Badrinath सहित उत्तराखंड के कई मंदिरों में यात्रियों के लिए नई सुविधा, ठंड से मिलेगी राहत
Uttarakhand News मंदिरों में दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों को नई सुविधा मिलेगी। बदरीनाथ गंगोत्री पूर्णागिरि व दूनागिरि मंदिरों में यात्रियों की सुविधा के लिए गर्म पानी के एक-एक प्याऊ लगाए जाएंगे। इससे मंदिरों में आने वाले श्रद्धालुओं विशेषकर बुजुर्ग व बच्चों को लाभ मिलेगा।
By Nirmala BohraEdited By: Updated: Wed, 03 Aug 2022 11:39 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, देहरादून : Uttarakhand News : बदरीनाथ (Badrinath), गंगोत्री (Gangotri), पूर्णागिरि (Purnagiri) व दूनागिरि (Doonagiri) मंदिरों में दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों को नई सुविधा मिलेगी। इससे सर्दी के मौसम में उन्हें ठंड से कुछ राहत मिलेगी।
लगाए जाएंगे गर्म पानी के एक-एक प्याऊ
यूनियन बैंक आफ इंडिया और देवभूमि उत्तरांचल विकास समिति की पहल पर बदरीनाथ, गंगोत्री, पूर्णागिरि व दूनागिरि मंदिरों में यात्रियों की सुविधा के लिए गर्म पानी के एक-एक प्याऊ लगाए जाएंगे। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने विधानसभा स्थित कार्यालय से ये प्याऊ रवाना किए।
कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि गर्म पानी के प्याऊ लगने से इन मंदिरों में आने वाले श्रद्धालुओं विशेषकर बुजुर्ग व बच्चों को लाभ मिलेगा। इस अवसर पर यूनियन बैंक आफ इंडिया के डीजीएम लोकनाथ साहू, देवभूमि उत्तरांचल विकास समिति के अध्यक्ष आशीष गिरि, विपिन यादव आदि उपस्थित थे।
प्राचीन चारधाम मार्ग पर बनी लघु फिल्म व पुस्तक का विमोचन
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने चारधाम यात्रा के प्राचीन पैदल मार्ग पर आधारित लघु फिल्म और पुस्तक का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि प्राचीन चारधाम यात्रा पर बनी इस लघु फिल्म तथा पुस्तक सदियों पुरानी विरासत को संरक्षित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे चारधाम यात्रा को बढ़ावा मिलेगी और उत्तराखंड को एक नई पहचान मिलेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में पर्यटन विकास परिषद की ओर से आयोजित कार्यक्रम में स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत स्वच्छता के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वालों को सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने ट्रेक द हिमालय के साथ मिलकर एक ऐतिहासिक कदम बढ़ाया है।
विशेषज्ञों के 25 सदस्यीय दल ने चारधाम ट्रेक पर पुराने मार्गों को खोलने के लिए 1170 किमी का सफर तय किया। उन्होंने कहा कि दल का यह प्रयास निश्चित रूप से उत्तराखंड के पर्यटन के लिए सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य पर्यावरण जागरूकता, होम स्टे, ट्रेकिंग, स्थानीय संस्कृति, परंपराओं और स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देना भी था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा इस वर्ष सरकार के लिए किसी चुनौती से कम नहीं थी। दो साल बाद शुरू हुई इस यात्रा में अभी तक 30 लाख से अधिक श्रद्धालु आ चुके हैं। इस वर्ष कांवड़ यात्रा में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आए। उन्होंने कहा कि ईश्वर की प्रदेश पर बड़ी कृपा है। चारधाम पर्यटन स्थलों पर व्यवस्थाएं सुविधाजनक होंगी तो यात्री बार-बार यहां आएंगे। इस दिशा में पर्यटन से जुड़े व्यक्तियों को भी अपना योगदान देना होगा।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि अब यात्रियों को पुराने समय के ठहराव स्थल की यात्रा के रोमांच के साथ ही उनके इतिहास के संबंध में जानकारी मिल सकेगी। इससे स्वरोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि देश के 12 ज्योर्तिलिंगों की यात्रा की सुगमता के संबंध में भी कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
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