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मृत्युंजय मिश्रा की पत्नी के नाम दिल्ली में करोड़ों की प्रॉपर्टी

मृत्युंजय मिश्रा की पत्नी के नाम दिल्ली के बाराखंभा रोड पर फ्लैट सहित करोड़ों की संपत्ति है।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Fri, 21 Dec 2018 04:05 PM (IST)
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मृत्युंजय मिश्रा की पत्नी के नाम दिल्ली में करोड़ों की प्रॉपर्टी
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के निलंबित कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा की पत्नी के नाम दिल्ली के बाराखंभा रोड पर फ्लैट सहित करोड़ों की संपत्ति है। विजिलेंस को इनके दस्तावेज मिले हैं। इसकी जांच को विजिलेंस टीम जल्द दिल्ली रवाना होगी। इधर, विजिलेंस ने वित्त से जुड़ी जानकारी के लिए फाइनेंस और कंप्यूटर उपकरणों की जांच को आइटीडीए से एक्सपर्ट टीम की मांग की है।

एक करोड़ के भ्रष्टाचार में फंसे मृत्युंजय मिश्रा की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। मिश्रा और परिजनों के नाम प्रतिदिन नई-नई संपत्ति सामने आ रही है। मिश्रा के पत्नी श्वेता मिश्रा के नाम दिल्ली के पॉश इलाके बाराखंभा रोड में आलीशान फ्लैट और अन्य संपत्ति है। विजिलेंस सूत्रों की माने तो इनकी कीमत करोड़ों में है। मिश्रा के बैंक खातों और आयुर्वेद विवि के लेजर की जानकारी के लिए वित्त विभाग से एक्सपर्ट मांगा है।

यह एक्सपर्ट वित्तीय गड़बड़ी की जांच करेगा, जबकि अमेजन ऑटोमेशन कंपनी की शिल्पा त्यागी और क्रिएटिव वर्ल्‍ड सोलेशन की नूतन रावत की फर्म से आयुर्वेद विवि द्वारा खरीदे गए कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच को आइटीडीए से एक्सपर्ट की मांग को पत्र लिखा गया है। 

दोनों जगह से एक्सपर्ट मिलने के बाद विजिलेंस आगे की कार्रवाई करेगी। विजिलेंस निदेशक राम सिंह मीणा ने कहा कि फ्लैट, प्रॉपर्टी और बैंक खातों में भारी गड़बड़ी सामने आई है। हर घपले की जांच को अलग-अलग टीम लगाई गई है। ताकि इसमें किसी तरह का शक संदेह न रहे। उधर, गुरुवार को विजिलेंस की तीन टीमें विवि से मिली करीब 90 से ज्यादा फाइलों और बैंक खातों को खंगालती रही। 

दो जनवरी तक बढ़ी मुत्युंजय मिश्रा की न्यायिक हिरासत

आयुर्वेद विवि के निलंबित कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा की न्यायिक हिरासत बढ़ाए जाने से संबंधित अभियोजन पक्ष की अर्जी को कोर्ट ने स्वीकार करते हुए न्यायिक हिरासत 13 दिन और बढ़ा दी है। अब मृत्युंजय मिश्रा दो जनवरी तक न्यायिक हिरासत में जेल में रहेंगे। मिश्रा की ओर से बुधवार को कोर्ट में जमानत याचिका डाली गई थी, जिसे कोर्ट ने बुधवार को नामंजूर कर दिया था।  

मृत्युंजय मिश्रा पर आयुर्वेद विवि में कुलसचिव रहते हुए वित्तीय अनियमितताएं और फर्जी बिल लगाकर विवि से भुगतान करने सहित अन्य कई आरोप हैं। इस मामले में सतर्कता विभाग ने तीन दिसंबर को मिश्रा को गिरफ्तार कर अगले दिन कोर्ट में पेश किया था। जहां से मिश्रा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था। 18 दिसंबर को न्यायिक हिरासत खत्म होने से पहले ही अभियोजन पक्ष ने कोर्ट में दो दिन और न्यायिक हिरासत बढ़ाने संबंधित प्रार्थना पत्र दायर किया।

जिसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए न्यायिक हिरासत बढ़ा दी थी। गुरुवार को मिश्रा की न्यायिक हिरासत खत्म होने से पहले ही अभियोजन पक्ष से जीएस पंचोली ने न्यायिक हिरासत बढ़ाने संबंधी प्रार्थना पत्र कोर्ट में दायर किया। जिसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए दो जनवरी तक मिश्रा कि न्यायिक हिरासत बढ़ा दी।

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