क्रिकेटर अभिमन्यु ईश्वरन के घर कार से आए थे बदमाश, सीसीटीवी में कैद हुई फुटेज
क्रिकेटर अभिमन्यु ईश्वरन के घर जिन बदमाशों ने लूट की सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया था वह उनके घर से कार से पहुंचे थे। इस बात की पुष्टि सीसीटीवी कैमरों से हो गई।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Tue, 24 Sep 2019 01:03 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। क्रिकेटर अभिमन्यु ईश्वरन के माता-पिता को बंधक बना कर जिन बदमाशों ने लूट की सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया था, वह उनके घर से कार से पहुंचे थे। पुलिस की अब तक की जांच में यह भी सामने आया है कि रविवार को दोपहर के बाद इस कार ने कई बार ईश्वरन के घर के चक्कर लगाए थे। वहीं, वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश राजपुर रोड होते हुए शहर से बाहर निकले थे। इस बात की पुष्टि राजपुर रोड पर पैसिफिक मॉल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों से हो गई।
सूत्रों की मानें तो पुलिस को कार का नंबर भी मिल गया और जिस शख्स के नाम से गाड़ी रजिस्टर्ड है पुलिस उससे पूछताछ भी कर चुकी है, लेकिन बदमाशों का अभी तक कोई खास सुराग हाथ नहीं लगा है। वहीं सोमवार को पुलिस ने ईश्वरन परिवार से संपर्क रखने वाले एक दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ कर यह जानने की कोशिश में लगी रही कि कहीं परिवार को नजदीक से जानने वाले किसी शख्स की वारदात से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर किसी तरह की संलिप्तता है या नहीं। एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि घटना से जुड़े हर पहलू पर बारीकी से गौर किया जा रहा है।
बंगाल क्रिकेट टीम के कप्तान अभिमन्यु ईश्वरन के पिता और अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी के संचालक आरपी ईश्वरन के मसूरी रोड पर मालसी स्थित बंगले पर रविवार रात सवा आठ बजे हथियारों से लैस बदमाशों ने धावा बोला था। करीब डेढ़ घंटे तक लूटपाट करने के बाद बदमाश रात के पौने दस बजे के करीब ईश्वरन दंपती, उनके दो नौकरों और गार्ड के हाथ-पैर बांध कर फरार हो गए थे। पुलिस देर रात से इस बात की तस्दीक करने में जुट गई थी कि बदमाश ईश्वरन के घर तक कैसे पहुंचे और फरार होने का रूट क्या था। इसका पता लगाने के लिए राजपुर पुलिस की टीम ने एसपी सिटी श्वेता चौबे की अगुवाई में मसूरी डायवर्जन से लेकर राजपुर रोड और आशारोड़ी चेकपोस्ट तक के डेढ़ सौ से अधिक कैमरों की फुटेज खंगाली। इसमें से कई में एक कार दिख रही है, जिसमें चार-पांच लोग बैठे नजर आ रहे हैं। साफ्टेवयर के जरिए पुलिस ने इनके चेहरों की फोटो भी निकलवाई जो ईश्वरन दंपती और उनके नौकरों से मिली जानकारी के बाद तैयार स्कैच से लगभग मेल खा रहे हैं। वहीं, पुलिस को बदमाशों द्वारा वारदात में इस्तेमाल की गई कार का नंबर भी मिल गया है, जो फिलहाल उत्तराखंड का नहीं है। सूत्रों की मानें तो अब तक दो संभावनाओं पर पुलिस फोकस कर रही है। पहला यह कि बदमाश दिल्ली हाईवे पकड़ कर दिल्ली या एनसीआर में जा छिपे या सहारनपुर से रूट बदल कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कहीं पनाह ले ली।
लुटेरों की धरपकड़ को छह टीमें गठितएसएसपी अरुण मोहन जोशी ने एसपी सिटी श्वेता चौबे की अगुवाई में छह अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं। हर एक टीम को अलग-अलग टास्क सौंपा गया है। टीमें बदमाशों के देहरादून में दाखिल होने के बाद रविवार दोपहर बाद की गतिविधियों से लेकर फरार होने के रूट के होटलों और ढाबों तक की छानबीन कर रही हैं।
क्राइम सीन को दोहराया
पुलिस ने सोमवार को ईश्वरन दंपती और घर में मौजूद सदस्यों के साथ मिलकर सोमवार को क्राइम सीन को री-क्रिएट कर बदमाशों की गतिविधि और मोड्स ऑपरेंडी का पता लगाने की कोशिश की। इससे पुलिस किसी ठोस नतीजे पर तो नहीं पहुंची, लेकिन अफसरों का मानना है कि बदमाशों की रडार पर ईश्वरन दंपती ही था और बदमाश जानते थे कि यह परिवार कितना प्रभावशाली है। उन्हें यहां मोटा माल मिलने की भी उम्मीद थी, जिसमें एक हद तक बदमाश कामयाब भी रहे।
लीडर देता रहा साथियों को निर्देशईश्वरन दंपती से पूछताछ में यह भी सामने आया कि चार बदमाशों में से एक जो गैंग लीडर लग रहा था वह डेढ़ घंटे के दौरान ज्यादा समय तक ड्राइंग रोड के सोफे ही बैठा रहा है और वहीं से साथियों को निर्देश देता रहा कि उन्हें कब क्या करना है। यह भी पता चला कि लीडर आधे घंटे बाद से ही वहां निकल जाने की बात करना शुरू कर दिया था, जबकि बाकी के तीनों पूरे घर की तलाशी लेने और कीमती सामान बटोरने में लगे रहे।
दो बैग भर कर ले गए सामानबदमाश अपने साथ एक काफी बड़ा बैग लेकर आए थे। लूटपाट के दौरान जब यह बैग भर गया तो ईश्वरन दंपती के बेडरूम में पड़ा बैग उठा लिया और उसमें सामान भरने लगे। जब यह भी बैग भर गया तो उसे दो बदमाश उसे कार में रख आए और इसके बाद सभी के हाथ-पैर बांध दिए।एक घंटे फोन न करने की दी थी धमकीआरपी ईश्वरन ने जब बदमाशों का विरोध किया तो उसमें से एक ने धमकी दी कि उसे और उसके बेटे को जान से मारने की सुपारी मिली है, लेकिन वह उनकी जान बख्स रहे हैं, लेकिन यह बात गले से नहीं उतर रही है कि इतनी बड़ी लूट और मौत के घाट उतारने की धमकी देने वाले बदमाशों ने अपने चेहरे क्यों खोल रखे थे। यह उनका दुस्साहस था या फिर कहानी कुछ और है। इसके साथ ही बदमाशों ने दंपती के फोन भी छीन लिए थे और जाते-जाते धमकी दी थी कि एक घंटे तक पुलिस को बताया और वह पकड़े गए तो दोबारा आकर जान से मार देंगे। यही वजह रही कि पुलिस को भी घटना की जानकारी करीब 45 मिनट मिली, जिससे बदमाश बेरोक-टोक भागने में कामयाब रहे।
रिश्तेदारों-मित्रों का लगा रहा जमावड़ालूटकांड की जानकारी मिलने के बाद सोमवार को आरपी ईश्वरन के घर पर रिश्तेदारों व मित्रों की जमावड़ा लगा। ईश्वरन ने कहा कि वह खुशकिस्मत हैं कि उनकी जान बच गई, लेकिन बदमाशों की धमकी से वह और उनका परिवार काफी डरा हुआ है। यह भी पढ़ें: जिला सहकारी बैंक में सेंधमारी, सेफ तोड़ने में रहे नाकाम तो दो बंदूकें की चोरी
अज्ञात बदमाशों पर मुकदमा दर्जआरपी ईश्वरन ने सोमवार को राजपुर पुलिस को तहरीर दे दी। एसओ राजपुर अशोक राठौर ने बताया कि तहरीर के आधार पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ बंधक बनाकर लूटपाट करने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। तहरीर में आरपी ईश्वरन ने यह नहीं बताया कि कितना सामान बदमाश ले गए हैं। लूटे गए सामानों की लिस्ट उन्होंने बाद में देने की बात कही है।यह भी पढ़ें: क्रिकेटर अभिमन्यु ईश्वरन के घर लाखों की लूट, परिजनों को बनाए रखा बंधक
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