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Uttarakhand Weather Update: उत्‍तराखंड में पांच दिन हल्की से मध्यम बारिश के हैं आसार

Uttarakhand Weather Update उत्‍तराखंड में बारिश का दौर थम नहीं रहा है। इससे आमजन को खासी दिक्‍कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं मौसम विभाग में उत्‍तराखंड में अगले पांच दिन हल्‍की से मध्‍यम बारिश के आसार जताए हैं।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Sat, 25 Sep 2021 07:50 AM (IST)
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मौसम विभाग ने पांच दिन तक राज्य में हल्की से मध्यम बारिश का क्रम बने रहने के आसार जताए हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand Weather Update: देहरादून समेत आसपास के इलाकों में झमाझम बारिश का सिलसिला जारी है। पर्वतीय क्षेत्रों में कई जगह बारिश के कारण लगातार हो रहे भूस्खलन से यातायात प्रभावित हो रहा है। चार धाम समेत कई अन्य मार्गों पर भूस्खलन का क्रम जारी है। मौसम विभाग ने अगले पांच दिन तक राज्य में हल्की से मध्यम बारिश का क्रम बने रहने के आसार जताए हैं। कहीं-कहीं तेज बारिश के भी आसार हैं। इसको देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है।

उत्तराखंड में रुक-रुककर हो रही तेज बारिश से पहाड़ों में दुश्वारियां बनी हुई हैं। गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर मलबा आने के कारण कई बार आवाजाही ठप होती रही। वहां तैनात जेसीबी दिनभर मलबा हटाने में जुटी हैं। इसके अलावा जौनसार-बावर क्षेत्र में भी कई मार्गों पर भूस्खलन के कारण घंटों आवाजाही बाधित रही। इधर, देहरादून में गुरुवार की शाम को शुरू हुई बारिश देर रात तक जारी रही। इसके बाद सुबह भी कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शनिवार से बुधवार तक प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

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सड़क चौड़ीकरण के बाद नए भूस्खलन ने बढ़ाई बीआरओ की चिंता

नारायणबगड़ के कर्णप्रयाग-ग्वालदम राजमार्ग पर बीआरओ की ओर से सड़क चौड़ीकरण के बाद कर्णप्रयाग से ग्वालदम तक आधा दर्जन स्थानों पर भूस्खलन के चलते डेंजर जोन बन गए हैं। इससे आवाजाही जोखिम भरी बनी हुई है। हालांकि, प्रशासन और बीआरओ की ओर से हाईवे बंद रहने की स्थिति में जेसीबी के माध्यम से आवागमन सुचारू करने के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं।

दरअसल, 2018-19 में बीआरओ की ओर से शुरू किया गया कर्णप्रयाग-ग्वालदम चौड़ीकरण कार्य अंतिम चरण में है। लेकिन, नारायणबगड़ में नाली निर्माण न होने से आएदिन जलभराव की समस्या स्थानीय व्यापारियों को परेशान कर देती है। वहीं बीते 20 सितंबर को पंती में अतिवृष्टि के चलते राजमार्ग पर मलबे में कई वाहनों के दब जाने से राजमार्ग पर घंटों आवागमन बाधित रहा था। इससे वहां रहने वाले बीआरओ मजदूर सुरक्षित तो रहे, लेकिन समीप खड़े वाहन व दुकानों में मलबा घुस गया था।

नारायणबगड़ निवासी जयवीर सिंह बताते हैं, बीआरओ की ओर से समय पर निकासी नाली व स्क्रबर निर्माण न किए जाने से कई स्थानों पर आवाजाही जोखिम भरी बनी है। वहीं बगोली से नारायणबगड़ तक नौ किमी चौड़ीकरण कार्य होना शेष है। सामाजिक कार्यकत्र्ता हरेंद्र सिंह, केशर सिंह ने कहा कि आज भी यह राजमार्ग सिमली-पाडली, बगोली के समीप शिव मंदिर, हरमनी, मोणाछिडा, हरमनी मल्ली, कुलसारी के बूडांग, मल्योपहाड़ में संवेदनशील बनने से आवाजाही करने वाले वाहन किसी तरह गुजर रहे हैं।

इस संबध में उप जिलाधिकारी थराली सुधीर कुमार ने कहा कि ग्वालदम राजमार्ग पर सुचारू आवागमन के लिए बीआरओ अधिकारियों को अवगत कराया गया है। राजमार्ग बाधित न रहे, इसके लिए डेंजर जोन पर जेसीबी की व्यवस्था भी की गई है। प्राकृतिक आपदा से नुकसान न हो, इसके लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।

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