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विधायक राजकुमार ठुकराल को मिली भाजपा की क्लीन चिट

महिलाओं से कथित मारपीट के सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के बाद चर्चा में आए रुद्रपुर से भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल को पार्टी ने क्लीन चिट दे दी है।

By BhanuEdited By: Updated: Sun, 01 Apr 2018 03:29 PM (IST)
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विधायक राजकुमार ठुकराल को मिली भाजपा की क्लीन चिट

देहरादून, [जेएनएन]: महिलाओं से कथित मारपीट के सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के बाद चर्चा में आए रुद्रपुर से भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल को पार्टी ने क्लीन चिट दे दी है। इस प्रकरण में विधायक ठुकराल ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट से मुलाकात कर पार्टी की ओर से उन्हें भेजे गए कारण बताओ नोटिस का जवाब सौंपा।

ठुकराल ने अपने छह पृष्ठ के जवाब में खुद को बेकसूर बताते हुए कहा कि भाजपा उनके लिए मां के समान है और पार्टी जो भी निर्णय लेगी, उसके आगे वह नतमस्तक हैं। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि विधायक के जवाब और तथ्यों को देखते हुए प्रथम दृष्ट्या मामला खारिज होने योग्य है।

कथित मारपीट प्रकरण को विपक्ष ने खासा मुद्दा बनाया था। इस मामले में विधायक ठुकराल समेत तीन लोगों के खिलाफ मारपीट और एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ। साथ ही 11 मार्च को प्रदेश भाजपा ने भी ने भी प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ ही सोशल मीडिया में आई खबरों का संज्ञान लेते हुए विधायक ठुकराल को कारण बताओ नोटिस जारी किया। उन्हें जवाब देने के लिए 10 दिन का समय दिया गया था।

इस बीच देहरादून पहुंचे विधायक ठुकराल ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट से उनके यमुना कॉलोनी स्थित निवास पर मुलाकात की। उन्होंने कारण बताओ नोटिस का छह पृष्ठों का जवाब उन्हें सौंपा। इस मौके पर भाजपा के प्रदेश सह मीडिया प्रभारी बलजीत सोनी समेत अन्य भाजपा नेता भी मौजूद थे। 

नोटिस का जवाब सौंपने के बाद पत्रकारों से बातचीत में विधायक ठुकराल ने कहा कि उन्होंने किसी पर हाथ नहीं उठाया। दोनों पक्ष समझौते के लिए उनके आवास पर आए थे और उनमें झगड़ा हो गया। उन्होंने तो सिर्फ बीच-बचाव किया। साथ ही पुलिस को भी बुलाया। बाद में दोनों पक्षों में सुलह भी हो गई और इसे लेकर दोनों पक्ष मीडिया के सामने भी आए। उन्होंने कहा कि जिन महिलाओं को दलित बताया जा रहा था, वे वास्तव में दलित हैं ही नहीं।

ठुकराल ने कहा कि भाजपा उनके लिए मां के समान है। वह पार्टी के आगे नतमस्तक हैं। उन्होंने कहा कि मैंने छह पृष्ठ के जवाब में पूरी स्थिति से अवगत कराते हुए अपनी बात रख दी है। पार्टी जो भी निर्णय लेगी, वह उन्हें स्वीकार होगा। 

उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र और पारिवारिक कारणों के चलते उन्हें जवाब देने में विलंब हुआ। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष के अलावा मुख्यमंत्री, प्रदेश भाजपा के महामंत्री और महामंत्री संगठन को भी जवाब की प्रति सौंपी है।

वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि विधायक ठुकराल का जवाब आ गया है। प्रकरण में एफआइआर वापस हो गई है। महिलाएं दलित भी नहीं हैं। दोनों पक्षों ने शपथपत्र भी दिया है। प्रथम दृष्ट्या विधायक के खिलाफ कहीं भी मामला नहीं बन रहा। जवाब में विधायक ने बताया कि वह दोनों पक्षों के मध्य बीच-बचाव कर रहे थे। साथ ही ये भी कहा कि यदि कहीं किसी पर हाथ उठाया हो तो सियासत छोड़ देंगे। लिहाजा, यह मामला खारिज होने योग्य है। इसे पार्टी कोर ग्रुप की बैठक में रखकर खारिज कर दिया जाएगा।

यह था मामला

सोशल मीडिया में 10 मार्च को विधायक ठुकराल द्वारा कथित तौर पर महिलाओं से मारपीट का एक वीडियो वायरल हुआ। यह वाकया नौ मार्च को तब होना बताया गया, जब एक मामले में विधायक के घर पर पंचायत बुलाई गई थी। रुद्रपुर के इंदिरानगर कालोनी निवासी एक किशोरी को भगा ले जाने के मामले में दोनों पक्षों के लोग पंचायत करने जुटे थे। 

किशोरी के पिता ने इस मामले में ट्रांजिट कैंप थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया था। इसके बाद घर से फरार किशोर व किशोरी घर लौट आए थे। बताते हैं कि पंचायत में बात न बनने पर दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई।

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