मसूरी का उत्तराखंड से कटा संपर्क, सभी सड़क मार्ग बंद; फंसे 511 पर्यटक
मसूरी में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भूस्खलन से सड़कें बंद हैं पर्यटक फंसे हुए हैं। मसूरी-देहरादून मार्ग पर पुलिया टूटने से आपूर्ति बाधित है। झड़ीपानी में भूस्खलन से एक मजदूर की मौत हो गई दूसरा घायल है। होटल एसोसिएशन ने फंसे पर्यटकों से किराया न लेने का फैसला किया है। पालिका प्रशासन स्थिति पर नजर रख रहा है।

जागरण कार्यालय, मसूरी। सोमवार की रात अतिवृष्टि के कारण मसूरी के सभी मार्ग बाधित हैं। इससे पूरे राज्य से मसूरी का संपर्क कटा है। पर्यटन विभाग के मुताबिक मसूरी में 511 पर्यटक फंसे हैं। हालांकि, होटल एसोसिएशन ने तीन हजार पर्यटकों के फंसे होने की संभावना जताई है।
मार्गों के अवरुद्ध होने से मसूरी में दूध, सब्जी, पेट्रोल और गैस जैसी आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति ठप होने से कमी होने लगी है। बीते सोमवार रात मसूरी में हुई भयानक बारिश ने दून के अलावा अन्य शहरों से संपर्क कट गया।
लिंक मार्गों के साथ ही मसूरी-देहरादून मुख्य मार्ग, लंबीधार-किमाड़ी-देहरादून एलकेडी मार्ग, मसूरी-चकराता एनएच 707-ए और मसूरी-उत्तरकाशी मार्ग में भूस्खलन और सड़क दरकने से यातायात पूरी तरह से बाधित है। पिछले दो दिनों से देहरादून से आने वाले दूध और दुग्ध उत्पादों, सब्जियों, राशन, एलपीजी गैस और पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति नहीं हो सकी है।
पेट्रोल पंपों से तेल की विक्री लगभग बंद
मसूरी में मौजूद दोनों पेट्रोल पंपों से तेल की विक्री लगभग बंद हो चुकी है। प्रशासन ने एक पेट्रोल पंप को तीन हजार लीटर पेट्रोल रिजर्व में रखने का निर्देश दिया है, जिससे वहां वितरण रोक दिया गया है। वहीं, दूसरे भारत पेट्रोलियम के पंप पर पेट्रोल खत्म होने की कगार पर है। बताया जा रहा है कि लोगों को 100 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से पेट्रोल दिया जा रहा है, जबकि असल में इसकी कीमत करीब 94 रुपये है। इससे पेट्रोल पंपों पर वाहनों की लंबी कतारें लग रही हैं।
जिला पर्यटन विकास अधिकारी विजेंद्र पांडे के मुताबिक, मसूरी में 511 पर्यटक हैं, जिन्होंने अपना पंजीकरण कराया है। सिर्फ 10 प्रतिशत होटल ने माफ किया किराया मसूरी होटल एसोसिएशन पदाधिकारियों के अनुसार, बीते मंगलवार व बुधवार को मसूरी के होटलों व गेस्ट हाउसों में लगभग तीन हजार पर्यटक ठहरे हैं। जिन पर्यटकों को मंगलवार को चेकआउट करना था, वह मार्ग बाधित होने के कारण अपने गंतव्य को रवाना नहीं हो सके।
होटल एसोसिएशन ने ऐसे पर्यटकों से मंगलवार व बुधवार को कमरों का किराया नहीं लेने के लिए अपने सदस्यीय होटल व्यवसायियों से संपर्क किया गया तो मात्र 10 प्रतिशत इसके लिए राजी हुए, जिन्होंने फंसे हुए पर्यटकों से एक दिन का किराया नहीं लिया।
अन्य होटल, गेस्ट हाउस व होमस्टे ने पर्यटकों को कोई छूट नहीं दी। एसोसिएशन पदाधिकारियों ने दिया आश्रय मसूरी होटल एसोसिएशन अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि जब कुछ होटलों ने पर्यटकों को किराये में छूट नहीं दी तो उन पर्यटकों से संपर्क किया गया। उन्हें अपने होटल में बिना किराये के कमरे देकर ठहराया है।
होटल एसोसिएशन सचिव अजय भार्गव और आशीष गोयल ने बताया कि उन्होंने भी अपने होटल में पर्यटकों को एक दिन के किराये में छूट देकर आश्रय दिया है। पर्यटकों ने सुनाई दास्तां हैदराबाद के 16 सदस्यीय पर्यटक समूह से प्रदीप ने बताया कि उन्हें मंगलवार को वापस रवाना होना था, लेकिन रास्ते बाधित होने के कारण वह यहीं फंस गए।
कहा कि मसूरी होटल एसोसिएशन अध्यक्ष संजय अग्रवाल द्वारा उनके समूह आठ कमरे निशुल्क उपलब्ध करवाए गए हैं। बुरे दौर में मसूरी का पर्यटन व्यवसाय मार्ग बाधित होने से मसूरी का पर्यटन व्यवसाय बुरे दौर से गुजर रहा है।
मसूरी को जोड़ने वाले सड़क मार्ग मात्र मसूरी-धनोल्टी-चंबा-टिहरी को छोड़कर सभी मार्ग क्षतिग्रस्त हैं, जिनसे पर्यटक मसूरी पहुंचते हैं। बुधवार को मसूरी से कैंपटी अगलाड़ पुल, टकारना, गरखेत, बंदरकोट, यमुना पुल, जुड्डो विकासनगर होते हुए देहरादून व दिल्ली के लिए मार्ग खुल गया है।
कुठालगेट शिव मंदिर से आगे मसूरी की ओर पुलिया टूटी
सोमवार रात दस बजे शुरू हुई मूसलाधार बारिश मंगलवार सुबह सात बजे तक जारी रही, जिससे मसूरी देहरादून मुख्य सड़क मार्ग कुठालगेट शिव मंदिर से आगे मसूरी की ओर पुलिया टूटने से क्षतिग्रस्त हो गया। कोल्हूखेत से पहले पानी वाले बैण्ड के समीप जोरदार भूस्खलन से सड़क पर मलवा व पेड़ गिरने से सड़क दरक गयी है। कोल्हूखेत से लगभग आधा किमी आगे मसूरी की ओर भी मलवा आने से सड़क का आधा हिस्सा दरक गया।
बार्लोंगंज-झड़ीपानी-चूनाखाल मार्ग आधा दर्जन स्थानों पर मलवा और विशालकाय बोल्डर आने से बंद हो गया है। मसूरी देहरादून मोटर मार्ग बंद होने से मंगलवार को मसूरी के लिए दूध, सब्जी व राशन की आपूर्ति पूरी तरह से बंद हो गयी है। नौकरी के लिए प्रतिदिन अप डाउन करने वाले मंगलवार को अपने कार्यस्थल तक नहीं पहुंच सके।
मसूरी के झड़ीपानी से राजपुर के पुराने ट्रैकिंग मार्ग पर मंदिर के समीप भूस्खलन होने से मलबे में दो नेपाली मजदूर दब गये, जिसमें एक रामबहादु (41 वर्ष) निवासी झड़ीपानी टोल चौकी मसूरी की मलबे में दबकर मौत हो गयी जबकि दूसरा अर्जुन (40 वर्ष) निवासी झड़ीपानी टोल चौकी मसूरी गंभीर रूप से घायल हो गया जिसको तत्काल उपजिला चिकित्सालय लंढौर भिजवाया गया जहां पर उसका इलाज हो रहा है।
मसूरी होटल एसोसिएशन अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि जिन पर्यटकों को आज वापस जाना था, लेकिन सड़कें बंद होने से वापस नहीं जा सके हैं, मसूरी होटल एसोसिएशन उनसे आज का होटलों का किराया नहीं लेगा।
नगर पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी ने भी शहर के आपदा प्रभावित तथा क्षतिग्रस्त सड़कों का पालिका अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया और पालिका अधिकारियों को स्थिति पर लगातार नजर रखने को निर्देशित किया गया।
लोकनिर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता राजेश कुमार ने बताया कि शिव मंदिर के समीप क्षतिग्रस्त हुई पुलिया को बनाने में कम से कम पांच दिन का समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि मसूरी देहरादून मार्ग के किमी 19 पर क्षतिग्रस्त हुई वैली ब्रिज को ठीक किया जा रहा है, जिस पर दिन रात काम किया जाएगा।
शेष सड़कों पर आये मलबे को हटाने के लिये जेसीबी लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि मसूरी लंबीधार-किमाड़ी-देहरादून मार्ग किमी संख्या एक, किमी संख्या दो तथा किमी संख्या चार पर काफी क्षतिग्रस्त हो गया है जिसको ठीक करने के प्रयास किये जा रहे हैं।
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