डीएम के नोटिस पर दौड़े-दौड़े देहरादून पहुंचे सफाई कंपनी के एमडी, अब मिला अंतिम मौका
Uttarakhand Latest News उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में जिलाधिकारी सविन बंसल ने नागरिक सुविधाओं को लेकर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने शहर में कूड़ा उठान में लापरवाही बरतने वाली निजी कंपनियों पर लगातार जुर्माना लगाया है। अब कंपनियों को व्यवस्था में सुधार के लिए 15 दिन का समय दिया गया है। अन्यथा उनके खराब वाहनों को नीलाम कर दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, देहरादून। जिलाधिकारी सविन बंसल शहर में नागरिक सुविधाओं के साथ किसी भी दशा में समझौता करने को तैयार नहीं हैं। इन्हीं व्यवस्था में से एक सफाई के मोर्चे पर उनके तेवर खासे तल्ख नजर आ रहे हैं। वह न सिर्फ घर-घर कूड़ा उठान में लापरवाही पर सख्ती बरत रहे हैं, बल्कि निर्धारित सार्वजनिक स्थलों से कूड़ा उठान की स्थिति पर भी उनकी पैनी नजर है। इसके चलते नगर निगम क्षेत्र में कूड़ा उठान का कार्य संभाल रही निजी कंपनियों पर निरंतर जुर्माना लगाया जा रहा है।
कंपनियों को व्यवस्था में सुधार के लिए तीन नोटिस जारी होने के बाद ईकोन एंड वाटरग्रेस कंपनी के एमडी दौड़े-दौड़े दिल्ली से देहरादून पहुंच गए। जिलाधिकारी ने कंपनी के शीर्ष प्रबंधन को अंतिम अवसर प्रदान किया है। दून में कूड़ा उठान का जिम्मा सनलाइट वेस्ट मैनेजमेंट व ईकान एंड वाटरग्रेस कंपनी के पास है।बुधवार को ईकोन एंड वाटरग्रेस कंपनी के प्रबंध निदेशक (एमडी) दून पहुंचे और जिलाधिकारी सविन बंसल से मुलाकात की। जिलाधिकारी ने नागरिक सुविधाओं को लेकर अपना तल्ख रवैया बरकरार रखा और व्यवस्था के सुधार के लिए अंतिम अवसर देते हुए 15 दिन का समय प्रदान किया।
वहीं, जिलाधिकारी ने चेतावनी दी कि कंपनी के जो 25 वाहन खराब हैं, उन्हें शीघ्र दुरुस्त कराया जाए। अन्यथा सभी खराब वाहनों को नीलाम करवा दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने कंपनी के एमडी को निर्देश दिए कि प्रत्येक वार्ड में कूड़ा उठान के दो फेरे लगाए जाएं।साथ ही उन्होंने व्यावसायिक और आवासीय कूड़े के पृथक्करण, वेट टनेज, रूट कवरेज ट्रेंड बढ़ाने और बड़े कूड़ा स्थलों को साफ रखने के निर्देश भी जारी किए। सभी बिंदुओं पर कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन ने हामी भरते हुए सुधार का भरोसा दिलाया।
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