निशंक बोले, राममंदिर का देश में माहौल; बाबर से नहीं जुड़ना चाहते देश के मुसलमान
हरिद्वार सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि हर कोई चाहता है कि राम मंदिर बने। देश के मुसलमान बाबर से नहीं जुड़ना चाहते। अगर कोई है तो वह सामने आए।
By Edited By: Updated: Fri, 30 Nov 2018 03:54 PM (IST)
देहरादून, राज्य ब्यूरो। हरिद्वार सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि हर कोई चाहता है कि राम मंदिर बने। यही कारण है कि मंदिर को लेकर पूरे देश में माहौल है। देश के मुसलमान बाबर से नहीं जुड़ना चाहते। अगर कोई है तो वह सामने आए।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए सांसद हरिद्वार निशंक ने कहा कि लोकसभा में गंगा के लिए बहुत काम हो रहा है। वह स्व. स्वामी सानंद (प्रो जीडी अग्रवाल) के पास भी गए थे। उनके अनुरोध पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी लखनऊ से दिल्ली आए थे। हम स्वामी सानंद के प्राणों की रक्षा करना चाहते थे। उन्होंने कहा कि गंगा को लेकर केंद्र सरकार बेहद स्पष्ट तरीके से काम कर रही है। निकाय चुनावों में हरिद्वार में हुई हार पर सांसद निशंक ने कहा कि हरिद्वार में पहली बार बहुमत से बोर्ड बना है। महापौर पद कुछ मतों से जरूर हारे हैं। डोईवाला में भी हार न्यूनतम रही, लेकिन पहली बार भगवानपुर, झबरेड़ा व रानीपुर में जीत दर्ज की है। लिहाजा हम जीते हैं।
पौड़ी संसदीय सीट से चुनाव लड़ने को लेकर हो रही चर्चा पर निशंक ने चुटकी लेते हुए कहा कि इस बारे में वह बहुत सौभाग्यशाली हैं। जब किसी का पांव फिसल जाए तो निशंक का नाम आता है। कोई हार जाता है तो निशंक याद किए जाते हैं। पार्टी ने उन्हें जहां से आदेश दिया उन्होंने चुनाव लड़ा।
लोकसभा चुनावों में पार्टी के कहने पर उन्होंने तुरंत विधानसभा से इस्तीफा दिया और चुनाव लड़ा। पार्टी जहां से भी चाहती है वह चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस से हरीश रावत हरिद्वार से चुनाव लड़ते हैं तो इससे अधिक खुशी की बात उनके लिए कुछ और नहीं होगी।
श्रीनगर एनआइटी के संबंध में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए पहाड़ के बच्चों के लिए वह एनआइटी को श्रीनगर लेकर गए थे। एनआइटी का दूसरी जगह जाने का सवाल नहीं उठता। जो ऐसी बात कर रहे हैं, वे गैर जिम्मेदार हैं। छात्रों को सुविधा मिलनी जरूरी है।
अविरल जारी है स्पर्श गंगा अभियान सांसद हरिद्वार डॉ. निशंक ने कहा कि वर्ष 2010 से स्पर्श गंगा अभियान अनवरत रूप से जारी है। आने वाले वर्षो में इसका दायरा बढ़ाया जाएगा। स्पर्श गंगा के संयोजक डॉ. एसएस भंडारी ने कहा स्पर्श गंगा के तहत निकाली गई साइकिल रैली में अगले वर्ष से प्रथम तीन के स्थान पर प्रथम पांच विजेताओं को पुरस्कार दिया जाएगा और प्रदेश व देश के स्कूलों में वाद-विवाद व चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।
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