घरेलू सत्र के लिए मिजोरम की टीम दून की इस ऐकेडमी मे करेगी तैयारी
विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट के लिए विभिन्न राज्यों की टीमें दून में प्रैक्टिस करने का मन बना रही है। मिजोरम की टीम अभिमन्यु ऐकेडमी में अभ्यास करेगी।
By BhanuEdited By: Updated: Sun, 18 Aug 2019 09:21 PM (IST)
देहरादून, जेएनए। उत्तराखंड को इस सत्र में विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट की मेजबानी करने का मौका मिला है। इसके लिए विभिन्न राज्यों की टीमें देहरादून की पिचों के मिजाज को भांपने के लिए यहां प्रैक्टिस करने का मन बना रही है। मिजोरम की टीम ने तो अभिमन्यु क्रिकेट ऐकेडमी में एक माह तक प्रशिक्षण लेने की स्वीकृति भी ले ली है।
गुनियाल गांव स्थित अभिमन्यु क्रिकेट ऐकेडमी में मिजोरम की सीनियर टीम प्रैक्टिस करने के लिए 25 अगस्त को देहरादून पहुंच रही है। 27 सितंबर से शुरू होने वाले विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट की तैयारी के लिए मिजोरम टीम का एक माह पूर्व आयोजन स्थल पर पहुंचने का कारण देहरादून के मौसम और पिचों के मिजाज को भांपना माना जा रहा है। बीसीसीआइ के स्थानीय समन्वयक अमित पांडे ने बताया कि मिजोरम की टीम ने अभिमन्यू क्रिकेट ऐकेडमी से संपर्क साधा है। यहां से स्वीकृति मिलने के बाद मिजोरम टीम 25 अगस्त को देहरादून पहुंच रही है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में विभिन्न टूर्नामेंटों की मेजबानी करनी है, ऐसे में टीमें कुछ समय पूर्व दून पहुंचकर स्थानीय पिच व मौसम का जायजा लेना चाहेंगी। कुछ अन्य टीमों ने भी दून की विभिन्न क्रिकेट ऐकेडमी से संपर्क साधा है।
तय समय में टीम का चयन करना चुनौतीपूर्ण
बीसीसीआइ से मान्यता मिलने के बाद क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की चुनौतियां भी बढ़ गई हैं। तय समय में विजय हजारे ट्रॉफी टीम का चयन कर खिलाड़ियों के लिए कैंप लगाना सीएयू की पहली चुनौती है। हालांकि, क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड इसके लिए तैयारी कर रही है, लेकिन तैयारियों की रफ्तार कुछ धीमी नजर आ रही है।
विगत मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति ने क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड को राज्य में क्रिकेट संचालन की पूर्ण मान्यता दे दी है। इसके बाद बुधवार को एसोसिएशन ने मान्यता के बाद पहली पत्रकार वार्ता आयोजित कर अपनी प्राथमिकताएं गिनाई। लेकिन, एसोसिएशन के लिए यह सब इतना आसान नहीं है।
बीसीसीआइ की गाइडलाइन के अनुसार सभी राज्य संघों को नौ सितंबर तक विजय हजारे टूर्नामेंट की टीम का चयन कर खिलाड़ियों का पंजीकरण बीसीसीआइ में कराना है। इसके अलावा खिलाड़ियों के लिए 15 दिन का विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करना है। इसमें मैदान में उतरने से पहले खिलाड़ियों को मुख्य प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में क्रिकेट के नए युग की हुई शुरुआत, पढ़िए पूरी खबर
दूसरी तरफ विजय हजारे ट्रॉफी की मेजबानी का जिम्मा भी उत्तराखंड के ही कंधों पर है। ऐसे में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड को ही अन्य राज्यों के खिलाड़ियों के रहने की व्यवस्था समेत अन्य उचित सुविधाएं मुहैया करानी होंगी। लेकिन, ये सभी कार्य आसानी से नहीं होंगे।
यह भी पढ़ें: पौड़ी के राकेश शर्मा टीम इंडिया के फिल्डिंग कोच की दौड़ में
तैयार की जा रही सदस्यों की टीम क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के संयुक्त सचिव महिम वर्मा के अनुसार, समय की कमी के चलते इन सबके लिए सीएयू को युद्ध स्तर पर कार्य करने होंगे। हालांकि, यह इतना आसान नहीं होगा। सभी कार्यो के लिए सदस्यों की टीम तैयार की जा रही है। सभी को कार्य सौंपे जाएंगे। हम इसके लिए पूरी तरह से तैयार है। यह भी पढ़ें: खत्म हुआ 19 सालों का इंतजार, उत्तराखंड को मिली बीसीसीआइ की मान्यता
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।