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नहीं रहीं साहित्यकार और कवियत्री वीणा पाणी जोशी, लंबी बीमारी के बाद निधन

विख्यात साहित्यकार और कवयित्री वीणा पाणी जोशी का लंबी बीमारी के बाद शुक्रवार सुबह निधन हो गया।

By Raksha PanthariEdited By: Updated: Fri, 06 Mar 2020 08:47 PM (IST)
नहीं रहीं साहित्यकार और कवियत्री वीणा पाणी जोशी, लंबी बीमारी के बाद निधन
देहरादून, जेएनएन। हिंदी की विख्यात साहित्यकार और कवयित्री वीणा पाणी जोशी का लंबी बीमारी के बाद शुक्रवार सुबह निधन हो गया। यह खबर मिलते ही उनके आवास पर काफी संख्या में भीड़ जुटी रही। उनके निधन पर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के अलावा संस्कृति विभाग और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने शोक जताया। फिलहाल उनका पार्थिव शरीर इंदर रोड स्थित आवास पर रखा गया है। शनिवार को अंतिम संस्कार हरिद्वार में होगा। 

हिंदी, गढ़वाली, कुमाऊंनी, व्रज, अवधी, पंजाबी और अंग्रजी की भाषाविद् वीणा वाणी जोशी लंबे समय से बीमार थीं। उनका कोरोनेशन अस्पताल में इलाज चल था। 83 वर्षीय जोशी ने शुक्रवार सुबह करीब 8:30 बजे अंतिम सांस ली। उनके परिवार में बेटे अविनाश चंद्र जोशी, अमिताभ, आलोक जोशी, जबकि पुत्री नीना और वंदना जोशी हैं। आलोक जोशी ने बताया कि पार्थिव शरीर शनिवार सुबह साढ़े नौ बजे आवास से हरिद्वार ले जाया जाएगा, जहां अंतिम संस्कार होगा। 

उन्होंने कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों में स्वतंत्र लेखन किया। उनकी कविताओं को आकाशवाणी नजीबाबाद और पोर्टनगर (अंडमान) से प्रसारित किया जाता था। अखिल गढ़वाल सभा देहरादून की स्मारिका में भी उनके गढ़वाली और हिंदी काव्य संग्रह प्रकाशित हुए। 

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राज्य आंदोलनकारियों ने जताया शोक

उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच ने भी वीणा पाणी जोशी के निधन पर शोक जताया। मंच के जिलाध्यक्ष ने बताया कि वे उत्तराखंड साहित्य, कला परिषद की सदस्य भी रहीं। इस मौके पर ओमी उनियाल, जगमोहन सिंह नेगी, रामलाल खंडूड़ी, प्रमिला रावत, मोहन रावत, राकेश जुयाल, वीरेंद्र सकलानी, केशव उनियाल, सुलोचना भट्ट, राधा तिवारी, सुदेश सिंह, सुनील जुयाल, सुमित थापा, बीर सिंह रावत, पूरण सिंह लिंगवाल, जयदीप सकलानी, विनोद असवाल, जीतपाल बर्त्वाल, अमर सिंह आदि रहे। 

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