उत्तराखंड में अगले 24 घंटे पड़ सकते हैं भारी, नाले में तब्दील सड़कों में बहे वाहन
उत्तराखंड में अगले चौबीस घंटे भारी पड़ सकते हैं। मौसम विभाग के अनुसार कुमाऊ में भारी बारिश हो सकती है।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Thu, 02 Aug 2018 09:12 AM (IST)
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड में बुधवार को राजधानी में मौसम के तेवर कुछ नरम पड़े हो, लेकिन अन्य जिलों में दुश्वारियां बनी हुई हैं। राज्य में करीब 110 संपर्क मार्ग अभी मलबा आने से बंद पड़े हैं। वहीं, कोटद्वार में बुधवार शाम हुई बारिश के दौरान झंडा चौक से स्टेशन रोड नाले में हो गर्इ। जिसमें सड़क पर खड़े दोपहिया वाहन बह गए।
उत्तरकाशी के डाबरकोट में मलबा आने से पिछले 12 दिन से बंद यमुनोत्री हाईवे को खोल दिया गया है, जबकि जंगलचट्टी व हनुमानचट्टी में मलबा आने से बंद हाईवे को खोलने का काम चल रहा है। पहाड़ों में हल्की बारिश जारी है तो मैदानी इलाकों में फुहारें पड़ी। राज्य मौसम केंद्र के अनुसार अगले 24 घंटे में कुमाऊं के पहाड़ी जिलों में भारी बारिश हो सकती है, जबकि अन्य जिलों में सामान्य बारिश का पूर्वानुमान है। उत्तराखंड में बारिश के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग व संपर्क मार्गों के बंद होने से परेशानी हो रही है। गंगोत्री राजमार्ग टिहरी के नरेंद्रनगर में मलबा आने से करीब एक घंटे बंद रहा। बदरीनाथ राजमार्ग चमोली के लामबगड़ में मलबा आने से करीब तीन घंटे बंद रहा। सुबह छह बजे मार्ग पर मलबा आने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि नेशनल हाईवे अथारिटी व लोक निर्माण विभाग ने कुछ घंटों में ही मार्ग को खोल दिया।
वहीं, पौड़ी जिले के कोटद्वार में बुधवार शाम करीब चार बजे से ही मूसलाधार बारिश शुरू हो गर्इ। जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया। बारिश के दौरान जहां राष्ट्रीय राजमार्ग व झंडाचौक में जलभराव हुआ, वहीं स्टेशन रोड बरसाती नाले में तब्दील हो गया। बारिश के कारण भले ही लोगों को उमस से राहत मिली हो, लेकिन नगर की सड़के जलमग्न हो गई, जिस कारण राहगीरों के साथ ही आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ा, झंडाचौक से स्टेशन रोड जाने वाली सड़क पूरी तरह बरसाती नाले में तब्दील हो गई। अचानक इतना पानी बढ़ गया कि सड़क किनारे खड़े लोगों के दुपहिया वाहनों के पलटने का खतरा पैदा हो गया। झंडा चौक पर कुछ दुपहिया वाहन पलट भी गए।
कैलास यात्रियों मिला मौसम का अधूरा साथपिथौरागढ़ में फंसे कैलास यात्रियों का मौसम का अधूरा साथ मिला। सात दिनों से पिथौरागढ़ में फंसे दसवें कैलास यात्री दल के 12 यात्रियों को अगले पड़ाव गुंजी और गुंजी से वापसी वाले सातवें दल के 12 यात्रियों को पिथौरागढ़ लाया गया, लेकिन पहली उड़ान के बाद मौसम के खराब होने से दसवें दल के 37 यात्री पिथौरागढ़ और सातवें दल के 45 यात्री गुंजी में ही फंसे रह गए। इसके अलावा कैलास यात्रियों का 11वां दल चौकोड़ी व 12 दल अल्मोड़ा में ही फंसा हुआ है।
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