निपटना होगा
पद्मश्री से नवाजे गए मैती आंदोलन के सूत्रधार कल्याण सिंह रावत ने कहा कि सम्मान पाने के बाद उनकी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। 'दैनिक जागरण' से बातचीत में कल्याण सिंह रावत ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की बात अब सिर्फ नव विवाहितों के पौधे लगाने तक सीमित नहीं रखी जा सकती। इस अभियान रूपी आंदोलन को और विस्तार देने की जरूरत है। पर्यावरण संरक्षण की नई चुनौतियां बढ़ रही हैं। जंगल वीरान हो रहे हैं। पानी के स्रोत सूख रहे हैं। इन सब खतरों को दूर करने के लिए भी एकजुट होकर काम किया जाएगा। विशेषकर पर्यावरण संरक्षण को प्रत्यक्ष रूप से पाठ्यक्रम से जोड़ने के प्रयास भी किए जाएंगे। पद्मश्री कल्याण सिंह रावत ने कहा कि आने वाले सालों में वह पर्यावरण संरक्षण को लेकर नई मुहिम शुरू करेंगे और प्रयास किए जाएंगे कि धरातल पर भी उसका असर नजर आए। राष्ट्रपति के हाथों सम्मान पाकर गर्व की अनुभूति हो रही है और जिम्मेदारी का एहसास भी बढ़ गया है।
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- पद्म भूषण : भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण सम्मान उच्च कोटि की सेवा के लिए दिया जाता है।
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