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उत्तराखंड में मदरसों का होगा आधुनिकीकरण, सरकारी स्कूलों की तरह इनमें भी चलेंगी स्मार्ट कक्षाएं

Modernization of Madrasas उत्तराखंड में वर्तमान में 444 मदरसे संचालित हैं जो मदरसा बोर्ड में पंजीकृत हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सभी पहलुओं पर विश्लेषण कर मदरसों के आधुनिकीकरण को कदम उठाए जाएंगे।

By Nirmala BohraEdited By: Updated: Mon, 02 May 2022 09:18 AM (IST)
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उत्तराखंड में वर्तमान में 444 मदरसे संचालित हैं

राज्य ब्यूरो, देहरादून : उत्तर प्रदेश की भांति उत्तराखंड में भी मदरसों का आधुनिकीकरण होगा। सरकारी स्कूलों की तरह इनमें भी स्मार्ट कक्षाएं चलेंगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसके संकेत दिए। मीडिया से बातचीत में उत्तर प्रदेश की पहल से संबंधित प्रश्न पर उन्होंने कहा कि सभी पहलुओं पर विश्लेषण कर मदरसों के आधुनिकीकरण को कदम उठाए जाएंगे।

वर्तमान में 444 मदरसे संचालित

उत्तराखंड में वर्तमान में 444 मदरसे संचालित हैं, जो मदरसा बोर्ड में पंजीकृत हैं। बदली परिस्थितियों में मदरसों के आधुनिकीकरण पर जोर दिया जा रहा है, ताकि वहां पढऩे वाले बच्चे भी सरकारी स्कूलों की तरह शिक्षा ग्रहण कर सकें। अब मुख्यमंत्री धामी ने जिस तरह के संकेत दिए हैं, उससे मदरसों के जल्द आधुनिकीकरण की उम्मीद जगी है।

परंपरागत शिक्षा में बदलाव की आवश्यकता

भाजपा नेता एवं 15-सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के पूर्व उपाध्यक्ष शादाब शम्स के अनुसार उन्होंने मुख्यमंत्री से मदरसों के आधुनिकीकरण के संबंध में वार्ता की थी। उन्होंने कहा कि मदरसों में दी जा रही परंपरागत शिक्षा में बदलाव की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री चाहते हैं कि मुस्लिम बच्चे भी स्मार्ट बनें। मदरसों का आधुनिकीकरण होने से वहां भी स्मार्ट कक्षाएं चलेंगी। साथ ही बच्चे हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, कंप्यूटर समेत अन्य विषयों से संबंधित शिक्षा ले सकेंगे।

स्टेट प्लेन खराब, दिल्ली से हेलीकाप्टर से आए मुख्यमंत्री धामी

उत्तराखंड में 17 वर्ष पूर्व 2005 में खरीदे गए स्टेट प्लेन के खराब होने के कारण मुख्यमंत्री तय समय पर दिल्ली से देहरादून नहीं लौट पाए। इस कारण उनके पहले से निर्धारित कुछ कार्यक्रमों को रद करना पड़ा।

बाद में मुख्यमंत्री स्टेट हेलीकाप्टर से लौटे। यह हेलीकाप्टर भी वर्ष 2004 में खरीदा गया है। इन दोनों में ही मुख्यमंत्री और मंत्री सफर करते हैं। इनमें आ रही तकनीकी समस्याओं के कारण अति विशिष्ट व्यक्तियों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

जब मुख्यमंत्री एयरपोर्ट पहुंचे तो इसमें तकनीकी खराबी आ गई

उत्तराखंड सरकार के पास अभी स्टेट प्लेन के रूप में बी-200 एयरक्राफ्ट है। 17 साल पुराने इस विमान की समय-समय पर मरम्मत की जा रही है। यही विमान गत 29 अप्रैल को मुख्यमंत्री को लेकर दिल्ली गया था। रविवार को इस विमान से मुख्यमंत्री को सुबह देहरादून पहुंचना था। जब मुख्यमंत्री एयरपोर्ट पहुंचे तो इसमें तकनीकी खराबी आ गई।

मुख्यमंत्री के सुबह के कार्यक्रम रद कर दिए गए

दरअसल, विमान के इंडीकेटर ने इसमें कुछ कमियां दिखाई। इस कारण इसे उड़ान के योग्य नहीं पाया गया। इसके स्थान पर स्टेट हेलीकाप्टर को मुख्यमंत्री को लेने दिल्ली भेजा गया। स्टेट प्लेन में हुई खराबी से देर होने के कारण मुख्यमंत्री के सुबह के कार्यक्रम रद कर दिए गए। स्टेट हेलीकाप्टर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सीधे टिहरी में सुरकंडा देवी मंदिर में रोपवे के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे।

सचिव नागरिक उड्डयन दिलीप जावलकर ने बताया कि विमान में तकनीकी खामी आई थी। इसे दुरुस्त कराया जा रहा है। सोमवार शाम तक स्टेट प्लेन वापस देहरादून आ जाएगा।

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