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Uttarakhand Coronavirus News Update: उत्तराखंड में कोरोना के 264 मामले, एक और मरीज की मौत

Uttarakhand Coronavirus News Update उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के 264 नए मामले सामने आए हैं। प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 7447 हो गई है।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Sat, 01 Aug 2020 09:27 PM (IST)
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Uttarakhand Coronavirus News Update: उत्तराखंड में कोरोना के 264 मामले, एक और मरीज की मौत
देहरादून, जेएनएन। Uttarakhand Coronavirus News Update उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। शनिवार को 264 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें सबसे अधिक 95 मामले नैनीताल से सामने आए हैं। इसके अलावा 27 देहरादून, 42 हरिद्वार, 31 बागेश्वर, 30 ऊधमसिंहनगर, 17 उत्तरकाशी, सात पिथौरागढ़, दो टिहरी गढ़वाल, एक रुद्रप्रयाग में सामने आए हैं। चार-चार मामले अल्मोड़ा, पौड़ी और चंपावत से हैं। वहीं, 162 लोग पूरी तरह से ठीक हो गए हैं। प्रदेश में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या 7447 हो गई है, जिनमें से 4330 मरीज पूरी तरह से ठीक हो गए हैं। वर्तमान में 2996 मामले एक्टिव हैं, जबकि 83 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 38 मरीज पूरी राज्य से बाहर जा चुके हैं।  

चंपावत में एक और कोरोना संक्रमित की हुई मौत, 

चंपावत जिले में एक कोरोना संक्रमित की मौत हो गई है। शख्स 24 जुलाई को टनकपुर सयुंक्त अस्पताल में इलाज कराने पहुंचा था। तभी किए गए एंटीजन टेस्ट में वो कोरोना संक्रमित निकला था। हालत गंभीर होने पर हल्द्वानी एसटीएच में उनका उपचार चल रहा था। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। शनिवार को उनकी मौत हो गई। जिले में अब कोरोना से मरने वालों की संख्या दो हो गई है, जबकि 50 केस एक्टिव हैं।  ।

कोटद्वार बेस अस्पताल में तैनात दो स्टाफ नर्स संक्रमित 

कोटद्वार बेस हॉस्पिटल में तैनात दो स्टाफ नर्स की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें से एक स्टाफ नर्स कुछ दिन पूर्व हरिद्वार से आई थी। दो स्टाफ नर्सों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद चिकित्सालय में हड़कंप मचा हुआ है। प्रमुख अधीक्षक डॉक्टर वागीश चंद्र काला ने बताया कि दोनों स्टाफ नर्स के सैंपल 27 जुलाई को लिए गए थे। बताया उनके संपर्क में आए 54 व्यक्ति आए थे, जिन्हें आइसोलेशन में रखा जाएगा। वहीं, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में 7 लोगों की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव पाई गई है। डोईवाला क्षेत्र में कोरोना के चार मामले सामने आए हैं, जिनमें एक सेना का जवान भी शामिल है। 

कोरोना के मोर्चे पर उत्तराखंड के लिए शुक्रवार थोड़ा राहत भरा रहा। 23 दिन बाद ऐसा हुआ कि प्रदेश में नए केस की तुलना में स्वस्थ हुए मरीजों की तादाद ज्यादा रही। इससे रिकवरी रेट में भी 1.47 फीसद की बढ़ोत्तरी आई है। जो कि पिछले कुछ समय से लगातार गिर रहा था। शुक्रवार को 118 नए मामले आए, जबकि 172 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे। अभी तक उत्तराखंड में कोरोना के 7183 मामले आए हैं। जिनमें 4168 यानी 58.03 फीसद स्वस्थ हो चुके हैं। 2895 मरीज अभी विभिन्न अस्पतालों और कोविड-केयर सेंटर में भर्ती हैं, जबकि 38 मरीज राज्य से बाहर जा चुके हैं।

जून समाप्ति पर प्रदेश में रिकवरी रेट 77 फीसद से ऊपर था। जुलाई के प्रथम सप्ताह में यह 81 फीसद से ऊपर पहुंच गया और उत्तराखंड सबसे बेहतर रिकवरी रेट वाले राज्यों में शुमार हुआ। लेकिन, इसके बाद कोरोना की रफ्तार एकाएक ऐसी बढ़ी कि सारी सांख्यिकी गड़बड़ा गई। दिन-ब-दिन स्थिति बिगड़ती चली गई। आठ जुलाई के बाद से हर दिन रिकवरी से कई गुना अधिक नए मामले आ रहे थे।

जून में जहां स्वस्थ हुए मरीजों का आंकड़ा 2129 था, जुलाई में यह घटकर 1937 पर आ गया। लेकिन, माह के आखिरी दिन ही सही आंकड़ों ने कुछ हद तक सुकून दिया। शुक्रवार को जो 172 मरीज रिकवर हुए, उनमें 95 देहरादून, 65 नैनीताल, आठ पौड़ी, तीन ऊधमसिंहनगर व एक हरिद्वार से है।

चार और मरीजों की मौत

प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की मौत का बढ़ता आंकड़ा चिंता का सबब बन रहा है। शुक्रवार को भी कोरोना संक्रमित चार मरीजों की मौत हुई। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एम्स ऋषिकेश में कोरोना संक्रमित दो मरीजों की मौत हुई है। इनमें दून के जगदीशपुर निवासी 42 वर्षीय व्यक्ति को 26 जुलाई को अस्पताल में भर्ती किया गया था। उन्हें सांस लेने में तकलीफ, बुखार और हाइपरटेंशन की समस्या थी। भर्ती करते वक्त लिए गए मरीज के सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव, जबकि 29 जुलाई को लिए गए दूसरे सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। 

गुरुवार रात मरीज को कोविड आइसीयू में शिफ्ट किया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। दूसरा मामला बिजनौर का है। नगीना निवासी 24 वर्षीय महिला 21 जुलाई को एम्स में भर्ती हुई थी। उसे सांस लेने में तकलीफ के साथ किडनी संबंधी दिक्कत थी। महिला को कोविड आइसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया था। जहां गुरुवार देर रात उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। 

दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रेमपुर माफी कौलागढ़ निवासी 42 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई है। 17 जुलाई को अस्पताल में भर्ती किए गए मरीज का वर्ष 2011 में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था। उसे बीपी सहित अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी थीं। इसके अलावा हल्द्वानी के सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में भी 60 वर्षीय एक महिला की मौत हुई है। जुलाई में उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित 41 मरीजों की मौत हुई है। यह एक माह में हुई मौतों की अभी तक की सर्वाधिक संख्या है।

3395 सैंपल की रिपोर्ट, 3277 निगेटिव

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को 3395 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें से 3277 रिपोर्ट निगेटिव और 118 पॉजिटिव आई हैं। सबसे ज्यादा 55 लोग देहरादून के कोरोना संक्रमित मिले हैं। नैनीताल में 34 नए मामले आए हैं। इनमें आधे संक्रमितों के संपर्क में आए लोग हैं। हरिद्वार में छह लोग की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिनमें चार किसी कोरोना संक्रमित के संपर्क में आए थे। वहीं, ऊधमसिंहनगर में भी पांच नए मरीज मिले हैं। टिहरी में भी जम्मू-कश्मीर, मुंबई आदि से लौटे पांच और लोग कोरोना की चपेट में आए हैं। पौड़ी में चार की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें तीन लोग दिल्ली से लौटे हैं। अल्मोड़ा व रुद्रप्रयाग में भी तीन-तीन नए केस मिले हैं। चमोली, बागेश्वर व उत्तरकाशी में एक-एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिला है।

दून में सेना के तीन जवान सहित 55 संक्रमित

दून में शुक्रवार को भी 55 लोग संक्रमित मिले। इनमें तीन सेना के जवान हैं। जबकि सात सैंपल की रिपोर्ट एम्स ऋषिकेश से पॉजिटिव आई है। यह मरीज टिहरी, हरिद्वार व बलिया के रहने वाले हैं। दून अस्पताल के कोरोना संदिग्ध वार्ड में भर्ती पांच मरीजों में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं निजी लैब से भी 40 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें सेलाकुई स्थित फार्मा कंपनी के कर्मचारी भी शामिल हैं। बता दें, जिले में अब तक 1659 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 1167 स्वस्थ हो गए हैं। 420 मरीज अभी अस्पतालों व कोविड-केयर सेंटर में भर्ती हैं। 46 मरीजों की मौत हो चुकी है।

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एलआइसी अधिकारी की मौत

दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शुक्रवार को एलआइसी के एक अधिकारी की उपचार के दौरान मौत हो गई। वह मूल रूप से बिहार के रहने वाले थे और यहां एलआइसी की जीएमएस रोड शाखा में विकास अधिकारी के पद पर तैनात थे। काफी समय से उनका परिवार यहां कौलागढ़ में रहता था। उनका किडनी ट्रांसप्लांट हो चुका था। तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने 17 जुलाई को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था। शुक्रवार को मरीज ने आइसीयू में अंतिम सांस ली।

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