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उत्‍तराखंड में मानसून दे चुका दस्‍तक, देहरादून के इन पर्यटक स्थलों पर आजकल जाना खतरनाक, जरूर बरतें सावधानी

पहाड़ों में वर्षा होने से नदी का जल स्तर बढ़ने से पानी के तेज बहाव में पर्यटकों के डूबने या बहने की आशंका रहती है। प्रशासन की तमाम चेतावनी के बावजूद लोग अक्सर ऐसे स्थानों पर पहुंच जाते हैं आए दिन पर्यटकों के डूबने या बहने की खबरें मिलती हैं।

By Sumit KumarEdited By: Updated: Thu, 07 Jul 2022 07:07 PM (IST)
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त्तराखंड में मानसून दस्तक दे चुका है। ज्यादातर क्षेत्रों में मध्यम से भारी वर्षा का क्रम जारी है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड में मानसून दस्तक दे चुका है। ज्यादातर क्षेत्रों में मध्यम से भारी वर्षा का क्रम जारी है। पहाड़ों में वर्षा के कारण नदी-नाले भी अचानक ऊफान पर आ रहे हैं। देहरादून के कई पर्यटक स्थल इन दिनों खतरनाक बन गए हैं। स्थानीय के साथ-साथ बाहरी राज्यों से आ रहे पर्यटकों को भी विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। कहीं सैर-सपाटा और मौज-मस्ती किसी हादसे में तब्दील न हो जाए। जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से भी आजकल नदियों के किनारे न जाने की अपील की जा रही है।

देहरादून में कई ऐसे पर्यटक स्थल हैं, जहां नदी किनारे पर्यटक पिकनिक या सैर-सपाटा करने पहुंचते हैं। लेकिन, लगातार हो रही वर्षा के चलते ये बेहद रिस्की हो गए हैं। खासकर गुच्चू पानी, सहस्रधारा, मालदेवता, ऋषिकेश के ज्यादातर गंगा व सहायक नदियों के किनारे, विकासनगर और आसपास में यमुना नदी के किनारे बेहद खतरा बना हुआ है।

पहाड़ों में वर्षा होने से नदी का जल स्तर कभी भी बढ़ जाता है। जिससे पानी के तेज बहाव में पर्यटकों के डूबने या बहने की आशंका रहती है। प्रशासन की तमाम चेतावनी के बावजूद लोग अक्सर ऐसे स्थानों पर पहुंच जाते हैं और आए दिन पर्यटकों के डूबने या बहने की खबरें मिलती हैं। हालांकि, अति संवेदनशील क्षेत्रों को चिह्नित कर पुलिस और प्रशासन की ओर से चालान भी किए जा रहे हैं।

इनका कहना है

मानसून सीजन में नदियां उफान पर रहती हैं। ऐसे में नदियों के किनारे पर्यटक न जाएं। नदी किनारे पर्यटक स्थल पर उचित दूरी बनानी आवश्यक है। पुलिस की ओर से भी ऐसे इलाकों में गश्त कर निगरानी की जा रही है। यदि अपील के बाद भी कोई नदी में नहाता या पिकनिक करता मिलता है तो कार्रवाई की जाएगी।

जन्मेजय खंडूरी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक

प्रशासन की ओर से नदियों के किनारे चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं। बरसात में नदी का जल स्तर बढऩे और बाढ़ आने की आशंका को देखते हुए पर्यटकों से ऐसे क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की जा रही है। मौज-मस्ती के लिए जान जोखिम में न डालें।

डा. आर राजेश कुमार, जिला अधिकारी

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