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Monsoon Travelling Tips : मानसून में घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं तो सावधान! इन पर्यटक स्थलों पर आजकल जाना खतरनाक

Monsoon Travelling Tips मानसून दस्तक दे चुका है और देशभर में मध्यम से भारी वर्षा का क्रम जारी है। मानसून में उत्तराखंड जाना भी रिस्की हो सकता है। उत्‍तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भी वर्षा के कारण नदी-नाले ऊफान पर हैं।

By Nirmala BohraEdited By: Published: Fri, 08 Jul 2022 12:24 PM (IST)Updated: Fri, 08 Jul 2022 12:24 PM (IST)
Monsoon Travelling: देशभर में मध्यम से भारी वर्षा का क्रम जारी

जागरण संवाददाता, देहरादून : Monsoon Travelling: देशभर में मानसून (Monsoon) दस्तक दे चुका है और मध्यम से भारी वर्षा (Rain) का क्रम जारी है। उत्‍तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भी वर्षा के कारण नदी-नाले ऊफान पर हैं। ऐसे में इस दौरान कई पर्यटक स्थल (Tourist Places) इन दिनों खतरनाक बन गए हैं। मानसून में उत्तराखंड जाना भी रिस्की हो सकता है। खासकर पहाड़ी इलाकों में, क्योंकि यहां बारिश वजह से नदियों और गदेरों में बाढ़ आना, बादल फटना, भूस्‍खलन, जमीन धंसना, पहाड़ टूटना, पेड़ गिरना, कई घंटों तक हाईवे बंद होना होना आम बात है।

घूमने की प्‍लानिंग कर रहे हैं तो बरतनी होगी विशेष सतर्कता

देहरादून (Dehradun) में भी कई पर्यटक स्‍थल बरसात के दौरान खतरनाक हो जाते हैं। देहरादून में हैं ऐसे कई पर्यटक स्थल हैं, जहां नदी किनारे पर्यटक पिकनिक या सैर-सपाटा करने पहुंचते हैं। लेकिन, मानसून में यहां आना बेहद रिस्की हो जाता है।

मानसून में देहरादून (Dehradun) के यह स्‍थल हो जाते हैं खतरनाक

  • गुच्चू पानी (Gucchupani)
  • सहस्रधारा (Sahasradhara)
  • मालदेवता (Maldevta)
  • ऋषिकेश (Rishikesh) के ज्यादातर गंगा व सहायक नदियों के किनारे
  • विकासनगर (Vikasnagar) और आसपास में यमुना नदी के किनारे

वर्षा के कारण कभी भी बढ़ जाता है नदियों का जल स्तर

मानसून में पहाड़ों में हो रही वर्षा के कारण नदियों का जल स्तर (River Water Level) कभी भी बढ़ जाता है। जिससे पर्यटकों के डूबने या बहने की आशंका रहती है। प्रशासन की तमाम चेतावनी के बावजूद लोग अक्सर ऐसे स्थानों पर पहुंच जाते हैं और पर्यटकों के डूबने या बहने की खबरें मिलती हैं। अभी कुछ दिन पहले ही देहरादून के गुच्चू पानी में पर्यटक फंस गए थे।

इन बातों का रखें ध्‍यान

  • मानसून (Monsoon) सीजन में नदियां उफान पर रहती हैं। ऐसे में नदियों के किनारे पर्यटक न जाएं।
  • नदी किनारे पर्यटक स्थल पर उचित दूरी बनानी आवश्यक है।
  • मौज-मस्ती के लिए जान जोखिम में न डालें।
  • पुलिस की ओर से भी ऐसे इलाकों में गश्त कर निगरानी की जा रही है।
  • यदि अपील के बाद भी कोई नदी में नहाता या पिकनिक करता मिलता है तो कार्रवाई की जाएगी।

मानसून (Monsoon) में देश के यह स्‍थल हो जाते हैं खतरनाक

  • चेन्नई (Chennai) सैर-सपाटे के लिए बहुत अच्छी जगह है। लेकिन मानसून (Monsoon) में यहां बाढ़ आना या जगह-जगह पानी भरना एक आम समस्या है, जिसके चलते आपको मानसून के बाद यहां घूमने की प्‍लानिंग करनी चाहिए।
  • असम (Assam) भारत का एक सुंदर राज्य है। पिछले काफी दिनों से यहां बाढ़ (Flood) की समस्या बनी हुई है। यह समस्‍या सभी जगह नहीं है। आप जाने से पहले अच्छी तरह जानकारी जरूर ले लें।
  • सिक्किम (Sikkim) उत्तर-पूर्व भारत का एक सुंदर राज्य है। यहां ट्रैकिंग (Tracking ) के लिए जाना पसंद करते हैं। लेकिन मानसून के सीजन में ट्रैकिंग से बचना चाहिए। इसके अलावा आप सिक्किम में घूम सकते हैं।
  • बरसात के मौसम में मुंबई (Mumbai) में जगह-जगह पानी का भराव और कई घंटों के लंबा जाम सामान्‍य होता है। इसलिए अगर आप अभी मुंबई जाने की सोच रहे हैं तो थोड़ा रुक कर जाइए। वैसे मुंबई घूमने के लिए नवंबर से फरवरी का समय अच्छा रहता है।

नदियों के किनारे न जाने की अपील

प्रशासन और पुलिस की ओर से भी आजकल नदियों के किनारे न जाने की अपील की जा रही है। ऐसे में अगर आप घूमने की प्‍लानिंग कर रहे हैं तो विशेष सतर्कता बरतनी होगी।

डिस्‍क्‍लेमर:

इस खबर का मकसद आपको डराना नहीं, बल्कि अलर्ट करना है। क्‍योंकि पहाड़ों पर बारिश के कारण मैदानी इलाकों में अचानक नदियों का जलस्‍तर बढ़ जाता है। जिससे कई बार पर्यटक फंस जाते हैं। इसलिए आप मौसम विभाग के वेदर बुलेटिन के अनुसार अपना टूर प्‍लान कर सकते हैं।


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