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लिब्बरहेड़ी चीनी मिल ने किसानों को दी राहत, किसानों को गन्ने का किया भुगतान

Sugarcane Payment किसानों के लिए यह अच्‍छी खबर है। रुड़की स्थित लिब्बरहेड़ी चीनी मिल ने 20 जनवरी तक आपूर्ति किए गए गन्ने का भुगतान कर दिया है। वहीं अगले हफ्ते तक 10 दिन के भुगतान की तैयारी चल रही है।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Tue, 15 Feb 2022 04:02 PM (IST)
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लिब्बरहेड़ी चीनी मिल ने किसानों को बड़ी राहत दी है।

जागरण संवाददाता, रुड़की। लिब्बरहेड़ी चीनी मिल ने किसानों को बड़ी राहत दी है। चीनी मिल की ओर से बीस जनवरी तक आपूर्ति किए गए गन्ने का भुगतान किसानों को कर दिया है। चीनी मिल ने अगले सप्ताह तक और भुगतान देने की बात कही है।

इस समय चीनी मिलों में गन्ने की कमी बनी हुई है। वहीं अधिकांश किसानों के पास भी अब गन्ना लगभग समाप्ति की ओर है। ऐसे में चीनी मिलों की ओर से किसानों को मिल में ही गन्ने की आपूर्ति करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। किसानों को बताया जा रहा है कि गन्ना कोल्हू के बजाए वह चीनी मिल को गन्ने की आपूर्ति करें।

लिब्बरहेड़ी चीनी मिल के महाप्रबंधक गन्ना अनिल कुमार सिंह ने बताया कि चीनी मिल की ओर से किसानों को 20 जनवरी तक आपूर्ति किए गए गन्ने का भुगतान कर दिया गया है। विभिन्न गन्ना समितियों को 17 करोड़ 60 लाख रुपये की धनराशि भेजी गई है। किसानों को यह भुगतान अगले सप्ताह तक मिल जाएगा। वहीं चीनी मिल की ओर से 10 दिन के भुगतान की ओर तैयारी की जा रही है।

उन्होंने कहा कि किसानों को चाहिए कि वह चीनी मिल को साफ-सुथरा गन्ना आपूर्ति करें। इसके अलावा गन्ना पर्ची मिलने के बाद ही छिलाई करें। चीनी मिल को अधिक से अधिक मात्रा में गन्ने की आपूर्ति करें।

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बस अड्डे पर नहीं मिली बसें, घंटों इंतजार करते रहे यात्री

बस अड्डे पर यात्रियों को रोडवेज बस नहीं मिल पाई है। जिसकी वजह से यात्री घंटों तक परेशान रहे। सबसे अधिक परेशानी रुड़की से लक्सर, देवबन्द, सहारनपुर, हरिद्वार एवं ऋषिकेश जाने वाले यात्रियों को उठानी पड़ी। पश्चिमी उप्र और उत्तराखंड में दूसरे चरण में मतदान हो रहा है। उत्तराखंड की सभी 70 सीट पर सोमवार को ही मतदान हो गया। मतदान से कई दिन पहले से पब्लिक ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था प्रभावित है। स्थिति यह है कि दिल्ली एवं देहरादून जैसे रूट पर यात्रियों को एक से डेढ़ घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है।