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ई-फार्मेसी के खिलाफ उत्‍तराखंड में भी दवा की दुकानें बंद, लोगों को हो रही दि‍क्‍कतेें

ई-फार्मेसी को मान्यता देने वाले कानून के खिलाफ उत्‍तराखंडा में भी दवा विक्रेता हड़ताल पर हैं। दवा की दुकानें बंद होने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Fri, 28 Sep 2018 11:13 AM (IST)
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ई-फार्मेसी के खिलाफ उत्‍तराखंड में भी दवा की दुकानें बंद, लोगों को हो रही दि‍क्‍कतेें
देहरादून, [जेएनएन]: ई-फार्मेसी को मान्यता देने वाले कानून के खिलाफ आज दवा विक्रेता हड़ताल पर हैं। दवा की दुकानें बंद होने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राजधानी के सभी केमिस्ट दून अस्पताल के पास जैन मेडिकल हाल पर एकत्र हुए हैं। यहां से डीएम कार्यालय कूच कर पीएम के नाम एक ज्ञापन देंगे।

डिस्ट्रिक्ट कैमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप मल्होत्रा, महामंत्री नवीन खुराना ने बताया कि केंद्र सरकार ने 28 अगस्त 2018 को एक अधिसूचना जारी की है। जिसमें ऑनलाइन दवा बिक्री को नियमित करने की बात कही गई है। ऑल इंडिया कैमिस्ट एसोसिएशन ने सरकार से ऑन लाइन दवा बिक्री बंद करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इससे न केवल दवा व्यवसायी का नुकसान है, बल्कि ऑनलाइन दवा बिक्री में नियमों का भी धड़ल्ले से दुरुपयोग किया जा रहा है। कई बार सरकार को चेताने के बावजूद इसके इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिस वजह से हड़ताल करने को मजबूर होना पड़ा। 

ये हैं शिकायत 

-ऑनलाइन पोर्टल बगैर किसी जवाबदारी के दवा के पर्चे की प्रामाणिकता को बिना चेक किए दवा दे रहे हैं। 

-एमटीपी किट, सिडनेफिल कोडीन जैसी दवाओं को पंजीकृत मेडिकल प्रेक्टिशनर के पर्चे के बगैर बेचा जा रहा है। 

-मनोचिकित्सक, त्वचा रोग विशेषज्ञ और अन्य विशेषज्ञों के पर्चे पर लिखी जाने वाली दवाओं को गैर योग्यता प्राप्त डॉक्टर के पर्चे पर खरीदा जाता है। 

-दवाओं की बिक्री पुराने पर्चे या फिर बनावटी पर्चे पर की जाती है।

ऋषिकेश में दिखा बंद का असर

एफडीआई और ई कॉमर्स के विरोध में भारत बंद का ऋषिकेश क्षेत्र में पूरा असर देखा जा रहा है। डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन के आह्वान पर इस बंद को सभी व्यापारी संस्थाओं ने अपना समर्थन दिया है। अन्य दिनों यहां का बाजार सुबह 9 बजे खुल जाता था, लेकिन यहां के सभी मुख्य बाजारों में दुकानों के शटर नहीं खुले हैं। केमिस्ट एसोसिएशन ने बंद को अपना समर्थन दिया है। जिस कारण यहां के मेडिकल स्टोर बंद रखे गए हैं। नगर उद्योग व्यापार मंडल के नेतृत्व में व्यापारी दोपहर में दून तिराहे में प्रदर्शन कर उप जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन प्रेषित करेंगे।

हरिद्वार में मरीजों को लौटना पड़ा निराश

आनलाइन दवा बिक्री कानून के विरोध में आल इंडिया केमिस्ट एसोसिएशन के आह्वान पर उत्तरांचल औषधि व्यवसायी महासंघ से जुड़े दवा दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर रखी हैं। चंद्राचार्य चौक, पुराना रानीपुर मोड़ आदि जगहों पर मेडिकल स्टोर्स बंद हैं। इससे मरीजों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है। महासंघ के अध्यक्ष टीआर पांथरी, महामंत्री अमित गर्ग ने कहा सरकार की मनमानी के विरोध में दुकानों की बंदी का निर्णय लेना पड़ा। महासंघ से जुड़े दवा कारोबारी रक्तदान भी कर रहे हैं। दोपहर बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों को ज्ञापन देंगे।

रुड़की में दोपहर तक रहेंगी दुकानें बदं

रुड़की केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन की ओर से ऑनलाइन दवा व्यापार के विरोध में शुक्रवार को शहर की सभी दवा दुकानों को बंद किया गया है। दवा कारोबारियों का कहना है कि कुछ व्यावसायिक घराने इंटरनेट एवं वेब पोर्टल के माध्यम से दवा की बिक्री कर रहे हैं। जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है। इनके समर्थन में व्यापार मंडल भी दोपहर दो बजे तक बाजार को बंद रखेंगे। वहीं मेडिकल स्टोर बंद होने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

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