Chandra Grahan 2022 : धनहानि झेल रहे लोगों के लिए ज्योतिषाचार्यों का उपाय, ग्रहण लगते ही करना होगा ऐसा
Lunar Eclipse 2022 8 नवंबर को इस वर्ष का अंतिम चंद्र ग्रहण भी पड़ रहा है। पृथ्वी और चन्द्रमा के बीच सूर्य के आ जाने पर चंद्र ग्रहण लगता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दौरान राहु और केतु का प्रकोप पृथ्वी पर पड़ता है।
By Jagran NewsEdited By: Nirmala BohraUpdated: Tue, 08 Nov 2022 05:42 PM (IST)
टीम जागरण, देहरादून : Chandra Grahan 2022 : आगामी 8 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन इस वर्ष का अंतिम चंद्र ग्रहण भी पड़ रहा है। पृथ्वी और चन्द्रमा के बीच सूर्य के आ जाने पर चंद्र ग्रहण लगता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दौरान राहु और केतु का प्रकोप पृथ्वी पर पड़ता है। इस चंद्र ग्रहण को भारत समेत दुनिया के कई देशों में एकसाथ देखा जा सकेगा। अभी विगत 25 अक्टूबर को ही साल का आखिरी सूर्य ग्रहण भी लगा था।
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भारत में कितने बजे देखा जाएगा चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2022)
देहरादून के ज्योतिषाचार्य डॉक्टर सुशांत राज के अनुसार कि मानें तो भारतीय समय के अनुसार यह आठ नवंबर को चंद्र ग्रहण दोपहर दो बजकर 40 मिनट पर शुरू होगा और शाम छह बजकर 20 मिनट तक रहेगा।
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ज्योतिषाचार्य डॉक्टर सुशांत राज के अनुसार इस चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2022) के दौरान किए गए कुछ उपाय बेहद प्रभावशाली माने जाते हैं।
कहा जाता है कि व्यापार में नुकसान झेल रहे लोगों के लिए यह छोटे उपाय लाभकारी होते हैं। चंद्र ग्रहण के दौरान इन उपायों की मदद से न केवल व्यवसाय में सफलता प्राप्त कर सकेंगे, बल्कि धन लाभ भी होता है।यह भी पढ़ें : Chandra Grahan 2022 : साल का अंतिम चंद्रग्रहण मंगलवार को, उत्तराखंड में इस समय दिखेगा ग्रहण
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने के लिए उपाय :
- चंद्र ग्रहण के पहले स्नान करके सफेद या लाल वस्त्र पहनें
- घर में साफ स्थान पर आसन लगाकर बैठ जाएं
- चंद्र ग्रहण लगेते ही चमेली के तेल का एक दीपक जलाएं
- दाएं हाथ में रुद्राक्ष की माला और बाएं हाथ में पांच गोमती चक्र लें
- इसके बाद 'ओम क्रीं कालिके स्वाहा ओम' मंत्र का जाप करें
- मंत्र जाप के दौरान मां काली और भगवान शिव का ध्यान करें
- एक माले का जाप जरूर करें
- जाप खत्म होने के बाद गोमती चक्रों को एक डिब्बे में रख दें
- इसके बाद बाएं हाथ में पांच हकीक और पांच मूंग के दाने लें
- अब दोबारा 'ओम क्रीं कालिके स्वाहा ओम' मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से से करें, एक माले का जाप जरूर करें
- जाप के समय मां काली और भगवान शिव का ध्यान करें
- जाप खत्म होने के बाद रुद्राक्ष की माला, हकीक और मूंग के दानों को एक डिब्बे में रखें और उसे सिंदूर से भर दें
- अब चमेली के तेल का दीपक बुझाएं और उस तेल को भी उसी डिब्बे में डाल दें
- ग्रहण खत्म हने के बाद इस डिब्बे को ऑफिस या दुकान में बने पूजा स्थल पर रख दें