Lok Sabha Election 2024: उत्तराखंड में पुलिस प्रशासन ने कसी कमर, सीमाओं व चेकपोस्ट पर लगेंगे कैमरे; पहली बार लागू होगा ये सिस्टम
Lok Sabha Election 2024 निर्वाचन के लिए पुलिस के नोडल अधिकारी अपर पुलिस महानिदेशक एपी अंशुमान ने बताया कि चुनाव में 45 हजार से अधिक सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जाएगी। केंद्र से कुल 115 केंद्रीय सशस्त्र बल की मांग की गई है। इनमें से 20 टुकड़ियां आ चुकी हैं। इसके साथ ही 15 टुकड़ी होमगार्ड की भी मांगी गई है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। Lok Sabha Election 2024: प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत कानून व्यवस्था और सुरक्षा की दृष्टि से भी व्यवस्था सुदृढ़ की जा रही है। इस कड़ी में अन्य राज्यों से लगी प्रदेश की सीमाओं पर तकरीबन 70 चेकपोस्ट पर सीसी कैमरों से नजर रखी जाएगी। अंतरराष्ट्रीय सीमा और ऐसे क्षेत्र जहां सीसी कैमरे लगाना संभव नहीं होगा, ऐसे लगभग 30 स्थानों पर कैमरे युक्त ड्रोन से निगहबानी की जाएगी।
शनिवार को सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में पत्रकारों को जानकारी देते हुए निर्वाचन के लिए पुलिस के नोडल अधिकारी अपर पुलिस महानिदेशक एपी अंशुमान ने बताया कि चुनाव में 45 हजार से अधिक सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जाएगी। इनमें पुलिस के साथ ही होमगार्ड और पीआरडी जवान भी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि केंद्र से कुल 115 केंद्रीय सशस्त्र बल की मांग की गई है। इनमें से 20 टुकड़ियां आ चुकी हैं। इसके साथ ही 15 टुकड़ी होमगार्ड की भी मांगी गई है।
अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि 10 हजार से अधिक पुलिस कर्मियों को चुनाव से संबंधित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके लिए 150 प्रशिक्षक तैयार किए गए हैं।
260 स्थानों पर दुरुस्त होगी संचार सुविधा
अपर पुलिस महानिदेशक के अनुसार प्रदेश में 260 शेडो स्टेशन चिह्नित किए गए हैं। ये ऐसे स्थान हैं, जहां जल्दी से सिग्नल नहीं मिलते। इन केंद्रों में संचार की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा।
लाइसेंसी हथियार किए जाएंगे जमा
प्रदेश में लगभग 46 हजार व्यक्तियों के पास लाइसेंसी हथियार हैं। चुनाव के दृष्टिगत सभी जिलाधिकारियों से लाइसेंसी हथियार जमा कराने के निर्देश दिए गए है। यह कार्य शुरू हो चुका है।संवेदनशील बूथों पर रहेगी नजर
प्रदेश में अभी 1410 अति संवेदनशील और 1704 संवेदनशील मतदान केंद्र चिह्नित किए गए हैं। इनकी संख्या प्रत्याशियों के आधार पर घट या बढ़ सकती है। अभी ऐसे केंद्रों को अतिसंवेदनशील की श्रेणी में लिया गया है, जिनमें 90 प्रतिशत से अधिक और 10 प्रतिशत से कम मतदान हुआ है। साथ ही ऐसे मतदान केंद्र भी इसमें शामिल किए गए हैं, जहां एक प्रत्याशी को 75 प्रतिशत से अधिक वोट प्राप्त हुए हैं। इन पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
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