Move to Jagran APP

महापौर सुनील उनियाल गामा ने कहा- धीमे न पड़ें स्मार्ट सिटी के कार्य

स्मार्ट सिटी के तहत पलटन बाजार में बनाई जा रही मल्टी यूटिलिटी डक्ट का शनिवार को महापौर सुनील उनियाल गामा और राजपुर विधायक खजानदास ने निरीक्षण कर वहां की समस्याएं देखीं। महापौर का पूरा ध्यान इस बात पर है कि स्मार्ट सिटी के अंतर्गत कार्यो की रफ्तार मंद न पड़े।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Sun, 14 Mar 2021 02:05 PM (IST)
Hero Image
पलटन बाजार में चल रहे स्मार्ट सिटी कार्यों का निरीक्षण करते महापौर सुनील उनियाल गामा व राजपुर विधायक खजानदास।
जागरण संवाददाता, देहरादून। स्मार्ट सिटी के तहत पलटन बाजार में बनाई जा रही मल्टी यूटिलिटी डक्ट का शनिवार को महापौर सुनील उनियाल गामा और राजपुर विधायक खजानदास ने निरीक्षण कर वहां की समस्याएं देखीं। महापौर का पूरा ध्यान इस बात पर है कि स्मार्ट सिटी के अंतर्गत कार्यो की रफ्तार मंद न पड़े। बीच-बीच में स्मार्ट सिटी के कार्यों का औचक निरीक्षण करने के लिए वे अकसर निकल पड़ते हैं।

शनिवार शाम को निकले महापौर गामा व विधायक खजानदास ने पलटन बाजार क्षेत्र में बनाई जा रही मल्टीयूटिलिटी डक्ट और सीवर लाइन से संबंधित कार्यो का निरीक्षण किया। इस दौरान महापौर ने अधिकारियों व ठेकेदार से कहा कि पलटन बाजार सभी मायनों में व्यापारियों व आमजन के लिहाज से काफी अहम है। यहां खासी भीड़ रहती है। लिहाजा, विकास कार्य इस तरह किए जाएं कि कारोबारियों व आमजन को कम से कम परेशानी हो।

निरीक्षण के दौरान महापौर के संज्ञान में यह बात भी आई कि बाजार से जल संस्थान की 50 साल पुरानी जर्जर पेयजल लाइन गुजर रही है, जो यहां से लक्खीबाग तक जाती है। लाइन अकसर टूटती रहती है। इस पर महापौर ने निर्देश दिया कि भले ही पेयजल लाइन का काम परियोजना में शामिल नहीं है, मगर जनहित में पेयजल लाइन बदलने के काम को भी परियोजना में शामिल किया जाए।

उन्होंने कहा कि अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर रखें, जिससे निर्माण कार्य में किसी भी तरह की तकनीकी अड़चन आने पर उसे तुरंत दूर किया जा सके। साथ ही जोर देकर कहा कि निर्माण कार्यो की गुणवत्ता से कोई समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सुरक्षा मानकों का भी पूरा ख्याल रखा जाए। साथ ही महापौर ने कार्यदायी संस्था को यह भी निर्देश दिए कि खोदी गई मिट्टी के तत्काल उठान की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान व्यवस्था के अंतर्गत खरीददारों एवं दुकानदारों दोनों को ही सहूलियत प्राप्त हो यह भी सुनिश्चित किया जाए।

यह भी पढ़ें-नगर निगम को अब तक लगभग 45 हजार भवनों से मिल पाया टैक्स

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।