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Coronavirus: रेड जोन से उत्तराखंड आने वाले प्रवासी होंगे संस्थागत क्वारंटाइन

उत्तराखंड में दूसरे प्रदेशों के रेड जोन से आने वाले प्रवासियों को अब सात दिनों के लिए संस्थागत क्वारंटाइन में रखा जाएगा। ग्रीन जोन से आने वालों को होम क्वारंटाइन किया जाएगा।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Bhanu Prakash SharmaUpdated: Thu, 21 May 2020 09:45 AM (IST)
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देहरादून, राज्य ब्यूरो। उत्तराखंड में दूसरे प्रदेशों के रेड जोन से आने वाले प्रवासियों को अब सात दिनों के लिए संस्थागत क्वारंटाइन में रखा जाएगा। ग्रीन जोन से आने वालों को स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद अनिवार्य रूप से होम क्वारंटाइन किया जाएगा। इसके साथ ही चेकपोस्टों में क्विक रैंडम टेस्टिंग और पूल टेस्टिंग की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।

प्रदेश में बीते कुछ दिनों में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। प्रवासियों के आने के बाद प्रदेश में इनकी संख्या तकरीबन दो गुना हो गई है। इसे देखते हुए अब शासन ने दूसरे राज्यों के रेड जोन से आ रहे लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन करने का निर्णय लिया है। प्रदेश में इस समय तकरीबन 600 से अधिक इंस्टीटयूशनल व फेसेलिटी क्वारंटाइन सेंटर चिह्नित किए गए हैं। 

इनमें होटल, गेस्ट हाउस, स्कूल, धर्मशालाएं व पंचायत भवन आदि शामिल हैं। अब इन लोगों को इन्हीं संस्थानों में क्वारंटाइन किया जाएगा। इसके अलावा जांच बढ़ाने के लिए पूल टेस्टिंग भी की जाएगी। दून मेडिकल कॉलेज में यह शुरू हो चुकी है और जल्द ही सुशीला तिवारी कॉलेज में इसे शुरू किया जाएगा।

मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि इसके लिए अच्छी प्रतिष्ठा वाले एनजीओ का भी सहयोग लिया जा सकता है। अपर सचिव स्वास्थ्य व निदेशक एनएचएम युगल किशोर पंत ने कहा कि सभी जिलों को इस संबंध में निर्देश दे दिए गए हैं। बाहर से आने वाले सभी लोगों का नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। 

रेड जोन वालों को अनिवार्य रूप से सात दिनों के लिए संस्थागत क्वारंटाइन किया जाएगा। इन सभी के सैंपल भी लिए जाएंगे। ग्रीन जोन से आने वाले में थोड़े भी लक्षण पाए जाते हैं उनका सेंपल लेकर उन्हें संस्थागत क्वारंटाइन किया जाएगा। शेष आने वाले सभी प्रवासियों को अनिवार्य रूप से होम क्वारंटाइन किया जाएगा।

दिल्ली से आए प्रवासी पहुंचे घर, हंगामा

रुद्रप्रयाग की जवाड़ी ग्राम सभा में दिल्ली से आए तीन प्रवासियों के सीधे घर चले जाने को लेकर हंगामा हो गया। इस बात को लेकर दो पक्षों में खासा विवाद हुआ। पुलिस ने तीनों प्रवासियों को न केवल क्वारंटाइन किया, बल्कि उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया।

मंडी के गेट पर लगे हैंड्स फ्री सेनिटाइजर

देहरादून मंडी में ऑड-ईवन व्यवस्था के बाद भीड़ काफी हद तक नियंत्रित हो गई है। अब शारीरिक दूरी और मास्क के पालन पर जोर दिया जा रहा है। इसके साथ ही यहां प्रवेश के दौरान दो हैंड्स फ्री सेनिटाइजर के माध्यम से हाथ साफ कराए जा रहे हैं।

निरंजनपुर मंडी के प्रवेश द्वार के पास दो हैंड्स फ्री सेनिटाइजर मशीनें लगाई गईं। मंडी में प्रवेश करने वाले सभी लोगों को सेनिटाइजर का प्रयोग करवाया जा रहा है। मंडी सचिव विजय थपलियाल ने बताया कि यह मशीन पैर से पैडल दबाने पर हाथों पर सेनिटाइजर डालती है। जिससे संक्रमण का खतरा और भी कम हो जाता है। 

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वैसे तो शुरू से ही सभी वेंडर, आढ़तियों और श्रमिकों को मास्क और सेनिटाइजर के प्रयोग को जागरूक किया जा रहा है। मंडी में शारीरिक दूरी का पालन कराने को भी गश्त की जा रही है। ऑड-ईवन व्यवस्था से भीड़ नियंत्रित हो गई है।

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