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आत्मविश्वास और जोश से लबरेज दिखे महापौर-पार्षद

महापौर और पार्षदों ने रविवार को पदभार संभाल लिया। नगर निगम के सीमा विस्तार के चलते इस बार 60 के बजाय 100 वार्डो से पार्षद शपथ ग्रहण को जुटे।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 03 Dec 2018 09:50 AM (IST)
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आत्मविश्वास और जोश से लबरेज दिखे महापौर-पार्षद

देहरादून, जेएनएन। विधिवत शपथ ग्रहण के साथ महापौर और पार्षदों ने रविवार को पदभार संभाल लिया। नगर निगम के सीमा विस्तार के चलते इस बार 60 के बजाय 100 वार्डो से पार्षद शपथ ग्रहण को जुटे। इसके चलते जोश से लबरेज अधिकांश नए चेहरे शपथ लेने वालों में नजर आए। वहीं, निगम में भाजपा का बोर्ड बनने और सरकार का आशीर्वाद प्राप्त होने से महापौर के चेहरे पर आत्मविश्वास साफ झलक रहा था।

रविवार को नगर निगम परिसर में महापौर व पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह के एक हजार से भी अधिक लोग गवाह बने। मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री और भाजपा के आला नेताओं की मौजूदगी में हुए समारोह में भिन्न-भिन्न लिबास में पहुंचे भाजपा और कांग्रेस पार्षद उत्साह के साथ शपथ लेने मंच पर पहुंचे। 25-25 की संख्या में महापौर सुनील उनियाल गामा ने पार्षदों को शपथ के लिए मंच पर बुलाया। इस बार नगर निगम का स्वरूप काफी बदला-बदला नजर आया। 60 के बजाय 100 पार्षद निगम टीम में शामिल हुए हैं।

दो पार्षद बाद में लेंगे शपथ

नगर निगम परिसर में आयोजित समारोह में दो पार्षद रविवार को शपथ नहीं ले पाए। जबकि, अन्य दो पार्षदों को महापौर ने अपने कक्ष में शपथ दिलाई। दरअसल, शपथ ग्रहण समारोह नगर निगम में सुबह 11 बजे से शुरू होकर करीब 12 बजे तक चला। जबकि, वार्ड 96 नवादा से कांग्रेस पार्षद सचिन थापा और वार्ड 24 से भाजपा पार्षद विशाल कुमार जब तक पहुंचे, समारोह खत्म हो चुका था। लिहाजा बाद में महापौर ने दोनों पार्षदों को अपने कक्ष में शपथ दिलाई। जबकि, वार्ड 19 घंटाघर कालिका मंदिर से भाजपा पार्षद चरणजीत कौर और वार्ड 20 रेसकोर्स उत्तर से भाजपा पार्षद देवेंद्र पाल सिंह पारिवारिक समारोह के कारण रविवार को शपथ लेने नहीं पहुंच पाए। उन्हें बाद में शपथ दिलाई जाएगी।

महापौर कक्ष में हुई धक्का-मुक्की

महापौर के शपथ लेने के बाद उन्हें बधाई देने वालों में होड़ मच गई। महापौर कक्ष में पहुंचते ही वहां भीड़ लग गई। इस दौरान वहां धक्का-मुक्की भी हो गई। बाद में वह खुद बाहर आए और लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।

शपथ ग्रहण समारोह से कांग्रेसी रहे दूर

देहरादून नगर निगम में महापौर व पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह से कांग्रेसियों ने दूरी बनाए रखी। जबकि भाजपा की तरफ से स्वयं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह रावत समेत तमाम विधायक उपस्थित रहे। ऐसा भी नहीं है कि नगर निगम ने कांग्रेस के बड़े नेताओं को आमंत्रण नहीं भेजा था, बल्कि नगर आयुक्त विजय कुमार जोगदंडे का कहना है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर तमाम बड़े नेताओं को आमंत्रित किया गया था। 

देहरादून नगर निगम चुनाव में भाजपा के महापौर चुने गए और पार्षदों में भी भाजपा का ही दबदबा रहा। इस वजह से शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा की अतिसक्रियता स्वाभाविक है, मगर इसका मतलब यह नहीं हुआ कि कांग्रेस के बड़े नेता समारोह से दूरी बना लें। कांग्रेस के भी 34 पार्षद देहरादून नगर निगम का हिस्सा बने हैं और महापौर पद के कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश अग्रवाल जिस धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व में विधायक रहे हैं, वहां से बड़ी संख्या में कांग्रेस के पार्षद जीतकर आए हैं।

 साथ ही वोटों का तुलनात्मक अध्ययन किया जाए तो इस विधानसभा क्षेत्र के वाडरें में अग्रवाल को अच्छे खासे वोट मिले हैं। बावजूद इसके, स्वयं दिनेश अग्रवाल भी समारोह में नजर नहीं आए। ऐसे में बड़े नेताओं की गैर मौजूदगी में महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा व पूर्व विधायक राजकुमार की उपस्थिति महज एक औपचारिकता बनकर रह गई।

परंपरागत गाउन छोड़ सादे लिबास में महापौर ने ली शपथ

महापौर सुनील उनियाल गामा ने शपथ ग्रहण समारोह में पुरानी परंपरा को दरकिनार करते हुए सादे लिबास में शपथ ली। उन्होंने कुर्ता, पायजमा पर सदरी और गढ़वाली टोपी पहनकर पद एवं गोपनीयता की शपथ ली।

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