अब क्रिकेट में भी मिलेगी स्कॉलरशिप, सुरक्षित होगा खिलाड़ियों का भविष्य
अब क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड ने घरेलू सत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को स्कॉलरशिप देने का फैसला लिया है। इससे खिलाड़ियों का भविष्य सुरक्षित होगा।
By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Wed, 17 Jun 2020 04:36 PM (IST)
देहरादून, निशांत चौधरी। खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड निरंतर प्रयास कर रही हैं, जिससे खिलाड़ियों का भविष्य सुरक्षित हो सकें। इसी क्रम में अब सीएयू ने घरेलू सत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को स्कॉलरशिप देने का फैसला लिया है।
हाल में हुई एसोसिएशन की अपेक्स बॉडी मीटिंग में एसोसिएशन ने इसे लागू करते हुए क्रिकेटर बंसराज चौहान और मोहम्मद फरवान को स्कॉलरशिप दी है। इन खिलाड़ियों को प्रतिमाह दस-दस हजार रुपये की स्कॉलरशिप मिलेगी। स्कॉलरशिप और कॉन्ट्रेक्ट योजना को लागू करने वाली क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड बीसीसीआइ से संबद्ध पहली एसोसिएशन है।
इससे अन्य एसोसिएशन को भी अपने खिलाड़ियों के लिए ऐसी योजना लागू करने की प्रेरणा मिलेगी। वहीं ऐसी योजना प्रदेश के उभरते हुए क्रिकेटरों को आगे बढ़ाने के लिए सहायक सिद्ध होगी। जिससे प्रतिभावान खिलाड़ी को अपने खेल में किए जाने वाले सुधार के लिए आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
महिम को मिला अनुभव का लाभ
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के सचिव महिम वर्मा को बीसीसीआइ में वाइस प्रेसिडेंट के अनुभव का लाभ सीएयू में सचिव के पद पर भी मिल रहा है। सीएयू की अपेक्स बॉडी ने महिम वर्मा को नियुक्तियों के सारे अधिकार दे दिए हैं। एसोसिएशन के अध्यक्ष जोत सिंह गुनसोला की माने तो महिम बीसीसीआइ के उपाध्यक्ष रहे हैं, उनके अनुभव को देखते हुए अपेक्स बॉडी ने सर्वसहमति से नियुक्तियों का अधिकार उन्हें दिया है। सीएयू की सभी टीमों के कोचों, सपोर्टिंग स्टाफ, एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ समेत अन्य नियुक्तियां भी वे ही करेंगे।
हालांकि बीसीसीआइ से संबद्ध अधिकांश सभी क्रिकेट संघ कोच व सपोर्टिंग स्टाफ का चयन कर चुके हैं। सीएयू को भी जल्द ही सपोर्टिंग स्टाफ का चयन करना होगा। एक बेहतर कोच टीम को सही दिशा में ले जाने की क्षमता रखता है। इसलिए सभी की नजरें नए कोच पर लगी हैं। साथ ही उनका सपोर्टिंग स्टाफ भी देखने लायक होगा।
नहीं किया गया वेंडरों का भुगतान वेंडरों सहित अन्य स्टाफ का भुगतान करने वाले क्रिकेट क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड का मामला बीसीसीआइ में भी उठा। भुगतान न करने की शिकायत वेंडरों ने बीसीसीआइ में की थी। उसके बाद बीसीसीआइ ने सीएयू को 15 दिन में भुगतान करने के निर्देश दिए थे। उसके बाद सीएयू ने जल्द भुगतान का आश्वासन दिया था। लेकिन इस बात को भी डेढ़ माह बीत चुका है।
अब हाल ही में अपेक्स काउंसिल की बैठक में सीएयू के अध्यक्ष जोत सिंह गुनसोला ने सचिव व कोषाध्यक्ष को 15 दिन के भीतर भुगतान करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो। अब देखना यह है कि वेंडरों का भुगतान कब मिलता है। सवाल है कि बीसीसीआइ से पांच करोड़ रुपये मिलने के बाद भी खेल सामग्री व संसाधन जुटाने वाले वेंडरों, सपोर्टिंग स्टाफ समेत अन्य लोगों का भुगतान करने में सीएयू क्यों देरी कर रही है।
सरकार को सहयोग कर रहा सीएयू कोरोनो महामारी ने भारत सहित तमाम देशों को प्रभावित किया है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन घोषित किया गया था। उस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने सीएम व पीएम राहत कोष में बढ़चढ़कर मदद दी। उस दौरान क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड ने भी पीएम केयर्स फंड में पचास लाख रुपये दिए थे। यह भी पढ़ें: उत्तराखंड सीनियर क्रिकेट टीम के मुख्य कोच की दौड़ में चार नाम शामिल
उनकी इस सहायता की कई खेल संगठनों ने प्रशंसा की थी। अब केंद्र सरकार ने अनलॉक एक जारी कर देश में तमाम गतिविधियां आरंभ करने की अनुमति दी है। नियमों के साथ शुरू हुई इन आर्थिकी गतिविधियों से देश आगे बढ़ रहा है। दूसरी तरफ अब भी संस्थाएं कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सरकार की मदद को आगे आ रही हैं। इसी क्रम में सीएयू की अपैक्स बॉडी की मीटिंग में सीएम केयर फंड में 15 लाख देने का निर्णय लिया है। ताकि कोरोना से जंग में राज्य सरकार को कुछ मदद मिल सके।
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