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रायवाला के पास पोकलैंड ने तोड़ा रेल ब्रिज का पिलर, हादसा टला

रायवाला के पास हरिद्वार-देहरादून हाईवे पर पोकलैंड मशीलन की टक्‍कर से रेल ब्रिज का एक पिलर क्षतिग्रस्‍त हो गया। इससे हाईवे पर लंबा जाम लग गया।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 22 Nov 2018 10:55 AM (IST)Updated: Thu, 22 Nov 2018 08:15 PM (IST)
रायवाला के पास पोकलैंड ने तोड़ा रेल ब्रिज का पिलर, हादसा टला

रायवाला, जेएनएन। हरिद्वार-देहरादून राजमार्ग पर रायवाला के पास रेलवे अंडर ब्रिज पर पोकलैंड की टक्कर से ब्रिज का एक पिलर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। कम ऊंचाई वाले इस ब्रिज से पोकलैंड को जबरन निकालने के चक्कर में यह हादसा हुआ। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि इससे भारी भरकम पिलर में दरार आ गई है और पिलर अपनी जगह से खिसक गया है। हादसे के बाद सड़क व रेल यातायात प्रभावित हुआ। क्षतिग्रस्त पुल पर ट्रेनों को सावधानी से गुजारा जा रहा है।

सुबह करीब आठ बजे ऋषिकेश से हरिद्वार की तरफ जा रही एक पोकलैंड मशीन को चालक ने कम ऊंचाई वाले इस रेल अंडर ब्रिज के नीचे से जबरन निकालने की कोशिश की। इस दौरान पोकलैंड तेजी से ब्रिज से टकरा गई। जिससे ब्रिज के ङ्क्षलटर का एक पिलर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। टक्कर से पिलर अपनी जगह से खिसक गया और रेल लाइन के पत्थर बिखरकर सड़क पर गिरने लगे। इस दौरान पोकलैंड पुल के नीचे फंसने से हाईवे बंद हो गया। वहीं पोकलैंड चालक भी मौके से फरार हो गया।

हाईवे अवरुद्ध होने से जाम की स्थिति पैदा हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने पुल के एक तरफ से वाहनों की आवाजाही शुरू करवा कर यातायात सुचारू किया। वहीं हादसे की वजह से दून- हरिद्वार रेलखंड पर रेल यातायात भी आंशिक रूप से प्रभावित हुआ है। इस दौरान हरिद्वार से देहरादून आ रही जनता एक्सप्रेस को करीब 30 मिनट तक रायवाला जंक्शन पर रोका गया। देहरादून से हरिद्वार जा रही डीएलएस ट्रेन को कांसरो व रायवाला के बीच कुछ देर आउटर पर रोका गया।

रेलवे के तकनीकी कर्मियों द्वारा पुल की जांच के बाद सभी ट्रेनों को बेहद धीमी गति से पुल पर से गुजारा गया है। फिलहाल रेलवे ने पोकलैंड को कब्जे में लिया है। पुल की संवेदनशीलता को देखते हुए इस पर सभी ट्रेनें धीमी गति से चलाई जा रही हैं। वहीं पुल से गिरे हुए रेल लाइन के पत्थर बड़ी संख्या में सड़क पर बिखरे हुए हैं। ट्रेन गुजरने के दौरान अभी भी ट्रेक से पत्थर सड़क पर गिर रहे हैं। जिससे राहगीरों के लिए खतरा बना हुआ है। रायवाला के थानाध्यक्ष अमरजीत सिंह रावत ने बताया कि मामला रेलवे का है लिहाजा आगे की कार्रवाई जीआरपी द्वारा की जाएगी। हाईवे पर यातायात सुचारू करा दिया गया है। 

समस्या के समाधान को गंभीर नहीं जिम्मेदार 

रेलवे ब्रिज पर जिस जगह पोकलैंड मशीन फंसी वहां इस तरह के हादसे पहले भी कई बार हो चुके हैं। कम ऊंचाई का पुल होने की वजह से अक्सर यहां बड़े वाहन फंस जाते है। यह घटनाएं ज्यादातर रात में होती हैं क्योंकि कई बार अनजान वाहन चालक इसका अंदाजा नहीं लगा पाते और दुर्घटना हो जाती है। रेलवे ने भी पुल की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किए हैं। बीते वर्ष रेल लाइन के विद्युतीकरण के दौरान लोहे के गाटर जरूर लगाए थे लेकिन वह पहले ही टूट कर नीचे गिर चुके हैं। रेल लाइन विद्युतीकृत है ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है लेकिन जिम्मेदारों को शायद इसकी फिक्र नहीं। जानकारों के मुताबिक पुल के आसपास सड़क को गहरा करके बनाने से समस्या का समाधान हो सकता है लेकिन न तो रेलवे ओर न स्थानीय प्रशासन इसके प्रति गम्भीर है।

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