केंद्रीय मंत्री निशंक बोले, देश के लिए होगा प्रवासी भारतीयों की मेधा का उपयोग Dehradun News
केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि देश के कई भारतीय इस समय विश्व की बड़ी कंपनियों में ऊंचे पदों पर आसीन हैं। उनकी मेधा का प्रयोग देश के लिए किया जाएगा।
By Edited By: Updated: Sun, 16 Jun 2019 02:52 PM (IST)
देहरादून, राज्य ब्यूरो। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि देश के आइआइटी, आइआइआइटी और आइआइएम से पास आउट होने वाले कई भारतीय इस समय विश्व की बड़ी कंपनियों में ऊंचे पदों पर आसीन हैं। इन प्रवासी भारतीयों को बुलाकर उनसे विचार-विमर्श किया जाएगा और उनकी मेधा का प्रयोग देश के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह प्रदेश के विकास के लिए भी हर संभव कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि जो चुनौती उन्हें मिली है, उसे वह अवसर के रूप में बदल कर दिखाएंगे। इस दौरान उन्होंने नई शिक्षा नीति के लिए सभी बुद्धिजीवियों से सुझाव भी आमंत्रित किए।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक शनिवार को भाजपा मुख्यालय पहुंचे। जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस दौरान आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उन्हें यह अहम जिम्मेदारी मिलेगी। सोचा था कि पर्यटन राज्य है। संस्कृति मंत्री भी रहा था। अब यह जिम्मेदारी मिली है तो आपका माथा नीचे नहीं झुकने दूंगा। शिक्षा समाज के विकास की अहम सीढ़ी है। समाज को खड़ा करने का काम शिक्षा का है। यहां के प्रतिष्ठित संस्थानों में पढ़ रहे युवाओं में देश को दुनिया के शीर्ष पर पहुंचाने की ताकत है। उन्होंने कहा कि वह गांव से निकले हैं इसलिए गांव के बारे में सोचेंगे। यह समझना होगा कि केंद्रीय विद्यालय, आइआइटी और आइआइएम खोलने की एक सीमा है।
केंद्रीय स्कूलों में गुणवत्ता तभी तक रहेगी तब एक निश्चित सीमा के भीतर ही प्रवेश हों। वंचितों को अवसर देने के लिए भी सरकार की कोशिश रहेगी। इससे पूर्व कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार धन सिंह रावत, वरिष्ठ भाजपा विधायक हरबंश कपूर, केदार रावत, मेयर सुनील उनियाल गामा, प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति गैरोला, प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल और प्रदेश मीडिया प्रमुख डॉ. देवेंद्र भसीन समेत तमाम कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री का स्वागत किया।
अपनी नौकरी भी पक्की कर लूं
केंद्रीय कैबिनेट में पहली बार जगह बनाने वाले निशंक इस जिम्मेदारी को लेकर खासे गंभीर भी हैं। इसलिए वह इस समय फिलहाल विभागीय नीतियों और कार्ययोजना के बारे में बहुत अधिक नहीं बोल रहे हैं। कार्यकर्ताओं के संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि अभी तो उन्हें अपनी नौकरी भी पक्की करनी हैं। उन्होंने कहा कि पहले वह विभाग को समझ लें। पत्रकारों से बातचीत में भी उन्होंने कहा कि अभी सौ दिन का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद वह मीडिया के सामने आकर अपनी बात रखेंगे। इस दौरान उन्होंने नई शिक्षा नीति को लेकर सुझाव भी आमंत्रित किए।
यह मत सोचना कि मंत्री हो गया तो दिमाग खराब हो गया
इस दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने तो ग्राम प्रधान बनने की भी नहीं सोची थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें यहां तक पहुंचाया है। यह कार्यकर्ता की ताकत की पहचान है। कार्यकर्ता का सम्मान भी होना चाहिए, लेकिन कार्यकर्ता को अपनी सीमा भी पता होनी चाहिए। मंत्री के रूप में वह देर रात तक बैठकों में रहते हैं। इसके बावजूद कोशिश होती है कि जो कार्यकर्ता मिलने आए उन्हें समय दिया जाए। अगर व्यस्तता के चलते मुलाकात नहीं हो पाए तो यह नहीं सोचना कि केंद्र में मंत्री हो गए तो दिमाग खराब हो गया।स्वामी सत्यमित्रानंद का जाना हाल
केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मैक्स अस्पताल पहुंचकर भारत माता मंदिर हरिद्वार के संस्थापक और अधिष्ठाता स्वामी सत्यमित्रानंद का हाल जाना। इसके बाद वह वरिष्ठ भाजपा नेता स्व. उमेश अग्रवाल के घर पहुंचे और उनके परिजनों से मिलकर शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं।यह भी पढ़ें: रमेश पोखरियाल निशंक बोले, भारत की शिक्षा व्यवस्था को किया जाएगा सुदृढ़
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