मैकेंजी ने दिसंबर में होने वाले ग्लोबल निवेशक समिट का खाका किया तैयार- अर्थव्यवस्था को दोगुना करने की दिशा में उत्तराखंड
Global Investors Summit 2023 दिसंबर में प्रस्तावित वैश्विक निवेशक सम्मेलन (Global Investor Summit) के माध्यम से ढाई लाख करोड़ रुपये के पूंजी निवेश धरातल पर उतारा जाएगा। इससे प्रदेश की आर्थिकी तो सशक्त होगी ही साथ में बड़े पैमाने पर रोजगार भी सृजित होंगे। अवस्थापना विकास कार्य भी गति पकड़ेंगे। उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था 23 वर्षों में लगभग 19 गुना बड़ा आकार ले चुकी है तो इसके पीछे...
राज्य ब्यूरो, देहरादून। Global Investors Summit 2023: पुष्कर सिंह धामी सरकार की योजना सफल रही तो पांच वर्षों में उत्तराखंड की वर्तमान अर्थव्यवस्था का आकार दोगुना यानी लगभग 5.50 लाख करोड़ तक होगी। सरकार ने संकल्प लिया है कि वित्तीय वर्ष 2027-28 तक सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) दोगुना किया जाएगा। प्रदेश में बड़े पूंजी निवेश की तैयारी के साथ इस संकल्प पर आगे बढ़ने का रास्ता तैयार किया जा रहा है।
दिसंबर में प्रस्तावित वैश्विक निवेशक सम्मेलन (Global Investor Summit) के माध्यम से ढाई लाख करोड़ रुपये के पूंजी निवेश धरातल पर उतारा जाएगा। इससे प्रदेश की आर्थिकी तो सशक्त होगी ही, साथ में बड़े पैमाने पर रोजगार भी सृजित होंगे। अवस्थापना विकास कार्य भी गति पकड़ेंगे।
23 वर्षों में 19 गुना बढ़ी अर्थव्यवस्था
उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था 23 वर्षों में लगभग 19 गुना बड़ा आकार ले चुकी है तो इसके पीछे औद्योगिक विकास की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। वर्ष 2003 में केंद्र की तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने उत्तराखंड को औद्योगिक पैकेज दिया था परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में उद्योग प्रदेश की ओर आकर्षित हुए। इससे सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को भी लाभ हुआ।
इस पैकेज के कारण ही प्रदेश में वर्तमान में 330 से अधिक बड़े और 70 हजार से अधिक सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग हैं। इनमें 4.60 लाख से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। इनके माध्यम से 52 हजार करोड़ का पूंजी निवेश राज्य में हुआ है।
मैकेंजी ग्लोबल ने तैयार किया है खाका
अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए उद्योग-एमएसएमई के अतिरिक्त कृषि-बागवानी, पर्यटन और गांवों तक ढांचागत विकास के लिए सेक्टर चिह्नित किए गए हैं। विभागवार पूंजी निवेश को प्रोत्साहित करने की योजना पर भी काम शुरू किया गया है। वर्ष 2000-01 में प्रचलित भावों पर राज्य की कुल जीएसडीपी 14501 करोड़ थी। 2021-22 में जीएसडीपी करीब 2.65 लाख करोड़ हो चुकी है। अब इसे अगले पांच सालों में साढ़े पांच लाख करोड़ करने का लक्ष्य है। इस कार्य के लिए अमेरिकी विशेषज्ञ संस्था मैंकेंजी ग्लोबल की सेवाएं ली जा रही हैं।
संस्था ने वैश्विक निवेशक सम्मेलन का खाका तैयार किया है। दिसंबर में सम्मेलन के माध्यम से एक बार फिर प्रदेश में पूंजी निवेश के लिए तैयारी की जा रही है। देश और विदेश में विभिन्न स्थानों पर रोड शो के माध्यम से अब तक 1.24 लाख करोड़ के निवेश करार हो चुके हैं।
बजट सदुपयोग की ठोस पहल
प्रदेश के आर्थिक सशक्तीकरण के लिए आवश्यक है कि वार्षिक बजट का अधिक सदुपयोग हो। सरकार ने इस बार गंभीर पहल की है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में पहली बार ऐसा हुआ कि पहली छमाही में पूंजीगत मद में बजट खर्च के लक्ष्य को प्राप्त करने में सरकार सफल रही। 30 सितंबर तक 4800 करोड़ की राशि खर्च की गई।
केंद्र सरकार ने 4000 करोड़ की राशि खर्च करने का लक्ष्य दिया था। केंद्र ने वार्षिक लक्ष्य 8797 करोड़ रुपये दिया है। चालू वित्तीय वर्ष में पूंजीगत मद में कुल वार्षिक खर्च का लक्ष्य 13 हजार करोड़ रुपये है। सरकार को उम्मीद है कि इस लक्ष्य को समय पर प्राप्त कर लिया जाएगा।
वर्ष - राज्य सकल घरेलू उत्पाद (करोड़ रुपये)
2000-01 - 14501
2001-02 - 15825
2002-03 - 18473
2003-04 - 20438
2004-05 - 24786
2005-06 - 29968
2006-07 - 36795
2007-08 - 45856
2008-09 - 56025
2009-10 - 70730
2010-11 - 83969
2011-12 -1,15,328
2012-13 - 1,31,612
2013-14 - 1,49,074
2014-15 - 1,61,439
2015-16 - 1,77,163
2016-17 - 1,95,125
2017-18 - 2,22,836
2018-19 - 2,45,895
2019-20 - 2,53,666
2020-21 - 2,34,660
2021-22 - 2,65488
2022-23 - 3,02,000 (अनुमानित)
2023-24 - 3,33,000 (अनुमानित)
यह भी पढ़ें - Tehri Garhwal: देहरादून में अगले महीने होगा ग्लोबल इन्वेस्टर समिट, तेजी से चल रही तैयारियां; देश-विदेश से आएंगे निवेशक
यह भी पढ़ें - Global Summit से पहले सरकार को मिल रहे सकारात्मक रुझान, उत्तराखंड में निवेश को लेकर महिंद्रा ग्रुप आया आगे