देहरादूनः ड्रॉपआउट्स की बने उम्मीद, करा रहे नवोदय व केवी में दाखिले की तैयारी
'मनुर्भव’ महिला बाल कल्याण समिति पिछले 27 साल से समाज के निर्बल और संसाधनविहीन बच्चों व महिलाओं के कल्याणार्थ कार्य कर रही है।
देहरादून, जेएनएन। 'दैनिक जागरण’ की पहल 'माय सिटी माय प्राइड’ महाभियान के कोशिशों ने रंग लाना शुरू कर दिया है। महाभियान के दौरान हुई राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में बनी सहमति के बाद मनुर्भव संस्था ने सुद्धोवाला में गरीब बच्चों के शैक्षिक उन्नयन के लिए सांध्यकालीन कक्षाएं प्रारंभ कर दी हैं। इन कक्षाओं में ड्रॉपआउट (विभिन्न कारणों से स्कूल छोडऩे वाले) बच्चे भी शामिल हैं, जिन्हें नवोदय विद्यालय अथवा केंद्रीय विद्यालयों में प्रवेश दिलाने के मद्देनजर तैयारी कराई जा रही है। इसके अलावा महिलाओं को भी आखर ज्ञान कराया जा रहा है।
'मनुर्भव’ महिला बाल कल्याण समिति पिछले 27 साल से समाज के निर्बल और संसाधनविहीन बच्चों व महिलाओं के कल्याणार्थ कार्य कर रही है। अब इस समिति ने देहरादून के सुद्धोवाला में यूटीयू के नजदीक नदी किनारे स्थित बस्ती में गरीब बच्चों के लिए निश्शुल्क सांध्यकालीन कक्षाएं प्रारंभ की हैं। दैनिक जागरण के माय सिटी माय प्राइड महाभियान के तहत हुई राउंड टेबल कॉन्फेंस के दौरान मनुर्भव संस्था की अध्यक्ष डॉ.गिरिबाला जुयाल ने इस प्रकार की कक्षाएं प्रारंभ करने पर सहमति जताई थी। इसे उन्होंने कार्यरूप में परिणत भी कर दिया है।
डॉ. जुयाल के अनुसार सांध्यकालीन कक्षाओं में 60 बच्चे शामिल हैं। इनमें सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले और ड्रापआउट बच्चे हैं। वर्तमान में पढ़ रहे बच्चों का कोर्स पूरा कराया जा रहा है। साथ ही रिवीजन पर भी फोकस किया जाएगा। वह बताती हैं कि ड्रापआउट और अभी तक स्कूल का मुंह न देख पाने वाले बच्चों को अक्षर ज्ञान के साथ ही अगले साल इनके केंद्रीय विद्यालय अथवा नवोदय विद्यालय में दाखिले के मद्देनजर तैयारी कराई जा रही है। यही नहीं, इन कक्षाओं में छह प्रौढ़ लोगों को भी आखर ज्ञान कराया जा रहा है। इन कक्षाओं के बाद खेलकूद गतिविधियां भी आयोजित की जा रही हैं।