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विधायक उमेश शर्मा काऊ के ऑडियो प्रकरण पर भाजपा ने बैठाई जांच

जिला पंचायत सदस्य पद के भाजपा समर्थित उम्मीदवार के खिलाफ सोशल मीडिया में वायरल हुए भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ के ऑडियो प्रकरण पर भाजपा ने जांच बैठा दी है।

By Edited By: Updated: Sun, 06 Oct 2019 09:17 AM (IST)
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विधायक उमेश शर्मा काऊ के ऑडियो प्रकरण पर भाजपा ने बैठाई जांच
देहरादून, राज्य ब्यूरो। पंचायत चुनाव के दौरान जिला पंचायत सदस्य पद के भाजपा समर्थित उम्मीदवार के खिलाफ सोशल मीडिया में वायरल हुए भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ के ऑडियो प्रकरण पर भाजपा ने जांच बैठा दी है। प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि ऑडियो की जांच कराई जा रही है। यदि इसमें सत्यता पाई गई तो सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं, विधायक उमेश शर्मा काऊ ने ऑडियो को नकारते हुए इसे उनके खिलाफ साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि यह सत्यता से परे है। लिहाजा, इसकी जांच कराई जानी चाहिए, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। उधर, रायपुर विकासखंड में पंचायत चुनाव के लिए मतदान खत्म होने के साथ ही सोशल मीडिया से संबंधित ऑडियो भी हट गया है।

पंचायत चुनाव के लिए भाजपा ने जिला पंचायत सदस्य पदों पर समर्थित उम्मीदवारों का एलान किया है। इसके साथ ही उसे तमाम सीटों पर कार्यकर्ताओं के बगावती तेवरों से जूझना पड़ा। इस क्रम में पार्टी ने 90 कार्यकर्ताओं को बाहर का रास्ता दिखाया है। इस बीच रायपुर विकासखंड से जिला पंचायत सदस्य पद के पार्टी समर्थित प्रत्याशी के खिलाफ क्षेत्रीय भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ के सोशल मीडिया में वायरल हुए कथित ऑडियो ने पार्टी को असहज कर दिया। गौरतलब है कि नगर निकाय चुनाव के दौरान भी प्रत्याशियों के चयन को लेकर पार्टी नेतृत्व और भाजपा विधायक के मध्य तनातनी चर्चा के केंद्र में रही थी।

अब पंचायत चुनाव के दौरान वायरल ऑडियो को लेकर असहज हुई भाजपा ने प्रकरण पर सख्त रुख अपनाया है। देहरादून में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि प्रकरण में जिला स्तर से रिपोर्ट मांगी है। साथ ही ऑडियो की सत्यता की जांच कराई जा रही है। यदि इसमें सत्यता पाई गई तो सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासन सर्वोपरि है। अनुशासनहीनता की इजाजत किसी को नहीं है। यदि कोई अनुशासन तोड़ता है तो उसे बाहर का रास्ता दिखाने से पार्टी नहीं हिचकेगी। अनुशासनहीनता पर कई कार्यकर्ताओं को पार्टी से निष्कासित किया जा चुका है।

वहीं, भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ ने पहली बार इस प्रकरण पर पक्ष रखते हुए कहा कि यह ऑडियो उनके खिलाफ साजिश है। इसमें 2014 के पंचायत चुनाव के दौरान की पुरानी बातों को तोड़मरोड़कर पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि इस ऑडियो में कोई सत्यता नहीं है। इसकी जांच कराई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह भाजपा के सिपाही हैं और पार्टी के लिए कार्य कर रहे हैं। पंचायत चुनाव में पार्टी समर्थित उम्मीदवारों को सपोर्ट कर रहे हैं।

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