प्लेटफार्म की लंबाई बढ़ने से अब दून आ सकेंगी 18 कोच वाली ट्रेनें Dehradun News
दून रेलवे स्टेशन के कायाकल्प का पहला चरण तकरीबन पूरा हो चुका है। प्लेटफार्मों की लंबाई बढ़ाए जाने के बाद अब यहां 18 कोच वाली रेलगाडिय़ां भी आ सकेंगी।
By BhanuEdited By: Updated: Thu, 06 Feb 2020 01:11 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। दून रेलवे स्टेशन के कायाकल्प का पहला चरण तकरीबन पूरा हो चुका है। प्लेटफार्मों की लंबाई बढ़ाए जाने के बाद अब यहां 18 कोच वाली रेलगाडिय़ां भी आ सकेंगी। इससे यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। आठ फरवरी को यहां से नए सिरे से ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। इस क्रम में सबसे पहले नंदा देवी एक्सप्रेस दून पहुंचेगी।
बीते वर्ष 10 नवंबर को देहरादून रेलवे स्टेशन में यार्ड री-मॉडलिंग और प्लेटफार्म विस्तार का कार्य शुरू हुआ था। इसके चलते करीब तीन माह से यहां ट्रेनों का संचालन बंद है। अब यह कार्य तकरीबन पूरा हो चुका है। रेलवे स्टेशन पर अब तक 16 कोच वाली रेलगाड़ियां ही आती थीं। प्लेटफार्मों के विस्तार के बाद अब यहां 18 कोच वाली ट्रेनें भी आ सकेंगी।
ट्रेनों में कोच बढ़ने से आरक्षण की वेटिंग लिस्ट भी कम होगी। स्टेशन निदेशक गणेश चंद ने बताया कि पहले चरण में ट्रेन संचालन की दृष्टि से काम पूरे हो चुके हैं। आगे स्मार्ट सिटी के अंतर्गत स्टेशन के बाहर कई काम कराए जाएंगे।
अब पांच प्लेटफार्म हैं स्टेशन में
देहरादून रेलवे स्टेशन में अब पांच प्लेटफार्म हो गए हैं। टिकट कलक्टर ऑफिस के सामने बने प्लेटफार्म को अब तीन की बजाय दो नंबर कर दिया गया है। तीन नंबर प्लेटफार्म को दो की जगह शिफ्ट कर दिया गया है। पांच नंबर प्लेटफार्म नया बनाया गया है। नए प्लेटफार्म बनने से ट्रेनों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद भी जगी है। फिलहाल यहां रोजाना 15 और साप्ताहिक आधार पर 20 ट्रेनें आती-जाती हैं।
सुविधाओं में भी हुआ इजाफारेलवे स्टेशन में दिव्यांगों के लिए विशेष सुविधाएं दी गई हैं। स्टेशन के गेट से हर प्लेटफार्म तक रैंप बना दिया गया है। इसके अलावा स्टेशन की शुरुआत में ही दृष्टिबाधितों के लिए ब्रेल लिपि में पूरे स्टेशन का नक्शा लगाया गया है। स्टेशन निदेशक ने बताया कि हर प्लेटफार्म पर नए नल और वाटर कूलर लगाए गए हैं। हर प्लेटफार्म पर 32 नल लगवाए गए हैं।
डायमंड क्रॉसिंग खत्म होने से बचेगा समयस्टेशन निदेशक गणेश चंद ने बताया कि डायमंड क्रॉसिंग को पटरियों से लगभग खत्म कर दिया गया है। इससे समय तो बचेगा ही ट्रेनों के कोच भी सुरक्षित रहेंगे। अभी डायमंड क्रॉसिंग के चलते ट्रेनों को काफी क्षति होती है।
16 फरवरी को सीआरएस करेंगे ऋषिकेश स्टेशन का निरीक्षणबारिश के कारण योग नगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन का काम निर्धारित लक्ष्य पर पूरा नहीं हो पाया। अब रेल विकास निगम ने 16 फरवरी तक सभी तैयारियां पूर्ण कर स्टेशन को कमिश्नर रेल सेफ्टी (सीआरएस) के निरीक्षण के लिए तैयार करने का लक्ष्य तय किया है। सब कुछ ठीक रहा तो 17 फरवरी को ऋषिकेश से रेल यातायात शुरू हो जाएगा।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के पहले स्टेशन यानी योग नगरी ऋषिकेश स्टेशन को तैयार करने के लिए चार फरवरी की तिथि निर्धारित की गयी थी। मगर, जनवरी के आखिरी सप्ताह में हुई बारिश के कारण काम प्रभावित हुआ और लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया। रेल विकास निगम ने ऋषिकेश रेलवे स्टेशन को तैयार कर इसे वीरभद्र स्टेशन से जोड़ दिया है। इसके साथ ही वीरभद्र स्टेशन को भी नये सिरे से तैयार किया गया है। इसके लिए रेल विकास निगम ने चार दिसंबर से तीन फरवरी तक रायवाला-ऋषिकेश के बीच रेल सेवाओं का संचालन भी बंद किया था। निर्माण में हुए बिलंब के कारण अब रेल विकास निगम ने 16 फरवरी को ऋषिकेश व वीरभद्र स्टेशन को सीआरएस निरीक्षण के लिए तैयार करने का निर्णय लिया है। साथ ही ऋषिकेश-रायवाला के बीच भी रेल संचालन 16 फरवरी तक बंद किया गया है।
बता दें कि सीआरएस निरीक्षण के बाद ही किसी भी नए स्टेशन व रेल लाइन को संचालन की अनुमति मिल पाती है। ऐसे में यदि 16 फरवरी को सीआरएस के निरीक्षण में इन दोनों स्टेशनों और रेल ट्रेक को हरी झंडी मिल जाती है तो पुराने ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से रेल सेवाओं का संचालन पूर्व की भांति शुरू हो जाएगा। यह भी पढ़ें: नए कलेवर में निखरेगा दून रेलवे स्टेशन से लगा क्षेत्र, पढ़िए पूरी खबर
बारिश के चलते आई अड़चन रेल विकास निगम के परियोजना प्रबंधक ओमप्रकाश मालगुड़ी के मुताबिक, बारिश के कारण लक्ष्य को हासिल करने में अड़चन आयी है। अब सीआरएस के निरीक्षण के लिए 16 फरवरी की तिथि तय की गयी है। यदि सीआरएस 16 फरवरी को निरीक्षण कर संचालन की अनुमति दे देते हैं तो 17 फरवरी से पुराने सेड्यूल पर ऋषिकेश से रेल सेवाओं का संचालन शुरू हो जाएगा। यह भी पढ़ें: देहरादून रेलवे स्टेशन के पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाने के दिए निर्देश
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