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अब खदरी पहुंचा एक दांत वाला हाथी, किसानों की फसल रौंदी

चार दिन पूर्व ऋषिकेश में घनी आबादी क्षेत्र में दस्तक दे चुका एक दांत वाला हाथी श्यामपुर के खदरी-खड़कमाफ में जा पहुंचा। हाथी ने यहां किसानों की सफल रौंद डाली। स्थानीय नागरिकों का कहना था कि एक दांत वाला यह हाथी लंबे समय बाद क्षेत्र में आया है।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Sat, 13 Mar 2021 01:30 PM (IST)
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बैराज-नीलकंठ मार्ग पर गुर्जर डेरे के समीप सड़क पार करता हाथी।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। चार दिन पूर्व ऋषिकेश में घनी आबादी क्षेत्र में दस्तक दे चुका एक दांत वाला हाथी श्यामपुर के खदरी-खड़कमाफ में जा पहुंचा। हाथी ने यहां किसानों की सफल रौंद डाली। स्थानीय नागरिकों का कहना था कि एक दांत वाला यह हाथी लंबे समय बाद क्षेत्र में आया है। 

जैव विविधता समिति के अध्यक्ष व स्थानीय कृषक विनोद जुगलान ने बताया कि बीती रात खदरी के खादर क्षेत्र में एक दांत वाले हाथी ने कई किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया। वन विभाग की ओर से जंगल से सटे क्षेत्र में ऊर्जा बाढ़ लगाने से काफी हद तक हाथी व जंगली जानवरों की घुसपैठ रुकी है। मगर, कुछ स्थानों पर स्थानीय नागरिकों ने ऊर्जा बाड़ नहीं लगने दी। जहां से परेशानी उत्पन हो रही है। 

कुछ जगह जंगली जानवरों की रोकथाम के लिए खाई भी खोदी गई है, जो कुछ स्थानों पर नागरिकों ने पाट दी है। ऐसी जगहों से हाथी व अन्य जंगली जानवर क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं। बताया कि बीती रात हाथी ने किसान पुरुषोत्तम रयाल, ज्ञानेश्वर रयाल, गणपति रयाल, सूरी रयाल, राजा राम, ललित सिंह, रतन सिंह, प्रमोद भट्ट, ऊषा देवी, पन्ने लाल, मोर सिंह आदि की फसल को नुकसान पहुंचाया। वन क्षेत्राधिकारी एमएस रावत ने बताया कुंभ क्षेत्र और फायर सीजन होने के कारण मुख्य मार्गों पर वन्यजीवों की निगरानी के लिए वनकर्मी तैनात किए गए हैं।  ग्रामीण क्षेत्र में इस बार वन्यजीवों की आमद कम हुई है। ऋषिकेश वन क्षेत्र अंतर्गत खदरी और भट्टों वाला क्षेत्र में जंगली हाथी के आमद की सूचना मिली है। जिस पर संज्ञान लेते हुए वनकर्मियों की रात्रि गश्त बढ़ाई जाएगी। 

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