पलायन के दंश से अछूते नहीं केंद्रीय विद्यालय, घट रही छात्र संख्या
प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में संचालित केंद्रीय विद्यालयों में जहां पहली कक्षा के लिए रिकॉर्ड आवेदन हुए हैं। वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में यह संख्या बहुत कम है। इसका कारण पलायन है।
By Edited By: Updated: Thu, 28 Mar 2019 08:52 AM (IST)
देहरादून, जेएनएन। पलायन के कारण न केवल पहाड़ के कई गांव वीरान हो गए हैं, बल्कि इसने स्कूलों की भी नींव भी हिला दी है। सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या साल-दर-साल घट रही है। यहां तक की अब केंद्रीय विद्यालय भी इससे अछूते नहीं हैं।
प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में संचालित केंद्रीय विद्यालयों में जहां पहली कक्षा के लिए रिकॉर्ड आवेदन हुए हैं, पर्वतीय क्षेत्रों में यह संख्या बहुत कम है। स्थिति यह कि कई स्कूलों में निर्धारित सीट के मुकाबले आधे भी आवेदन नहीं आए हैं। केंद्रीय विद्यालयों में पहली कक्षा के लिए प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। उत्तराखंड की बात करें तो यहा 45 केंद्रीय विद्यालयों में कक्षा एक में तीन हजार से अधिक सीट हैं। जिनके लिए इस बार रिकॉर्ड आवेदन प्राप्त हुए हैं। यह संख्या 10851 पहुंच गई है। जबकि गत वर्ष यह संख्या 9067 थी। देहरादून शहर में अभिभावकों ने केंद्रीय विद्यालयों में बच्चों का दाखिला कराने में खासी दिलचस्पी दिखाई है। दून में 11 केंद्रीय विद्यालय हैं। जिनमें सर्वाधिक 928 आवेदन केवि ओएनजीसी के लिए प्राप्त हुए हैं। शहर में प्रत्येक स्कूल में औसतन 300 से 600 के बीच आवेदन हुए हैं।
रुड़की, ऋषिकेश और तमाम मैदानी क्षेत्रों में दाखिले का क्रेज कुछ इसी तरह दिखाई दिया, लेकिन पहाड़ी क्षेत्रों की स्थिति इससे ठीक उलट है। क्वालिटी एजुकेशन के लिए जाने जाने वाले केंद्रीय विद्यालयों में भी वहा बच्चे नहीं मिल रहे। इसके एकाध नहीं कई उदाहरण हैं। मसलन मसूरी में 30, टिहरी में 28, राजगढ़ी में 27, मुक्तेश्वर में 23 व सौरखंड में केवल 20 आवेदन मिले हैं। लैंसडौन में यह संख्या 15 पर सिमट गई है। 40 सीट के मुकाबले यह संख्या आधी भी नहीं है। जोशीमठ, कौसानी समेत कई अन्य पहाड़ी इलाकों में भी कमोबेश यही स्थिति है। केंद्रीय विद्यालय देहरादून संभाग के प्रभारी उपायुक्त विनोद कुमार अनुसार, मैदानी क्षेत्र के सभी केंद्रीय विद्यालयों में रिकॉर्ड आवेदन हुए हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में यह संख्या कम रही है। इसके कई कारण हैं। विद्यालय की दूरी एक कारण हो सकता है।
इसके अलावा ऑनलाइन प्रणाली को लेकर अनभिज्ञता भी एक वजह है। दाखिलों की पहली सूची जारी केंद्रीय विद्यालयों में कक्षा एक के दाखिलों की पहली सूची मंगलवार को जारी हो गई है। अभिभावक अपने बच्चे का नाम संबंधित केंद्रीय विद्यालय के साथ ही वेबसाइट पर भी देख सकते हैं। सीट खाली रहने पर दूसरी सूची 9 अप्रैल को जारी होगी। इसके बाद भी सीट खाली रहती हैं तो अंतिम सूची 23 अप्रैल को जारी की जाएगी। उधर, ग्यारहवीं कक्षा को छोड़कर दूसरी कक्षा और इससे ऊपर की कक्षाओं में दाखिले की प्रक्रिया 2 अप्रैल 2019 से शुरू होगी। यह प्रक्रिया 2 अप्रैल सुबह 8 बजे से 9 अप्रैल शाम 4 बजे तक चलेगी। इसके बाद लिंक डीएक्टिवेट कर दिया जाएगा। इसकी पहली मेरिट लिस्ट 12 अप्रैल को जारी होगी और दाखिले की प्रक्रिया 12 अप्रैल से 20 अप्रैल तक चलेगी। वहीं 11वीं कक्षा में दाखिले की प्रक्रिया बोर्ड परीक्षा का परिणाम घोषित होने के दस दिनों के भीतर शुरू हो जाएगी।
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