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Mann Ki Baat : प्रधानमंत्री मोदी ने किया बेड़ू का जिक्र, औषधीय गुणों से भरपूर है उत्‍तराखंड का यह पहाड़ी फल

Mann Ki Baat प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी पहाड़ी अंजीर कहे जाने वाले बेडू (Himalayan fig) का जिक्र किया। उन्‍होंने पिथौरागढ़ प्रशासन के द्वारा बेडू के उत्पादन को बढ़ावा देकर रोजगार सृजन व खनिज एवं वनस्पतियों के संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की है।

By Nirmala BohraEdited By: Updated: Sun, 28 Aug 2022 01:47 PM (IST)
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Mann Ki Baat : प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने किया बेड़ू का जिक्र। फाइल

टीम जागरण, देहरादून : Mann Ki Baat : रविवार को प्रसारित मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने उत्‍तराखंड के पहाड़ी फल बेड़ू का जिक्र किया।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी पहाड़ी अंजीर कहे जाने वाले बेडू (Himalayan fig) का जिक्र किया। कहा कि वास्तव में बेडू स्वास्थ्य के लिए संजीवनी है जिसके माध्यम से स्थानीय लोगों द्वारा अनेक रोगों का शमन किया जाता है।

वनस्पतियों के संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की सराहना

प्रधानमंत्री मोदी ने पिथौरागढ़ प्रशासन के द्वारा बेडू के उत्पादन को बढ़ावा देकर रोजगार सृजन व खनिज एवं वनस्पतियों के संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की है।

बेडू स्वास्थ्य के लिए संजीवनी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बेडू अथवा पहाड़ी अंजीर स्वास्थ्य के लिए संजीवनी है। इसके माध्यम से स्थानीय व्यक्तियों द्वारा अनेक रोगों का इलाज किया जाता है। रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुना।

इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने पिथौरागढ़ प्रशासन द्वारा बेडू के उत्पादन को बढ़ावा देकर रोजगार सृजन करने और खनिज एवं वनस्पतियों के संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी आशीष चौहान से फोन पर बात कर सराहनीय पहल के लिए बधाई दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रदेश सरकार जल के संरक्षण, कुपोषण मुक्त भारत के लिए जागरूकता और मोटे अनाज के उत्पादन को आमजन को प्रोत्साहित करेगी। इस दिशा में सुनियोजित तरीके से कदम उठाए जाएंगे।

बेडू पाको बारो मासा, ओ नरणी काफल पाको चैता मेरी छैला... ये लाइनें प्रसिद्ध उत्तराखंडी लोकगीत की हैं। बेडू का फल खाने से कब्ज, तंत्रिका विकार, जिगर की परेशानियों से छुटकारा मिलता है।

पीएम मोदी की मन की बात में जिक्र आने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी पिथौरागढ़ आशीष चौहान से फोन पर बात कर इस सराहनीय पहल के लिए जिला प्रशासन एवं जिले की जनता को बधाई दी।

उत्‍तराखंड के साथ और कहां पाया जाता है बेड़ू

उत्तराखंड के साथ बेडू का फल कश्मीर, हिमाचल, ईरान, सोमानिया, नेपाल, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, सुडान तथा इथियोपिया में भी पाया जाता है। दुनिया में इसकी करीब 800 प्रजातियां पाई जाती हैं। हिमाचल में बेडू फागो नाम से जाना जाता है। इसे अंजीरी भी कहा जाता है।

  • बेडू में एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं जो कई बीमारियों से दूर रखता है।
  • बेडू के फल से निकलने वाले सफेद दूध को चोट में लगाने पर चोट ठीक हो जाती है। उत्तराखंड में इस दूध को चोप कहा जाता है।
  • बेडू की सब्जी भी बनाई जाती है। कच्चे बेडू को उबाला जाता है और फिर सब्जी बनाई जाती है।
  • जून में बेडू पकने पर इससे जूस, स्कवाश, जैम और जैली बनाई जाती है।
  • बेडू के फल के पत्ते दुधारु पशुओं को खिलाए जाते हैं। जानवरों को चारे के रूप में देने से वह अच्छे से दूध देते हैं।
  • बेडू फेफड़ों की बीमारियां में बहुत फायदेमंद माना जाता है।
  • बेडू का फल ट्यूमर, अल्सर, मधुमेह के रोगियों को लाभ पहुंचाता है।
  • मूत्राशय से संबंधी रोगों के लिए बेडू का फल रामबाण इलाज है।

इसका कच्चा और पका हुआ दोनों फल खाए जा सकते हैं। इस फल को ज्यादा न खाएं, क्योंकि उससे जीभ भी छिल सकती है।

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