क्रांतिगुरु चंद्रमोहन पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज, जानिए पूरा मामला
क्रांतिगुरु चंद्रमोहन पर दो महिलाओं ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। दुष्कर्म की एक वारदात करीब तीन महीने जबकि दूसरी एक साल पहले की बताई जा रही है।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Sat, 24 Aug 2019 08:45 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। जनेऊ क्रांति अभियान के प्रणेता, परमधाम न्यास दौराला, मेरठ(उप्र) के अधिष्ठाता क्रांतिगुरु चंद्रमोहन पर दो महिलाओं ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। दुष्कर्म की एक वारदात करीब तीन महीने, जबकि दूसरी एक साल पहले की बताई जा रही है। पीड़ित महिलाओं का आरोप है कि दुष्कर्म की वारदात को राजपुर थाना क्षेत्र के सेरा गांव स्थित आश्रम में अंजाम दिया गया है। पुलिस ने मामले में क्रांतिगुरु, जनेऊ क्रांति अभियान के जिलाध्यक्ष और उसकी पत्नी के साथ ही एक अन्य महिला पर दुष्कर्म और साजिश रचने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है। शनिवार को राजपुर पुलिस की टीम भारी फोर्स के साथ सेरा गांव पहुंची और वहां घटनास्थल का निरीक्षण भी किया। वहीं, दोनों महिलाओं के मेडिकल परीक्षण तो करा दिए गए, लेकिन मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान सोमवार को दर्ज होंगे। एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि मजिस्ट्रेटी बयान होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के अनुसार, शुक्रवार की देर रात दो महिलाएं कुछ लोगों के साथ राजपुर थाने पहुंचीं। यहां दोनों ने बताया कि उनके साथ परमधाम न्यास के संस्थापक क्रांतिगुरु चंद्रमोहन ने अपने सेरा गांव स्थित आश्रम में दुष्कर्म किया है। मामला गंभीर होने के चलते पुलिस ने रात में ही दोनों महिलाओं से अलग-अलग काफी देर तक पूछताछ की। पूछताछ में एक पीड़िता ने बताया कि वह परमधाम न्यास दौरान वलीदपुर, दौराला, मेरठ से वर्ष 2013 से जुड़ी है। परमधाम न्यास में उसको महानिरीक्षक का पद दिया गया है। क्रांतिगुरु चंद्रमोहन ने उसकी शादी 18 जून 2018 को एक युवक से कराई थी। चंद्रमोहन का आश्रम राजपुर के सेरा गांव में भी है, जहां वह गोशाला भी चलाते हैं।
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यहां पर आश्रम से जुड़ी महिलाओं को अक्सर मीटिंग के लिए बुलाया जाता है। 22 जून 2018 को वह भी कुछ महिलाओं के दल के साथ सेरा गांव आई थी। दिन में मीटिंग खत्म होने के बाद वह आश्रम के टिनशेड में सोने चली गई। रात के बारह बजे के करीब जनेऊ क्रांति अभियान का जिलाध्यक्ष कुलदीप निवासी मुजफ्फरनगर की पत्नी सरिता और आश्रम के श्रीमंत नीरज की पत्नी अलका ने टिनशेड में आकर उसे जगाया और कहा कि उसे बेहद आवश्यक कार्य से क्रांतिगुरु ने अपने कमरे में बुलाया है। उस समय उसे यह सामान्य बात लगी और वह सीधे क्रांतिगुरु चंद्रमोहन के कमरे में चली गई। कमरे में दाखिल हुई तो देखा कि चंद्रमोहन महाराज और कुलदीप मौजूद हैं। उसके कमरे में दाखिल होते ही कुलदीप ने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया, जिसके बाद दोनों ने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया। वह रोने-चिल्लाने लगी तो दोनों ने धमकी दी कि किसी को यह बात बताई तो उसे जिंदा नहीं छोड़ेंगे।
वहीं, दूसरी महिला ने पूछताछ में बताया कि वह भी एक अन्य दल के साथ सेरा गांव स्थित आश्रम में बीते 17 जून को आई थी। यहां क्रांतिगुरु चंद्रमोहन ने उसके साथ न सिर्फ दुष्कर्म किया, बल्कि धमकी दी कि उसकी वीडियो क्लिप बना ली है। यदि उसने किसी को यह बात बताई तो क्लिप वायरल कर दी जाएगी। तहरीर के आधार पर क्रांतिगुरु चंद्रमोहन, जनेऊ क्रांति अभियान के जिलाध्यक्ष कुलदीप, उसकी पत्नी सरिता और अलका पत्नी नीरज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
डर के मारे चुप रहीं दोनों
एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि जब दोनों महिलाओं से मुकदमा दर्ज कराने में देरी का कारण पूछा गया तो दोनों का एक ही जवाब था कि वह क्रांतिगुरु के प्रभाव से डर के कारण चुप रहीं। दोनों का मेडिकल परीक्षण करा लिया गया है, लेकिन मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान अभी दर्ज नहीं हो पाए हैं। सोमवार को बयान कलमबद्ध होने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
घटनास्थल का किया निरीक्षण
एसओ राजपुर अशोक राठौर शनिवार को दिन में भारी संख्या में फोर्स के साथ सेरा गांव पहुंचे। यहां क्रांतिगुरु के कक्ष से लेकर उस टिनशेड का निरीक्षण किया, जहां महिला ने विश्राम करने की बात बताई है। इसके साथ पुलिस ने आश्रम में काम करने वाले पदाधिकारियों व दोनों महिलाओं के दल के साथ अन्य लोगों के बारे में भी जानकारी मांगी है।
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