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जिस स्कूल में मासूम की हुई हत्या, वहां पहले से ही लापता है एक छात्र

जिस स्कूल में छात्र की बड़ी ही बेरहमी से पीटकर हत्या हुई है। वहां डेढ़ साल पहले से एक छात्र लापता चल रहा है। बाल संरक्षण आयोग ने इसका संज्ञान लिया है।

By Raksha PanthariEdited By: Updated: Fri, 29 Mar 2019 11:30 AM (IST)
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जिस स्कूल में मासूम की हुई हत्या, वहां पहले से ही लापता है एक छात्र
ऋषिकेश, जेएनएन। भोगपुर स्थित चिल्ड्रन होम एकेडमी में सातवीं कक्षा के छात्र की हत्या का मामला सामने आने के बाद नए खुलासे हो रहे हैं। इसी एकेडमी से डेढ़ साल पहले भी एक छात्र गायब हो गया था, जिसका अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। इस एकेडमी में हो रही इस तरह की घटनाओं से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।  

पहले छात्र की बेरहमी से हत्या और अब इस मामले का सामने आना कि इसी एकेडमी से पहले भी एक छात्र लापता हो गया था। इसने सभी के माथे पर बल डाल दिया है। हालांकि इस मामले में बाल संरक्षण आयोग ने हस्तक्षेप कर दिया है। आयोग की अध्यक्ष ने छात्र मोहन महतो की जांच रिपोर्ट भी तलब की है। विदित हो कि करीब डेढ़ साल पहले 20 अक्टूबर 2017 को चिल्ड्रन होम एकेडमी से 22 सदस्यीय दल भोपगुर-इठारना से करीब 14 किलोमीटर ऊपर कखुई-चोबन पहाड़ी पर ट्रैकिंग के लिए गया था। 

रात को दल के सभी सदस्य जंगल में बनाए गए कैंप में वापस लौट गए थे, जबकि एक छात्र मोहन महतो(18 वर्ष) पुत्र मधुसूदन महतो कैंप में वापस नहीं लौटा। छात्र की तलाश में पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से कई दिनों तक जंगल की खाक छानी मगर, आज तक उसका कुछ पता नहीं चल पाया। आपको बता दें कि ये क्षेत्र टिहरी जनपद के आगराखाल पुलिस चौकी के अंतर्गत आता है। लिहाजा इस संबंध में टिहरी जनपद में ही मुकदमा दर्ज किया गया था। बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने बताया कि टिहरी पुलिस से मोहन महतो की जांच रिपोर्ट भी मंगाई गई। 

स्कूल के छात्रों से आयोग की टीम ने की पूछताछ 

गुरुवार को बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष टीम सहित एक बार फिर स्कूल पहुंची। उन्होंने स्कूल में बच्चों से भी इस घटना के संबंध में अलग-अलग पूछताछ की। इसके साथ ही रानीपोखरी थाने में थानाध्यक्ष पीडी भट्ट के साथ भी बैठक कर पूरे मामले की जांच रिपोर्ट तलब की। उन्होंने स्कूल प्रबंधक स्टीफन सरकार की भूमिका को पुलिस द्वारा नजरअंदाज किए जाने पर एसओ को फटकार भी लगाई। इससे पूर्व बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ने आसपास के ग्रामीणों से भी मुलाकात कर यहां संचालित हो रहे स्कूल की गतिविधियों के संबंध में जाना। 

परिजन निकलवा सकते हैं दफन किया 

शव चिल्ड्रन होम एकेडमी ने पोस्टमार्टम के बाद छात्र वासु यादव के शव को स्कूल में ही दफना दिया था। छात्र को दफनाने पर वासु यादव के पिता झपटू यादव ने आपत्ति दर्ज कराई थी। बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष से बातचीत में झपटू यादव ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद स्कूल प्रबंधन ने उनसे कुछ कागजों पर जबरन हस्ताक्षर ले लिए थे। उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर बाल संरक्षण आयोग व इस मामले को उजागर करने पर दैनिक जागरण की भूमिका की सराहना की है। उन्होंने बताया कि वह शुक्रवार को देहरादून पहुंच रहे हैं, जिसके बाद आगे क्या करना है इसपर निर्णय लिया जाएगा। 

छात्र की मौत मामले से पल्ला झाड़ रहे जिम्मेदार 

रानीपोखरी के स्कूल में छात्र की संदिग्ध परिस्थिति में छात्र मौत के मामले में जिम्मेदार अधिकारी अपना पल्ला झाड़ने में जुटे हैं। शिक्षा विभाग का तर्क है, स्कूल को समाज कल्याण विभाग से अनापत्ति मिली है, जबकि समाज कल्याण विभाग ने शिक्षा विभाग के इस दावे को खारिज कर दिया है। स्कूल की मान्यता सीबीएसई बोर्ड से है पर बोर्ड के अधिकारी यह मानने को ही राजी नहीं कि घटना विद्यालय परिसर में हुई। इसके पीछे वह प्रधानाचार्य के पत्र को आधार बना रहे हैं। यह स्थिति जाहिर करती है कि अधिकारी स्कूलों की सुरक्षा को लेकर किस कदर असंवेदनशील हैं। 

दरअसल, उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से शिक्षा विभाग को स्कूल की एनओसी निरस्त करने को कहा गया है, लेकिन शिक्षा विभाग स्कूल को समाज कल्याण के अधीन बता रहा है। जबकि समाज कल्याण विभाग ने साफ किया है कि विभाग ने स्कूल को एनओसी जारी नहीं की। अधिकारियों का कहना है कि शिक्षा विभाग मामले को बिना वजह उलझा रहा है। 

बाल आयोग के निर्देश पर चेता विभाग 

बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को स्कूल के भौतिक सत्यापन करने के आदेश दिए गए थे, लेकिन मुख्य शिक्षा अधिकारी ने समय सीमा समाप्त होने के बाद भी अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी। आयोग की सख्ती के बाद अब मुख्य शिक्षा अधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारी को 24 घंटे में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। 

मुख्य शिक्षाधिकारी आशा रानी पैन्युली ने बताया कि बोर्ड परीक्षाओं की व्यस्तता के कारण मामले की जांच शुरू होने में विलम्ब हुआ। खंड शिक्षाधिकारी को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। यह स्कूल समाज कल्याण विभाग के अधीन है। 

प्रभारी जिला समाज कल्याण अधिकारी जीत सिंह रावत का कहना है कि इस स्कूल का समाज कल्याण विभाग से कोई वास्ता नहीं है। यदि शिक्षा विभाग ने यह तर्क दिया है तो यह निराधार है। 

वहीं, सीबीएसई के क्षेत्रीय अधिकारी रणबीर सिंह ने कहा कि स्कूल प्रधानाचार्य ने यह लिखकर दिया है कि घटना विद्यालय परिसर की नहीं है। यह हॉस्टल का प्रकरण है, जिसका स्कूल से वास्ता नहीं है। जहां तक मान्यता का प्रश्न है, इस प्रकरण में राज्य सरकार की संस्तुति पर ही कार्रवाई की जाती है। 

जीआरडी कांड से सबक लेते तो बच जाती वासु की जान  

सहसपुर के जीआरडी वर्ल्ड स्कूल में हाईस्कूल की छात्रा से हुए सामूहिक दुष्कर्म की वारदात से सिस्टम ने सबक लिया होता तो ऋषिकेश के चिल्ड्रन होम एकेडमी के छात्र वासु की जान खतरे में न पड़ती। सहसपुर की वारदात के बाद शिक्षा विभाग से लेकर बाल संरक्षण आयोग और सरकार तक ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूलों के लिए कई गाइडलाइन जारी की थीं, लेकिन उस पर रत्तीभर भी अमल करना तो दूर हालात और बदतर हो गए। 

बता दें कि सहसपुर के भाऊवाला स्थित बोर्डिंग स्कूल जीआरडी वर्ल्ड एकेडमी में हाईस्कूल की छात्रा से 14 अगस्त को चार छात्रों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। छात्रा की तबीयत बिगड़ने पर जब उसने वार्डन और प्रबंधन को यह बात बताई, तो वह उसकी मदद करने के बजाय मामले को छिपाने की कोशिश में लग गए। छात्रा का गर्भपात कराने के साथ ही उसे धमकी तक दी गई। डरी-सहमी छात्रा एक महीने तक घुटती रही। 

इस बीच किसी तरह उसने यह बात अपने घर वालों को बताई, तब एक महीने बाद 16 सितंबर 2018 को वारदात का पता चला। मामले में आरोपित चार छात्रों समेत प्रबंधन से जुड़े पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इस वारदात के बाद शिक्षा विभाग, बाल संरक्षण आयोग व अन्य अधिकारियों ने स्कूल का निरीक्षण किया, जिसमें बड़े पैमाने पर प्रबंधन की लापरवाही उजागर हुई। 

इसके बाद सरकार ने सरकारी और निजी क्षेत्र के स्कूलों के लिए गाइडलाइन जारी करते हुए कहा कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे लगाने, छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग हॉस्टल, बच्चों की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करने समेत कई फरमान जारी किए गए। लेकिन सात माह बाद चिल्ड्रन होम एकेडमी में हुई छात्र वासु की हत्या ने बता दिया कि स्कूलों ने उस फरमान को एक कान से सुना और दूसरे कान से निकाल दिया है। 

शिक्षा मंत्री ने छात्र की हत्या मामले में तलब की रिपोर्ट 

वहीं, सातवीं के छात्र की हत्या के मामले को शिक्षा मंत्रालय ने गंभीरता से लिया है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने शिक्षा सचिव से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में स्कूल प्रबंधन समेत जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर सख्त कार्रवाई होगी। 

आपको बता दें कि छात्र वासु यादव की हत्या का खुलासा पुलिस कर चुकी है। इस मामले में स्कूल प्रबंधक, वार्डन, व्यायाम शिक्षक के साथ दो छात्रों को गिरफ्तार किया जा चुका है। स्कूल प्रबंधन पर इस घटना को छिपाने का आरोप है। स्कूल प्रबंधन के रवैये को लेकर सरकार गंभीर हुई है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि मामला संगीन है। इससे बच्चों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। 

उन्होंने बताया कि पूरे प्रकरण में शिक्षा सचिव से रिपोर्ट तलब की गई है। रिपोर्ट में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उधर, शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि इस मामले में गंभीर अपराध का खुलासा हुआ है। इस संबंध में पुलिस की विस्तृत रिपोर्ट मिलने का इंतजार किया जा रहा है। इसके बाद शासन स्तर से दोषियों के बारे में सख्त कदम उठाया जाएगा। 

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