यहां है आदमखोर गुलदार का आतंक, ड्रोन से की जा रही है तलाश
खांडगांव के पास आदमखोर गुलदार की सक्रियता से लोगों में दहशत है। इसे लेकर पार्क अधिकारी हरकत में आए हैं। वन कर्मियों ने ड्रोन की मदद से आदमखोर गुलदार की लोकेशन तलाशी।
By BhanuEdited By: Updated: Thu, 10 Jan 2019 09:23 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। मोतीचूर रेंज से सटे खांडगांव के पास आदमखोर गुलदार की सक्रियता से लोगों में दहशत है। इसे लेकर पार्क अधिकारी हरकत में आए हैं। वन कर्मियों ने ड्रोन की मदद से आदमखोर गुलदार की लोकेशन तलाशी। हालांकि इस दौरान गुलदार का पता नहीं चल पाया।
गुलदार के आतंक से लोगों को निजात दिलाने के लिए वन विभाग के कर्मचारी लगातार क्षेत्र में कांबिंग कर रहे हैं। इसके बावजूद गुलदार की लोकेशन नहीं मिल रही। अब उसकी तलाश में ड्रोन का सहारा लिया गया है। पार्क निदेशक सनातन ने खुद ड्रोन की मदद से मौका मुआयना किया। गांव के आसपास करीब पांच किलोमीटर क्षेत्र में ड्रोन से गुलदार की लोकेशन तलाशी गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। मंगलवार को खांडगांव के ग्रामीणों ने गुलदार दिखाई देने की बात बताई थी, जिसके बाद वन कर्मियों ने सर्च अभियान शुरू किया था। दरअसल, रायवाला और उसके आसपास के क्षेत्रों में पिछले काफी समय से नरभक्षी गुलदार का आतंक बना हुआ है। पिछले चार वर्ष के अंदर गुलदार 21 लोगों को अपना निवाला बना चुका है। वहीं कई लोगों पर हमला कर गंभीर रूप से घायल भी कर चुका है।
राजाजी पार्क प्रशासन ने आदमखोर गुलदार की तलाश में प्रशिक्षित वन कर्मियों की टीम तैनात की हुई है। हालांकि अभी तक कामयाबी हासिल नहीं हुई है। राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक सनातन सोनकर ने बताया कि पिछले काफी समय से रायवाला क्षेत्र में नरभक्षी गुलदार का आतंक बना हुआ है। इन क्षेत्रों में लगभग 14 से 15 गुलदार सक्रिय थे। इनमें से छह गुलदार को पूर्व में यहां से पकड़ कर दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है।हालांकि, अभी भी यहां पर आठ से 10 गुलदार सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि मोतीचूर रेंज से सटे इस क्षेत्र में एक आदमखोर गुलदार की सक्रियता सामने आ रही है। उसकी तलाश के लिए अब ड्रोन की मदद ली जा रही है, ताकि नरभक्षी गुलदार को ट्रेंकुलाइज कर यहां से शिफ्ट किया जा सके।
यह भी पढ़ें: मसूरी में होटल के डायनिंग हॉल में घुसा तेंदुआ, दहशत में आए होटल कर्मीयह भी पढ़ें: ऋषिकेश के ढालवाला में घुसा गुलदार, छह घंटे तक अटकी रही सांस
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में साल दर साल बढ़ रहे हैं आदमखोर, इस साल टूटा 13 सालों का रिकॉर्ड
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।