Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

प्रकृति की गोद में बसा है उत्तराखंड का मोइला टाप, ट्रैकिंग और कैंपिंग के लिए है बेस्ट; इस तरह तय करना होगा रास्ता

Uttarakhand News जनजातीय क्षेत्र जौनसार बावर अपनी अनूठी संस्कृति रीति रिवाज खानपान वेशभूषा के साथ-साथ खूबसूरत पर्यटक स्थलों के लिए जाना जाता है। चकराता क्षेत्र में मोइला टाप पर्यटकों के लिए खास है। जहां के बुग्याल को देखकर हर कोई मोहित हो जाता है। यहां पर स्विटजरलैंड सरीखी खूबसूरती नजर आती है। यह स्थान चकराता से 14 किलोमीटर दूर है।

By rajesh panwar Edited By: Abhishek Pandey Updated: Tue, 16 Jan 2024 11:16 PM (IST)
Hero Image
प्रकृति की गोद में बसा है उत्तराखंड का मोइला टाप, ट्रैकिंग और कैंपिंग के लिए है बेस्ट

राहुल चौहान, चकराता। जनजातीय क्षेत्र जौनसार बावर अपनी अनूठी संस्कृति, रीति रिवाज, खानपान, वेशभूषा के साथ-साथ खूबसूरत पर्यटक स्थलों के लिए जाना जाता है। चकराता क्षेत्र में मोइला टाप पर्यटकों के लिए खास है। जहां के बुग्याल को देखकर हर कोई मोहित हो जाता है। यहां पर स्विटजरलैंड सरीखी खूबसूरती नजर आती है।

यह स्थान चकराता से 14 किलोमीटर दूर है। राष्ट्रीय राजमार्ग त्यूणी- चकराता मोटर मार्ग पर लोखंडी नामक स्थान से मोइला टाप जाया जा सकता है। लोखंडी से करीब साढ़े तीन किमी का पैदल पहाड़ी रास्ता मोइला टाप के लिए जाता है। यहां पर हरे भरे बुग्याल देखने को मिलते हैं।

ट्रैकिंग व कैंपिंग के लिए है बेस्ट

मोइला टाप में प्रकृति प्रेमियों के लिए अदभुत नजारा है। ट्रैकिंग व कैंपिंग का शौक रखने वाले पर्यटकों के लिए मोइला टाप मुफीद है। उत्तराखंड के पर्यटन स्थल मोइला टाप में एक छोटी सी प्राकृतिक झील भी है, जो बुग्याल के सौंदर्य को और बढ़ा देती है। मोइला टाप में एक गुफा भी है।

बुग्याल में एक पौराणिक मंदिर है, इसे परी मंदिर कहा जाता है। मंदिर की पहाड़ी शैली का ढांचा बहुत ही आकर्षक है। बर्फबारी के मौसम में यहां घूमने का अलग ही आनंद है। यहां पर अक्सर स्थानीय लोग अपने भेड़ बकरी चराते नजर आते हैं।

यहीं पर पर्यटकों के लिए वन विभाग का ब्रिटिशकालीन गेस्ट हाउस भी है। जो घने जंगलों के बीच है। बुग्याल के तट पर स्थित बुधेर गुफाओं के बारे में माना जाता है कि यह पांडवकालीन है। मोइला टाप से हिमालय के सुंदर नजारे भी दिखाई देते हैं।

कैसे पहुंचे लोखंडी

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से विकासनगर होते हुए चकराता पहुंचा जा सकता है। इसके बाद चकराता- त्यूणी राष्ट्रीय राजमार्ग के 14 किमी पर लोखंडी है। जहां से पैदल रास्ता मोइला टाप जाता है और इस रास्ते में एक सड़क देववन, कोटी-कनासर, मुंडाली होते हुए त्यूणी के लिए जाती है। यहां आने के लिए देहरादून से टैक्सी मिल जाती व उत्तराखंड परिवहन निगम की बस उपलब्ध है।

इसे भी पढ़ें: Bageshwar Dham: यूपी के इस जिले में आएंगे बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री, 31 जनवरी को होगा कार्यक्रम

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें