महिला के पेट से निकाला गया 12.7 किलोग्राम का ट्यूमर, पांच घंटे तक चली ये जटिल सर्जरी
हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट के गैस्ट्रो सर्जरी विभाग ने एक महिला की जटिल सर्जरी कर उसके पेट से 12.7 किलोग्राम का ट्यूमर निकाला है। ऑपरेशन के बाद अब महिला पूरी तरह सेे स्वस्थ है। पहले कई चिकित्सकों ने सर्जरी के लिए मना कर दिया था।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Fri, 06 Nov 2020 11:41 PM (IST)
डोईवाला(देहरादून), जेएनएन। स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) के हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट के गैस्ट्रो सर्जरी विभाग ने एक महिला की जटिल सर्जरी कर उसके पेट से 12.7 किलोग्राम का ट्यूमर निकाला है। ऑपरेशन के बाद अब महिला पूरी तरह सेे स्वस्थ है।
हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट के गैस्ट्रो सर्जरी विभाग के डॉ. केएस बेदी ने बताया कि देहरादून निवासी एक 38 वर्षीय महिला पेट में गांठ और भारीपन की समस्या से जूझ रही थी। देहरादून में कई जगह दिखाने पर जांच करने के बाद ट्यूमर बताया गया था। ट्यूमर की जटिलता को देखते हुए कई चिकित्सकों ने सर्जरी के लिए मना भी कर दिया था। हिमालयन हॉस्पिटल के गैस्ट्रो सर्जरी विभाग में डॉ. केएस बेदी से परामर्श के बाद स्थिति को देखते हुए उसका अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन कराया गया, जिसमें ट्यूमर महिला के दिल की मुख्य धमनियों के नजदीक होने के साथ ही बांयी किडनी की खून की नसों से चिपका हुआ था। सर्जरी बहुत ही जटिल थी। महिला के जीवन के लिए भी खतरा था। इस सबके बीच डॉ. केएस बेदी के नेतृत्व में गैस्ट्रो सर्जन डॉ. मयंक नौटियाल, डॉ. मयंक भसीन, डॉ. अभिनव, ऐनेस्थेटिक डॉ. गुरजीत खुराना, डॉ. अंकित की टीम ने पांच घंटे तक चली सर्जरी कर महिला के पेट से ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकालकर महिला को नया जीवन दिया।
यह भी पढ़ें: उत्तरकाशी में एक महिला के पेट से निकाला आठ किलो का ट्यूमरमहिला के स्वस्थ होने के बाद उन्हें हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई है। डॉ. केएस बेदी ने बताया कि यह एक प्रकार का वसा से निकलने वाला कैंसर का रूप था। समय पर सर्जरी कर महिला की जान बच गई। मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. एसएल जेठानी ने गैस्ट्रो सर्जरी विभाग की टीम को इस सफल सर्जरी पर टीम को बधाई दी है।
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