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जानिए क्या है धर्म संसद प्रकरण, जिसकी अब एसआइटी करेगी जांच किन-किन पर हो चुका है मुकदमा

Dharma Sansad Case भड़काऊ भाषण देने के आरोप में दर्ज हुए दोनों मुकदमों की जांच अब एसआइटी करेगी। डीआइजी गढ़वाल करण सिंह नगन्याल ने बताया कि इसके लिए एएसपी के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम का गठन किया गया है।

By Raksha PanthriEdited By: Updated: Mon, 03 Jan 2022 02:36 PM (IST)
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जानिए क्या है धर्म संसद प्रकरण। प्रतीकात्मक फोटो
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में दर्ज हुए दोनों मुकदमों की जांच अब एसआइटी करेगी। डीआइजी गढ़वाल करण सिंह नगन्याल ने बताया कि इसके लिए एएसपी के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। इसमें हरिद्वार और देहरादून के पुलिस अधिकारी भी शामिल किए गए हैं।

उत्तरी हरिद्वार के वेद निकेतन आश्रम में बीते 17 दिसंबर से 20 दिसंबर तक धर्म संसद का आयोजन किया गया था। जिसमें उत्तर प्रदेश वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र नारायण त्यागी (पहले का नाम वसीम रिजवी), गाजियाबाद डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद, महेंद्र धर्मदास, साध्वी अन्नपूर्णा व कुछ अन्य संतों ने अपने विचार रखे थे। धर्म संसद में भाषण से जुड़े वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने पर यह मामला लगातार तूल पकड़ता गया।

समुदाय विशेष को लेकर आपत्तिजनक भाषण देने के आरोप में हरिद्वार की शहर कोतवाली में ज्वालापुर निवासी गुलबहार कुरैशी की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसमें जितेंद्र नारायण त्यागी, यति नरसिंहानंद, महंत धर्मदास, साध्वी अन्नपूर्णा और धर्मराज सिंधु को नामजद किया जा चुका है। मुस्लिम समुदाय के लोग आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हरिद्वार से देहरादून तक लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। डीआइजी गढ़वाल करण सिंह नगन्याल ने बताया कि एसआइटी गठित कर दी गई है। एसआइटी की जांच के आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी।

एक और मुकदमा दर्ज, 10 लोग नामजद

इस मामले में रविवार को एक और मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसमें जितेंद्र नारायण त्यागी व कुछ संतों के अलावा एक भाजपा नेता, एक न्यूज चैनल के संपादक समेत कुल नौ आरोपितों को नामजद किया गया है। ज्वालापुर कोतवाली में जीरो एफआइआर दर्ज कर मामला हरिद्वार कोतवाली भेजा गया है। ज्वालापुर के मोहल्ला कोटरवाना निवासी नदीम की ओर से यह तहरीर पूर्व में पुलिस को दी गई थी, आला अधिकारियों से निर्देश मिलने पर जीरो एफआइआर दर्ज कर मामला जांच के लिए हरिद्वार कोतवाली भेजा गया। रिपोर्ट में जितेंद्र नारायण त्यागी, यति नरसिंहानंद गिरि, सागर सिंधू, धर्मदास, परमानंद, साध्वी अन्नपूर्णा, आनंद स्वरुप, अश्विनी उपाध्याय, सुरेश चव्हाण, प्रबोधानंद गिरि नामजद हैं।

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