लेखपाल साहब हो गए ईद का चांद, कौन करे जन के काम! लेटलतीफी से लोग परेशान
Uttarakhand News देहरादून में तहसील के चक्कर काट रहे लोग परेशान हो चुके हैं। समस्या का निस्तारण समय पर नहीं होना लेखपाल से मिलने के लिए बार-बार चक्कर कटवाना कार्रवाई के नाम पर टालमटोल करना आम बात हो गई है । तहसील सदर की बात करें तो 29 पदों के मुकाबले 16 लेखपाल काम कर रहे हैं ।
लोग क्या बोले?
फर्द में भाई के नाम परिवर्तन के लिए दो वर्ष से लेखपालों के चक्कर काट रहा हूं। इसपर आगे क्या करना है कोई भी सही रास्ता नहीं बता पाता। जिस दिन यहां आना होता है, उस दिन तहसीलदार नहीं मिलते। ताकि इस पूरे प्रकरण को बता सकूं। यहां हर हफ्ते चक्कर काटने से परेशान हो चुका हूं। - नीरज कुमार, डानलवाला
हम सहस्रधारा रोड पर स्थित जमीन को सोसायटी को देना चाहते हैं। लेखपाल से इस बारे में बात हुई तो उन्होंने मौके पर आने को कहा था। इस मामले में काफी वक्त हो चुका है। लेखपाल भी अगले दिन आने का आश्वासन देते हैं, लेकिन आता कोई नहीं है, जिस कारण वह काफी परेशान हैं। - ताशी, सहस्रधारा रोड।
कुछ समय पहले हमने नकरौंदा में जमीन खरीदी थी। लेखपाल को जमीन दिखानी थी, जिससे हमें आगे कोई परेशानी न हो। लेखपाल ने मौके पर आने को कहा था, लेकिन नहीं आए। अब तहसील पहुंचे हैं तो पता चला उस क्षेत्र के लेखपाल फील्ड में चले गए हैं। यहां आकर समस्या का समाधान नहीं, बल्कि फजीहत हुई। - पुष्पा, पटेलनगर