Move to Jagran APP

मरीज की मौत की छिपा रहे जानकारी, हरिद्वार के CMO और बाबा बर्फानी अस्पताल के CMS को नोटिस

एक ओर उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर हड़कंप मचा है। दूसरी ओर अस्पताल मरीज के मौत तक की जानकारी छिपा रहे हैं। हरिद्वार के बाबा बर्फानी अस्पताल में भी ऐसा ही मामला सामने आया है।

By Raksha PanthriEdited By: Updated: Sat, 15 May 2021 11:05 PM (IST)
Hero Image
हरिद्वार के CMO और बाबा बर्फानी अस्पताल के CMS को नोटिस।
जागरण संवाददाता, देहरादून। एक ओर उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर हड़कंप मचा है। दूसरी ओर अस्पताल मरीज के मौत तक की जानकारी छिपा रहे हैं। हरिद्वार के बाबा बर्फानी अस्पताल में भी ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसपर अब सीएमओ हरिद्वार और बाबा बर्फानी अस्पताल के सीएमएस को नोटिस जारी किया गया है।

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण से अब तक चार हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। कोरोना पर लगाम लगाने के लिए सिस्टम तमाम जतन कर रहा है। पर, अस्पताल अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। स्थिति ये है कि अस्पताल मौत के आंकड़ों भी छिपा रहे हैं। हरिद्वार के बाबा बर्फानी नाम के निजी अस्पताल ने 65 लोगों की मौत की जानकारी छिपाए रखी। ऐसा हम नहीं बल्कि खुद स्वास्थ्य विभाग मान रहा है। इसको लेकर हरिद्वार जिले के सीएमओ और बाबा बर्फानी अस्पताल के सीएमएस को नोटिस जारी कर दिया गया है। 

बता दें कि राज्य कोविड कंट्रोल रूम में 24 घंटों के भीतर जानकारी देनी होती है। बाबा बर्फानी अस्पताल में 25 अप्रैल से 12 मई तक उपचार के दौरान 65 कोरोना के मरीजों की मौत हुई थी, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी नहीं दी। इस मामले में कंट्रोल रूम के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डॉक्टर अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि लगातार अस्पताल प्रबंधन को जानकारियां अपडेट कर देने के लिए कहा जा रहा था।

इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन की तरफ से कर्मचारियों की कमी और दूसरे बहाने बताकर जानकारियां नहीं दी जा रही थीं। इसके बाद जब कंट्रोल रूम की तरफ से सख्ती की गई, तब जाकर अस्पताल में 65 मरीजों की मौत की जानकारी बताई। ये जानकारी 14 मई को सामने आई सकी।

यह भी पढ़ें- घर में आइसोलेशन की जगह नहीं तो जाना होगा कोविड केयर सेंटर, इसलिए उठाया गया कदम

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।