Uttarakhand Coronavirus Update: एम्स ऋषिकेश बना कोरोना का नया हॉटस्पॉट, एक और पॉजिटिव
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश कोरोना का नया हॉट स्पाट बन गया है। यहां सात दिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या छह पहुंच गई है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 04 May 2020 10:03 PM (IST)
ऋषिकेश, जेएनएन। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश कोरोना का नया हॉट स्पाट बन गया है। यहां सात दिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या छह पहुंच गई है। इससे एम्स प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। रविवार को एक और महिला नर्सिंग अधिकारी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। आवास विकास कॉलोनी में जिस घर में वह किराये पर रहती है, वहां रह रहे अन्य आठ लोगों को क्वारंटाइन कर सेंटर में भेज दिया गया है।
एम्स निदेशक प्रो. रविकांत के स्टॉफ ऑफिसर व कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि मेडिसिन आईसीयू में तैनात 29 वर्षीय नर्सिंग अधिकारी कोरोना संक्रमित पाई गई। 26 अप्रैल को उसे बुखार की शिकायत थी। दवा देने के बाद बुखार ठीक हो गया। 26 से 29 अप्रैल तक वह ड्यूटी पर रही। 30 अप्रैल से एक मई तक उसे गले में खरास, पीठ में दर्द और कमजोरी की शिकायत हुई। जिसके बाद इनका सैंपल लिया गया, जिसमें कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
डॉ. उनियाल ने बताया कि यह महिला नर्सिंग अधिकारी 15 अप्रैल से मेडिसिन आइसीयू में ड्यूटी पर तैनात थी। इसी आइसीयू में 22 अप्रैल की शाम से लाल कुआं, नैनीताल निवासी महिला का उपचार चल रहा था। इस महिला की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। शुक्रवार की सुबह इस महिला की मृत्यु हो गई थी। इस बात की आशंका है कि इसी मरीज से महिला नर्सिंग अधिकारी संक्रमित हुई है।
उन्होंने बताया कि पिछले 28 दिन में महिला नर्सिंग अधिकारी ऋषिकेश से बाहर यात्रा पर नहीं गई। उसके प्रथम और द्वितीय संपर्क वाले सभी लोगों का पता लगाया जा रहा है। सूचना मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन ने आवास विकास कॉलोनी में जिस घर में यह नर्स किराए पर रहती थी। वहां रहने वाले अन्य आठ लोगों को क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया है।
आज सामने आए मामले के साथ ही एम्स ऋषिकेश में कोरोना संक्रमित मामलों की कुल संख्या छह हो गयी है। जिनमें एक महिला इंटर्न डॉक्टर, तीन नर्सिंग स्टाफ, एक मरीज की तीमारदार तथा एक ब्रेन अटैक के चलते भर्ती महिला मरीज शामिल हैं। कोरोना संक्रमित महिला की 22 अप्रैल को ब्रेन हेमरेज से मौत हो चुकी है।
अब महज 33061 लोगों का दोबारा सर्विलांस बाकीकोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्ध व्यक्तियों के दैनिक सर्विलांस को शिक्षकों, आशा कार्यकर्ताओं व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जो अब तक कुल 3,85,226 व्यक्तियों की सामुदायिक निगरानी का कार्य चुकी हैं। जिसमें रविवार तक 352165 व्यक्तियों की दोबारा सामुदायिक निगरानी की जा चुकी है।
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, 43 टीमों की ओर से दूरभाष के माध्यम से 272 व्यक्तियों से संपर्क कर सामुदायिक निगरानी का कार्य किया गया। इसके अलावा कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत लॉकडाउन अवधि के दौरान जनपद में बनाए गए आठ राहत शिविरों में ठहरे 150 व्यक्तियों का चिकित्सकों ने स्वास्थ्य परीक्षण और काउंसिलिंग की। जबकि, दिहाड़ी-मजदूरी करने वाले 32 श्रमिकों को साईकेट्रिक सपोर्ट टीम ने रिवाइज्ड कांउसिलिंग की गई।
कार्मिकों को दिए सुरक्षा उपकरणजिला प्रशासन की ओर से रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए नियुक्त कार्मिकों को संक्रमण से सुरक्षा के लिए 72 एन-95 मास्क, 1480 ट्रिपल लेयर मास्क, 26 पीपीई किट, 50 वीटीएम वाईल, 1000 सर्जिकल ग्लव्स, 518 एग्जामिनेशन ग्लव्स और 179 सेनिटाइजर प्रदान किए गए।
उत्तराखंड में ज्यादातर कोरोना मरीज 21 से 30 साल केउत्तराखंड में कोरोना के मामलों के आधिकारिक आंकड़ों के हिसाब से पता चला है कि ज्यादातर मरीज 21 से 30 साल के बीच की उम्र के हैं। लिंग के आधार पर देखें तो महिलाओं की तुलना में पुरुष अधिक प्रभावित हुए हैं। अभी तक सामने आए मामलों में तकरीबन 12 फीसदी ही महिलाएं हैं।प्रदेश में अब तक 7046 सैंपल की जांच की गई है। जिनमें 6986 की रिपोर्ट निगेटिव व 60 केस पॉजिटिव आए हैं। इसके अलावा दिल्ली में कोरोना संक्रमित पाए गए एक बुजुर्ग का भी एम्स ऋषिकेश में उपचार चल रहा है। जनपद देहरादून में सर्वाधिक 33 मरीज सामने आए हैं। जबकि नैनीताल में दस, ऊधमसिंह नगर में आठ, हरिद्वार में सात और अल्मोड़ा व पौड़ी में एक-एक मामला आया है।
इनमें भी पौड़ी व अल्मोड़ा कोरोना मुक्त हो चुके हैं। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती ने बताया कि अभी तक आए मामलों में 21 से 30 वर्ष के सर्वाधिक लोग हैं। इसके अलावा महिलाओं की तुलना में पुरुष ज्यादा संक्रमित हुए हैं। अभी तक आए मामलों में सात महिलाएं संक्रमित हुई हैं। इसके अलावा नौ माह का एक बच्चा भी कोरोना पॉजिटिव आया था। इस लिहाज से पॉजिटिव मरीजों में पुरुषों की संख्या कहीं ज्यादा है।
उन्होंने बताया कि कोरोना की रोकथाम को तमाम कदम उठाए जा रहे हैं। वर्तमान में भी 32698 लोग होम क्वारंटाइन में रखे गए हैं। वहीं 2715 संस्थागत क्वारंटाइन में हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना के लिहाज से यह भी राहत की बात है कि वर्तमान में प्रदेश में डबलिंग रेट 30 दिन का है।यह भी पढ़ें: Uttarakhand Hotspot List: उत्तराखंड में अब तक हैं 20 हॉटस्पॉट जोन, सबसे ज्याद 10 देहरादून में
शिवा एन्क्लेव की पड़ोस वाली गली भी सीलरविवार को आवास विकास की गली में रहने वाली नर्स के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि इस गली को अवरोधक लगाकर सील कर दिया गया है। इसके अलावा संबंधित घर के बाहर क्वारंटाइन होम का नोटिस लगा दिया गया है। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी देहरादून से प्राप्त निर्देश के अनुसार यहां पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। इस क्षेत्र में भी आवश्यक वस्तुओं की सेवाएं सुनिश्चित करने की कार्यवाही की जा रही है। वहीं, नगर निगम की टीम ने आवास विकास के शिवा एन्क्लेव तथा दूसरी गली सहित पूरी कॉलोनी में सेनिटाइजर का छिड़काव किया गया।यह भी पढ़ें: LIVE Uttarakhand Coronavirus Update एम्स ऋषिकेश में एक नर्स की कोरोना रिपोर्ट आई पॉजिटिव, अब तक 60 लोग संक्रमित
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