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ऑडियो प्रकरण में भाजपा विधायक को नोटिस, जानिए क्या है पूरा मामला

जिला पंचायत सदस्य पद के पार्टी समर्थित प्रत्याशी के खिलाफ सोशल मीडिया में वायरल हुए रायपुर क्षेत्र से विधायक उमेश शर्मा काऊ के ऑडियो से अब उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं।

By Raksha PanthariEdited By: Updated: Mon, 07 Oct 2019 07:20 AM (IST)
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ऑडियो प्रकरण में भाजपा विधायक को नोटिस, जानिए क्या है पूरा मामला
देहरादून, राज्य ब्यूरो। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान जिला पंचायत सदस्य पद के पार्टी समर्थित प्रत्याशी के खिलाफ सोशल मीडिया में वायरल हुए रायपुर क्षेत्र से विधायक उमेश शर्मा काऊ के ऑडियो से अब उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। भाजपा के प्रांतीय नेतृत्व ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए विधायक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। विधायक को तीन दिन के भीतर इसका जवाब देना है। उधर, विधायक काऊ का कहना है कि यह ऑडियो उनके खिलाफ षड्यंत्र है। इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी उन्हें पार्टी का नोटिस नहीं मिला है। इसके मिलने पर वह मजबूती से अपना पक्ष पार्टी नेतृत्व के समक्ष रखेंगे।

रायपुर विकासखंड में अस्थल जिला पंचायत सीट से भाजपा समर्थित प्रत्याशी के खिलाफ हाल में सोशल मीडिया पर विधायक काऊ का ऑडियो वायरल हुआ। हालांकि, रायपुर ब्लाक में पंचायत चुनाव का मतदान संपन्न होने के साथ ही सोशल मीडिया से यह ऑडियो हट गया है, लेकिन इस प्रकरण से भाजपा असहज हुई है। प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने विधायक ऑडियो प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए पंचायत चुनाव के लिए गठित समिति से आख्या मांगी। साथ ही पार्टी ऑडियो की जांच भी करा रही है।

अब प्रांतीय नेतृत्व ने विधायक काऊ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। प्रदेश महामंत्री एवं प्रांतीय कार्यालय प्रभारी राजेंद्र भंडारी की ओर से विधायक को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि भाजपा समर्थित प्रत्याशी के विरोध में सोशल मीडिया में वायरल ऑडियो अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। नोटिस में विधायक के खिलाफ पार्टी संविधान की धारा-25 घ (पार्टी के वाद को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के समक्ष ले जाना) और धारा-च (पार्टी की प्रतिष्ठा को कम करने के उद्देश्य से कार्य करना) के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। विधायक से कहा गया है कि वह तीन दिन के भीतर अपना स्पष्टीकरण दें। इस अवधि में स्पष्टीकरण न मिलने पर माना जाएगा कि उन्हें इस बारे में कुछ नहीं कहना है।

उधर, विधायक काऊ ने कहा कि यह ऑडियो उनके खिलाफ षड्यंत्र है। ये उन लोगों की करतूत है, जो नगर निगम के चुनाव में हार गए थे। उन्होंने कहा कि यह ऑडियो उनकी पिछले चुनाव की बातों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि यदि किसी उम्मीदवार ने उनके खिलाफ शिकायत की है तो वह ये बताए कि उसने कब प्रचार के लिए उन्हें बुलाया। यही नहीं, पार्टी ने भी उन्हें चुनाव प्रचार का कोई कार्यक्रम नहीं दिया।

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